तीज के अवसर पर क्यों भेजा जाता है बेटी के घर सिंधारा?

उत्तर भारत में तीज के अवसर पर बेटी के घर सिंधारा भेजने के खास परंपरा है, इस लेख में हमने इसके बारे में विस्तार से बताया है। चलिए जानते हैं क्या है सिंधार और इसे भेजने की परंपरा।

 
Meaning of Sindhara in Teej,

हरियाली तीज, कजरी तीज और हरतालिका तीज समेत सावन और भादो मास में तीज का त्यौहार मनाया जाता है। तीज का यह त्यौहार सभी सुहागन और कुंवारी लड़की के लिए बहुत खास होता है, इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और भगवान शिव एवं पार्वती की पूजा करती हैं। व्रत और पूजा के अलावा एक चीज सभी सुहागन महिलाओं के लिए खास है, वह है सिंधारा। तीज के अवसर पर मायके वाले अपनी बेटी के घर सिंधारा भेजते हैं।

उत्तर भारत में तीज के अवसर पर बेटी के घर सिंधारा भेजने की परंपरा भारतीय समाज की एक महत्वपूर्ण और प्राचीन सांस्कृतिक परंपरा है। इस परंपरा के पीछे कई धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक मान्यताएं हैं।

सिंधारा में क्या होता है?

Sindhara Teej Significance

सिंधारा तीज के पहले बेटी के मायके वाले अपनी बेटी और उसके ससुराल वालों के लिए भेजते हैं। इस सिंधारा में बेटी और उसके ससुराल वालों के लिए कपड़े, गहने, मिठाई, सुहाग की चीजें और फल भेजते हैं। यह बेटी के लिए मां बाप का स्नेह और आशीर्वाद होता है और उसके ससुराल वालों के लिए सम्मान।

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क्यों भेजा जाता है सिंधारा?

Why Sindhara on Teej,

  • रिवाज और सम्मान: तीज एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जिसे महिलाएं विशेष रूप से अपने पति की लंबी उम्र और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। इस अवसर पर, बेटी के घर सिंधारा भेजना परिवार की परंपरा और सम्मान का हिस्सा है। यह दिखाता है कि माता-पिता अपनी बेटी और उसके परिवार के प्रति स्नेह और आदर भाव प्रकट करते हैं।
  • रिश्तों की मजबूती: सिंधारा भेजने से परिवार के रिश्तों में प्यार और स्नेह बढ़ता है। यह एक तरीका है बेटी और उसके ससुराल वालों के बीच संबंधों को मजबूत करने का। इसे एक सांस्कृतिक बंधन के रूप में देखा जाता है, जो परिवार के हर सदस्य के बीच प्यार और सहयोग को बढ़ावा देता है।
  • तीज की खुशी साझा करना: तीज का त्योहार खुशियों का प्रतीक होता है। इस अवसर पर सिंधारा भेजना, जिसमें आमतौर पर सुंदर कपड़े, सुहाग की चीजें, आभूषण, मिठाई और अन्य उपहार होते हैं, जो बेटी के घर की खुशियों को और बढ़ाता है। यह उसे और उसके ससुराल वालों को त्योहार की शुभकामनाएं और प्रेम भेजने का एक तरीका है।
  • धार्मिक महत्व: कई जगहों पर तीज के दिन विशेष पूजा और व्रत के साथ सिंधारा भेजना धार्मिक मान्यता के तहत आता है। इसे देवी के आशीर्वाद के रूप में देखा जाता है, जो परिवार की भलाई और समृद्धि की कामना करते हुए भेजा जाता है।

इस प्रकार, तीज के अवसर पर बेटी के घर सिंधारा भेजना एक महत्वपूर्ण पारंपरिक और सांस्कृतिक कार्य है, जो दो परिवारों के बीच रिश्तों को मजबूत करने, खुशियों को साझा करने और पारिवारिक सम्मान को प्रकट करने का एक तरीका है।

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Image Credit: Jain Snacks, amazon

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