सावन का महीना भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। इस पवित्र माह में पड़ने वाले प्रत्येक मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। यह व्रत विशेष रूप से सुखी वैवाहिक जीवन और मनचाहे जीवनसाथी की कामना करने वाली अविवाहित कन्याओं द्वारा रखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी अविवाहित कन्याएं इस दिन सच्चे मन से माता पार्वती की आराधना करती हैं और उन्हें कुछ विशेष वस्तुएं अर्पित करती हैं, उनकी यह इच्छा शीघ्र पूर्ण होती है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं। सावन मंगला गौरी व्रत के दिन मां पार्वती को क्या अर्पित करने से लाभ हो सकता है।
सावन मंगला गौरी व्रत के दिन मां पार्वती को अर्पित करें हल्दी
हिंदू धर्म में हल्दी को अत्यंत शुभ और पवित्र माना जाता है। इसे पूजा-पाठ, विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों में अनिवार्य रूप से इस्तेमाल किया जाता है। हल्दी भगवान विष्णु को प्रिय है और इसे गुरु ग्रह से भी संबंधित माना जाता है। इसका पीला रंग समृद्धि, ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक है। ऐसी मान्यता है कि मंगला गौरी व्रत के दिन मां पार्वती को हल्दी चढ़ाने से विवाहित महिलाओं को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है। इससे उनके पति की लंबी आयु होती है और वैवाहिक जीवन में मधुरता बनी रहती है। अविवाहित कन्याएं यदि इस दिन मां पार्वती को हल्दी अर्पित करती हैं, तो उनके विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और शीघ्र ही योग्य वर की प्राप्ति होती है। मंगला गौरी व्रत के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद पूजा स्थल पर मां पार्वती और भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित करें। पूजा के दौरान मां पार्वती को पिसी हुई हल्दी या हल्दी की गांठ अर्पित कर सकते हैं। अर्पित करते समय पूरी श्रद्धा और भक्ति से अपनी मनोकामना कहें। इसके बाद आरती करें और व्रत का संकल्प लें।
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मां पार्वती को हल्दी अर्पित करने का महत्व
हल्दी को शुद्धता, समृद्धि और शुभता का प्रतीक माना जाता है। पार्वती को हल्दी चढ़ाने से सौभाग्य में वृद्धि होती है। मान्यता है कि इससे घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती और परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। सुहागिन महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन में खुशहाली और पति की लंबी आयु के लिए मां पार्वती को हल्दी अर्पित करती हैं। हल्दी को सुहाग की निशानी भी माना जाता है, इसलिए इसे देवी को चढ़ाने से दांपत्य संबंध मजबूत होते हैं। हल्दी अपने आप में एक सकारात्मक ऊर्जा लिए हुए होती है। इसे मां पार्वती को अर्पित करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और वातावरण में सकारात्मकता का संचार होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हल्दी अर्पित करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। यह रोगों से मुक्ति दिलाने में सहायक मानी जाती है।
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