क्या मृत सुहागिन महिलाओं के हाथों की चूड़ियां पहनना माना जाता है शुभ?

हिंदू धर्म में भी विभिन्न क्षेत्रों, समुदायों और परिवारों में अलग-अलग मान्यताएं और प्रथाएं प्रचलित हैं। इन्हीं में से एक है- मृत सुहागिन महिलाओं के हाथों की चूड़ियां पहनना। ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि आखिर यह रिवाज शुभ होता है या नहीं। अगर आपके मन में भी इस तरह के सवाल आ रहे हैं, तो चलिए हम आपको इस बारे में विस्तार से बताते हैं।
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हिंदू धर्म में जन्म से लेकर मृत्यु तक कई रिती-रिवाज होते हैं। ऐसा ही कुछ रिवाज सुहागिन महिलाओं की मृत्यु के समय भी होता है, जिसको लेकर विभिन्न क्षेत्रों, समुदायों और परिवारों में अलग-अलग मान्यताएं और प्रथाएं प्रचलित हैं। ऐसे ही एक प्रथा है- मृत सुहागिन महिलाओं के हाथों की चूड़ियां पहनना। हालांकि, यह एक संवेदनशील विषय है और इस पर कोई एक सर्वमान्य उत्तर देना कठिन हो सकता है, लेकिन कुछ राज्य, परिवार और क्षेत्र में यह परंपरा अभी भी जारी है।

अगर आपके मन में इस विषय को लेकर कोई विशेष प्रश्न है, तो वैसे तो आपको अपने परिवार के बड़े-बुजुर्गों या किसी धार्मिक जानकार से सलाह लेना सबसे अच्छा होगा, क्योंकि वे ही आपकी पारिवारिक परंपराओं के अनुसार उचित मार्गदर्शन कर सकते हैं। अगर फिर भी आपको जवाब नहीं मिल पा रहा है, तो चलिए हम ज्योतिषाचार्य मनोज मिश्रा से जानते हैं कि मृत सुहागिन महिलाओं के हाथों की चूड़ियां पहनना शुभ माना जाता है या अशुभ।

मृत महिलाओं के हाथों की चूड़ियां पहनना शुभ है या अशुभ?

why do women wear bangles

मृत्यु को अक्सर एक बदलाव और संसारिक बंधनों से मुक्ति के रूप में देखा जाता है। मृत व्यक्ति से जुड़ी वस्तुओं के प्रति अलग-अलग दृष्टिकोण हो सकते हैं। हिंदू धर्म में चूड़ियां विवाहित महिलाओं के लिए 'सुहाग' का महत्वपूर्ण प्रतीक मानी जाती हैं। यह पति के जीवित होने और सौभाग्य का प्रतिनिधित्व करती हैं। कुछ परिवारों में मृत महिला के प्रति सम्मान और उनकी स्मृति को संजोने के रूप में उनकी कुछ प्रिय वस्तुओं को रखने या पहनने में कोई आपत्ति नहीं होती है। लोक धारणाओं के मुताबिक किसी भी महिलाओं का सुहागिन के रूप में मृत्यु होना बेहद शुभ माना जाता है।हिंदू धर्म की हर महिलाओं का सपना होता है कि उनकी मृत्यु जब भी हो तो वो सुहागिन के रूप में ही हो। यही वजह है कि कुछ क्षेत्रों में मृत महिलाओं के हाथों की चूड़ियां पहनना शुभ माना जाता है, क्योंकिइसे अमर सुहाग की निशानी माना जाता है। कहा जाता है कि जो सुहागिन महिला के हाथों की चूड़ियां पहनने से अन्य महिलाओं को भी सुहागिन मृत्यु पाने का सौभाग्य मिलता है।

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मृत महिला से जुड़ी इन चीजों को माना जाता है अशुभ

Why do wome wear bangles from dead women

मृत्यु को अक्सर एक अपशकुन माना जाता है और इससे जुड़ी वस्तुओं को भी कुछ हद तक नकारात्मक दृष्टि से देखा जा सकता है। कुछ क्षेत्र, परिवार और समुदायों में यह माना जाता है कि मृत व्यक्ति की कोई भी वस्तु, खासकर जो उनके 'सुहाग' से जुड़ी हो, उसे जीवित विवाहित महिला को नहीं पहनना चाहिए। ऐसा माना जा सकता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा आ सकती है या अशुभ हो सकता है। कुल मिलाकर, मृत सुहागिन महिलाओं के हाथों की चूड़ियां पहनना शुभ माना जाता है या नहीं, यह व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामुदायिक मान्यताओं पर निर्भर करता है। इस विषय पर कोई एक स्पष्ट धार्मिक नियम नहीं है। इस बारे में आपको अपने परिवार के बड़े-बुजुर्गों या किसी धार्मिक जानकार से सलाह लेना सबसे अच्छा होगा, कि आपके परिवार में क्या रिवाज है। ऐसा इसलिए क्योंकि वे ही आपकी पारिवारिक और सामुदायिक परंपराओं के अनुसार उचित मार्गदर्शन कर सकते हैं।

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Image credit- Freepik


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