Maha Shivaratri 2025 Upay: भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए महाशिवरात्रि पर करें ये आसान ज्योतिषीय उपाय

महाशिवरात्रि का दिन पूर्ण रूप से भगवान शिव की भक्ति को समर्पित होता है। इस दिन लोग शिवलिंग का दूध और जल से अभिषेक करते हैं और सुखी समृद्ध जीवन की कामना करते हैं। यदि आप इस दिन कुछ विशेष ज्योतिष उपाय आजमाते हैं तो जीवन में खुशहाली बनी रहती है।
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महाशिवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे भगवान शिव और माता पार्वती के पावन मिलन का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि इसी तिथि पर माता पार्वती और भगवान शिव का विवाह संपन्न हुआ था। यह दिन साधना, भक्ति और आत्मिक उन्नति के लिए विशेष महत्व रखता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन सच्चे मन से भगवान शिव की उपासना करने और विशेष ज्योतिषीय उपाय करने से सभी दुखों का नाश होता है और व्यक्ति को सुख, समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन किए गए कुछ सरल लेकिन प्रभावी उपाय जीवन की समस्याओं को दूर करने में सहायक हो सकते हैं। चाहे आपके जीवन में आर्थिक परेशानी हो, वैवाहिक जीवन में तनाव हो, स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हों या फिर शनि और राहु-केतु के अशुभ प्रभाव हों, भगवान शिव की सही तरीके से आराधना करने से सभी कष्टों का निवारण संभव है।

मुख्य रूप से यदि आप महाशिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हैं और शिवलिंग पर जल चढ़ाने के साथ बेलपत्र अर्पित करते हैं तो भगवान शिव की कृपा बनी रहती है और भक्तों को उनका आशीर्वाद प्रदान करते हैं। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें उन उपायों के बारे में जो आपको महाशिवरात्रि पर आजमाने चाहिए।

महाशिवरात्रि पर रुद्राभिषेक करें

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महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है और इस दिन किए गए रुद्राभिषेक का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। रुद्राभिषेक एक शक्तिशाली वैदिक अनुष्ठान है, जिसमें विशेष मंत्रों के उच्चारण के साथ शिवलिंग पर जल, दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल और बेलपत्र अर्पित किए जाते हैं। यह पूजा न केवल भगवान शिव को प्रसन्न करती है, बल्कि भक्तों के जीवन से नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर कर उन्हें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद भी प्रदान करती है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रुद्राभिषेक करने से सभी प्रकार के ग्रह दोष शांत होते हैं, विशेष रूप से शनि, राहु और केतु के अशुभ प्रभाव कम हो सकते हैं। इसके अलावा, यह पूजा मन की शांति, रोगों से मुक्ति और आर्थिक समृद्धि के लिए भी अत्यंत लाभकारी मानी जाती है। यदि कोई व्यक्ति किसी विशेष समस्या से ग्रस्त है, तो महाशिवरात्रि पर रुद्राभिषेक करने से उसे शीघ्र ही राहत मिल सकती है।

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महाशिवरात्रि पर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें

महाशिवरात्रि पर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। यह मंत्र 'ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्।।' है। यदि आप शिवरात्रि के दिन इस मंत्र का जाप 108 बार करती हैं तो आपकी समस्त बाधाएं दूर हो सकती हैं और भगवान शिव की कृपा प्राप्त हो सकती है।

महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाएं

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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, काले तिल शिवजी को अर्पित करने से शनि, राहु और केतु के अशुभ प्रभाव कम होते हैं। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की साढ़े साती, ढैय्या, कालसर्प दोष या पितृ दोष मौजूद हो, तो यह उपाय अत्यंत प्रभावी साबित होता है। इससे नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होता है और जीवन में शांति व स्थिरता आती है।
इसके अलावा, जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर अभिषेक करने से मानसिक तनाव कम होता है और ग्रहों की प्रतिकूलता से राहत मिलती है। यह उपाय विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो करियर में बाधाओं, आर्थिक समस्याओं या पारिवारिक कलह से परेशान हैं। महाशिवरात्रि के दिन सच्चे मन से शिवलिंग पर काले तिल अर्पित करें और भगवान शिव से कृपा प्राप्त करें। इससे जीवन में सुख-समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा।

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शिवलिंग पर बेलपत्र और धतूरा चढ़ाएं

भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र, धतूरा और आक के फूल का विशेष महत्व होता है। ये सभी प्राकृतिक रूप से और धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र माने जाते हैं। महाशिवरात्रि के दिन यदि श्रद्धा और भक्ति के साथ शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा और आक के फूल चढ़ाए जाएं, तो भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी इच्छाएं पूर्ण करते हैं।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बेलपत्र अर्पित करने से मानसिक शांति मिलती है, नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होता है और शत्रु बाधाओं से मुक्ति प्राप्त होती है। वहीं, धतूरा भगवान शिव को प्रिय होने के साथ-साथ जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और आर्थिक समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है। आक के फूल अर्पण करने से विशेष रूप से कर्ज से मुक्ति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

शिव चालीसा और शिव पुराण का पाठ करें

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महाशिवरात्रि पर शिव चालीसा या शिव पुराण का पाठ करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यह उपाय घर में सुख-शांति बनाए रखने और नकारात्मक शक्तियों को दूर करने में सहायक होता है। यदि आप भी घर की समृद्धि के लिए महाशिवरात्रि के दिन शिव चालीसा का पाठ करें तो आपको इसके शुभ फल मिल सकते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।

यदि आप भी महाशिवरात्रि के दिन यहां बताए ज्योतिष उपायों का पालन करते हैं तो जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहती है। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

Images: freepik.com

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