श्री कृष्ण ने क्यों दिया था अपने ही बेटे को कोढ़ी होने का श्राप?

महाभारत से जुड़ी ऐसी कई कहानियां है जो एक गहरा रहस्य अपने भीतर समेटे हुए हैं। किसी कहानी का सार धर्म है तो किसी का सार अधर्म है।  

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Lord Krishna Curse: महाभारत से जुड़ी ऐसी कई कहानियां है जो एक गहरा रहस्य अपने भीतर समेटे हुए हैं। किसी कहानी का सार धर्म है तो किसी का सार अधर्म है। ऐसी ही एक कहानी जुड़ी हुई है श्री कृष्ण और उनके बेटे से। कहानी कहती है कि श्री कृष्ण ने अपने ही बेटे को भयंकर श्राप दिया था। श्राप था कि वह कोढ़ी हो जाएगा। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें इस कथा के बारे में बताया। तो चलिए आपको भी बताते हैं कि किस कारण से श्री कृष्ण ने अपने बेटे को इतना भयानक श्राप दिया था।

किस बेटे को श्री कृष्ण ने दिया था श्राप?

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पौराणिक कथा के अनुसार, श्री कृष्ण की 8 पत्नियां थीं। इन्हीं में से एक थीं जामवंती जो निषादराज जामवंत की बेटी थीं। जामवंती और श्री कृष्ण (श्री कृष्ण के जिंदा सबूत) के पुत्र थे सांबा। सांबा श्री कृष्ण के पुत्र थे इसलिए स्वरूप से वह बहुत आकर्षक और सुंदर थे लेकिन महाभारत युद्ध के दौरान गांधारी से मिले श्राप के कारण श्री कृष्ण के कुल में जन्में सभी उनके पुत्र स्वभाव से दुष्ट और अधर्मी निकले।

सांबा अपने सभी भाइयों में सबसे अधिक अधर्म करने वाले थे। इसलिए हमेशा उन्हें श्री कृष्ण समझाते रहते थे कि धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए। एक बार श्री राधा रानी श्री कृष्ण से मिलने द्वारका पहुंचीं। तब श्री कृष्ण और उनकी पत्नियों ने राधा रानी का सहृदय स्वागत किया लेकिन सांबा ने श्री राधा रानी का भयंकर अपमान कर दिया और उन्हें अपशब्द कहने लगा।

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यह देख श्री कृष्ण को क्रोध आ गया और उन्हें सांबा को कोढ़ी होने का श्राप दे दिया। इसके बाद सांबा को अपनी भूल का आभास हुआ लेकिन तब तक श्राप का प्रभाव दिखने लगा था। ऐसे में महर्षि कटक ने सांबा को कोढ़ से मुक्ति पाने के लिए सूर्य आराधना का मार्ग सुझाया। तब सांबा ने चंद्रभागा नदी के किनारे सूर्य (सूर्य देव की आरती) मंदिर का निर्माण किया 12 वर्षों तक तपस्या की।

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सूर्य देव ने प्रकट होकर सांबा को कोढ़ से मुक्त होने का वरदान दिया और सांबा को उनका सुंदर शरीर वापस मिल गया। तभी से चंद्रभागा नदी को कोढ़ से मुक्ति दिलाने वाली माना जाता है। वहीं, सूर्य देव का यह मंदिर आज पाकिस्तान के मुलतान शहर में स्थित है। इसे आदित्य मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। आज भी इस मंदिर में कोढ़ के मरीजों का तांता लगा रहता है।

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर क्यों श्री कृष्ण ने अपने ही बेटे को दिया था कोढ़ी होने का श्राप। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image credit: shutterstock

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