after how many days we should go temple after someone dies at home

घर में किसी की मृत्यु हो जाने के कितने दिन बाद मंदिर जाना चाहिए?

कुछ ऐसी परिस्थियां होती हैं जब मंदिर जाना शास्त्रों में वर्जित माना गया है, जैसे कि घर में अगर किसी की मृत्यु हो जाए तो मंदिर नहीं जाना चाहिए, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि कितने दिन बाद मंदिर जा सकते हैं।  
Editorial
Updated:- 2025-07-02, 10:33 IST

मंदिर जाना बहुत शुभ और सकारात्मक माना जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि रोजाना मंदिर जाने से नकारात्मक प्रभावों से दूरी बनी रहती है और व्यक्ति के आतंरिक दोष दूर होते हैं। हालांकि, मंदिर जाने से जुड़े कुछ सरल नियम भी हैं जिनका पालन करना आवश्यक है ताकि किसी प्रकार का दोष न लगे। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि कुछ ऐसी परिस्थियां होती हैं जब मंदिर जाना शास्त्रों में वर्जित माना गया है, जैसे कि घर में अगर किसी की मृत्यु हो जाए तो मंदिर नहीं जाना चाहिए। यहां तक कि घर में स्थापित मंदिर को भी स्पर्श नहीं करना चाहिए, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि कितने दिन तक मंदिर नहीं जाना चाहिए या घर में किसी की मृत्यु के कितने दिन बाद मंदिर जाना सही है। चलिए जानते हैं इस बारे में।

घर में किसी की मृत्यु के कितने बाद मंदिर नहीं जाते हैं?

घर में जब किसी की मृत्यु हो जाए तो सूतक लग जाते हैं जिसके कारण मंदिर जाना या घर के मंदिर में भी पूजा बंद हो जाती है। मृत्यु के दिन से लेकर तेरहवीं तक मृतक की आतम की शांति के लिए अलग-अलग विधियां की जाती हैं और आखिर में ब्राह्मण भोग कराकर मृतक को अंतिम विदा दी जाती है।

ghar mein kisi ki mrityu ho jane ke kitne din baad mandir jate hain

शास्त्रों में बताया क्ग्य है कि तेरहवीं हो जाने के बाद चौदहवें दिन जिस घर में मृत्यु हुई है उस घर के लोग मंदिर जा सकते हैं। चौदहवें दिन सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और फिर स्वच्छ वस्त्र धारण कर घर में स्थापित मंदिर को साफ करें। सबसे पहले घर में विराजित भगवान को स्नान-ध्यान कराएं।

यह भी पढ़ें: घर के मंदिर में लग जाए आग तो इसका क्या मतलब है?

घर में विराजित भगवान का भोग लगाएं। घर में बैठकर ही अपने नित्य पूजा-पाठ को संपन्न करें। फिर इसके बाद, बाहर आप जिस भी मंदिर जाना चाहें वहां जा सकते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि हमेशा पहले घर में बैठे भगवान की सेवा-पूजा करनी चाहिए इसके बाद मंदिर जाने की परंपरा निभानी चाहिए।

ghar mein kisi ki mrityu ho jane ke kitne din baad mandir ja sakte hain

शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि घर में किसी की मृत्यु हो जाने के बाद जब आप तेरहवीं के पश्चात चौदहवें दिन मंदिर जाते हैं तो ऐसे में मंदिर में भगवान के दर्शन करने के बाद हमेशा कुछ न कुछ दान किसी जरूरतमंद को अवश्य करना चाहिए। फिर चाहे आप किसी को सिर्फ एक मुट्ठी अनाज ही दान क्यों न दें।

यह भी पढ़ें: आम के पेड़ के पत्तों को घर के मंदिर में रखने से क्या होता है?

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

FAQ
मंदिर में प्रवेश करते समय क्यों छूनी चाहिए मंदिर की सीढ़ियां?
मंदिर में प्रवेश करने से पहले मंदिर की सीढ़ियों को छूना एक धार्मिक परंपरा है जो भगवान के प्रति सम्मान और भक्ति का प्रतीक है।
Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।

;