सावन का महीना पूर्ण रूप से भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित होता है। इस पूरे समय में भक्त शिव जी की अलग तरीके से पूजा करते हैं सोमवार का व्रत करते हैं और शिव भक्ति में लीन रहते हैं। इस पवित्र महीने में भक्त भगवान शिव की आराधना करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए विभिन्न अनुष्ठान करते हैं। ऐसे में आजकल सावन से जुड़े एक जरूरी सवाल कि 'शिवलिंग पर जल किस धातु के बर्तन से चढ़ाना चाहिए'? का सही जवाब जानने के लिए हमने ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से बात की। उनके अनुसार सावन के विभिन्न अनुष्ठानों में से एक शिवलिंग का जल या दोष से अभिषेक करना है, लेकिन आमतौर पर हमें सही जानकारी न होने की वजह से हम किसी भी धातु के बर्तन से शिवलिंग का दूध से अभिषेक करने लगते हैं। ऐसे में शिव पूजन का पूरा फल नहीं मिलता है। ऐसा कहा जाता है कि सावन के पूरे महीने में यदि आप शिवलिंग पर दूध चढ़ाती हैं तो आपके जीवन में शुभ योग बन सकते हैं और मनोकामनाओं को पूर्ति हो सकती है। इसके लिए आपको बर्तन का ध्यान जरूर रखना चाहिए। आइए जानें इसके बारे में कि शिवलिंग पर दूध किस धातु के बर्तन से चढ़ाना शुभ हो सकता है और किस बर्तन का इस्तेमाल भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
शिवलिंग पर दूध चढ़ाने का सही बर्तन कौन सा है?
शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाना सावन का एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान माना जाता है, जो भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करता है। हालांकि यदि आप शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाती हैं तो इसके लिए सही धातु के बर्तन का चुनाव जरूरी होता है। आपको शिवलिंग पर चांदी के बर्तन से जल दूध चढ़ा सकती हैं। ऐसा कहा जाता है कि चांदी एक पवित्र और शुद्ध धातु है और इसे चंद्रमा की धातु भी माना जाता है और यदि आप इस धातु के बर्तन से शिवलिंग पर दूध चढाती हैं तो विशेष रूप से फलदायी माना जाता है।
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क्या पीतल के लोटे से दूध चढ़ाना शुभ माना जाता है?
- किसी भी पूजा-पाठ में इस्तेमाल होने वाली सामग्रियों में से पीतल एक परंपरागत सामग्री मानी जाती है।
- पीतलधातु के बर्तनों का इस्तेमाल शिव जी की पूजा में करना विशेष माना जाता है।
- यदि आप शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ा रही हैं तो चांदी के अलावा पीतल धातु का इस्तेमाल भी कर सकती हैं।
- पीतल के बर्तन से कच्चा दूध चढ़ाने पर भगवान शिव की विशेष कृपा दृष्टि प्राप्त होती है।
क्या स्टील के बर्तन से शिवलिंग पर दूध चढ़ा सकते हैं?
शिवलिंग पर दूध चढ़ाने के लिए स्टील धातु को भी अच्छा माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि स्टील धातु में यदि दूध को रखा जाए तो इसका कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होता है, इसी वजह से शिवलिंग पर जब आप दूध अर्पित करती हैं तो यह एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है और इससे शिव जी की कृपा दृष्टि बनी रहती है।
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शिवलिंग पर किस धातु के बर्तन से दूध नहीं चढ़ाना चाहिए?
- यदि हम शिवलिंग पर दूध चढ़ाने के लिए सबसे खराब धातु की बात करें तो आपको भूलकर भी शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाने के लिए तांबे के बर्तन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- तांबा एक ऐसी धातु है जिसमें दूध रखने से इसमें रासायनिक प्रतिक्रिया होती है, जिससे इसके नुकसान हो सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि तांबा धातु में यदि दूध या इसकी बनी कोई भी सामग्री रखी जाएगी तो वह विष के सामान हो जाती है।
- यदि आप तांबे के पात्र से शिवलिंग पर दूध चढाएंगी तो यह शिवलिंग पर विष चढ़ाने के समान होगा। ऐसे में आपको कच्चे दूध की पवित्रता बनाए रखने के लिए यह सलाह दी जाती है कि भूलकर भी तांबे से बने किसी भी बर्तन से शिवलिंग पर दूध अर्पित न करें।
- यदि आप शिवलिंग का जलाभिषेक कर रही हैं तो आपको तांबे के लोटे का इस्तेमाल करना चाहिए।
शिव जी की पूजा में और अभिषेक के लिए उपयुक्त धातु के बर्तन का इस्तेमाल ही लाभकारी माना जाता है। इसलिए यदि आप भी शिवलिंग पर सावन में दूध चढ़ाएं तो यहां बताए नियमों का पालन जरूरी है।
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