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Varuthini Ekadashi 2025 Ke Niyam: वरूथिनी एकादशी के दिन व्रत-पूजा से लेकर भोग तक न करें ये गलतियां

वरूथिनी एकादशी का दिन भगवान विष्णु की आराधना के लिए अत्यंत पावन और शुभ माना जाता है। इस दिन श्रद्धा और नियमपूर्वक व्रत, उपवास तथा पूजा करने से न केवल पापों का नाश होता है, बल्कि मोक्ष की प्राप्ति भी होती है। 
Editorial
Updated:- 2025-04-22, 17:55 IST

वरूथिनी एकादशी का दिन भगवान विष्णु की आराधना के लिए अत्यंत पावन और शुभ माना जाता है। इस दिन श्रद्धा और नियमपूर्वक व्रत, उपवास तथा पूजा करने से न केवल पापों का नाश होता है, बल्कि मोक्ष की प्राप्ति भी होती है। हालांकि, कई बार भक्त भावावेश में कुछ ऐसी भूलें कर बैठते हैं, जो पूजा के फल को प्रभावित कर सकती हैं। आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से कि वरूथिनी एकादशी पर भगवान विष्णु को भोग अर्पित करते समय किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

वरूथिनी एकादशी 2025 के नियम (Varuthini Ekadasi 2025 Ke Niyam)

ताजा और शुद्ध भोजन ही चढ़ाएं : भगवान को कभी भी बासी या जूठा भोजन अर्पित नहीं करना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है और पूजा का फल कम कर सकता है। ऐसे में वरूथिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु को अशुद्ध भोग न लगायें।

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नमक का परहेज : एकादशी के व्रत में नमक का सेवन निषिद्ध होता है, इसलिए भगवान को अर्पित किए जाने वाले भोग में भी नमक का प्रयोग नहीं करना चाहिए। वरूथिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के भोग में सेंधा नमक भी न डालें।

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चावल का उपयोग न करें : एकादशी के दिन चावल का सेवन वर्जित होता है, अतः भगवान को चावल या उससे बनी वस्तुएं भोग में न चढ़ाएं। हालांकि पूजा के लिए चावलों का प्रयोग कर सकते हैं।

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तुलसी का अनिवार्य प्रयोग : भगवान विष्णु को तुलसी अत्यंत प्रिय है। भोग में तुलसी का पत्ता अवश्य शामिल करें, अन्यथा भोग अधूरा माना जाता है।

शुद्धता और स्वच्छता का ध्यान रखें : भोग अर्पित करने से पहले स्नान कर लें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। अशुद्ध अवस्था में भगवान को भोग न लगाएं।

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शांति और प्रेम से भोग लगाएं : भगवान को जल्दबाजी या लापरवाही से अर्पित किया गया भोग स्वीकार नहीं होता। भक्ति भाव और शांत मन से ही भोग अर्पित करें और भोग लगाने के बाद नमन अवश्य करें।

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स्वनिर्मित या शुद्ध मन से लाया गया भोग ही अर्पित करें : भोग हमेशा स्वयं बनाएं या शुद्ध भाव से लाएं। किसी और के द्वारा दिया गया या पहले से उपयोग किया गया भोग भगवान को नहीं चढ़ाना चाहिए।

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वरूथिनी एकादशी के दिन व्रत के दौरान क्या खाना चाहिए? 
वरूथिनी एकादशी के दिन व्रत के दौरान फल खा सकते हैं।
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