हिन्दू धर्म में गृह प्रवेश बेहद महत्वपूर्ण और शुभ अनुष्ठान माना जाता है। गृह प्रवेश यानी कि नए घर में प्रवेश करने से पहले पूजा-पाठ करना। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में सुख-समृद्धि का भी आगमन होता है।
वहीं गृह प्रवेश करने के लिए ग्रह-नक्षत्रों का सही होना बेहद जरूरी है। गृह प्रवेश के माध्यम से भगवान गणेश और ग्रह देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। इससे घर में किसी प्रकार को कोई परेशानी नहीं आती है। ग्रह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त का होना अत्यंत जरूरी है।
ग्रह प्रवेश के दौरान कई बार ऐसा होता है कि पंडित जी नहीं मिल पाते हैं। अब सवाल है कि बिना पंडित जी के गृह प्रवेश कैसे किया जाए। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
गृह प्रवेश के लिए सामग्री क्या है?
गृह प्रवेश के लिए सामग्री के बारे में यहां नोट करें।
- गंगाजल
- स्वस्तिक बनाकर रखने के लिए लाल रंग
- धूप
- दीपक
- फूल
- फल
- मिठाई
- नारियल
- चावल
- सुपारी
- कलश
- घी
- कुमकुम
- हल्दी
- पान
- सुपारी
गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त
अगर आप गृह प्रवेश करना चाहते हैं, तो शुभ मुहूर्त के बारे में जानना बेहद जरूरी है। इसके अलावा अभिजीत मुहूर्त में गृह प्रवेश किया जा सकता है। अभिजीत मुहूर्त दोपहर के मध्य भाग से 24 मिनट पहले शुरू होता है और 24 मिनट बाद समाप्त होता है। इसका मतलब है कि यह दिन के मध्य भाग में होता है।
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बिना पंडित के इस विधि से करें गृह प्रवेश
- सबसे पहले कलश स्थापना करना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। कलश में गंगाजल, चावल, सुपारी और एक रुपया भरें। नारियल को दो भागों में काटकर कलश के दोनों तरफ रखें।
- पश्चात सबसे पहले भगवान गणेश और कुलदेवता की पूजा करें।
- उसके बाद नौ ग्रहों, वास्तु देवता और ग्रह देवता की पूजा करें।
- पूजा करने के बाद आरती गाएं।
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गृह प्रवेश के लिए क्या है नियम?
- सबसे पहले सभी पूजन सामग्री को लेकर दाहिने पैर से घर में प्रवेश करें। घर में प्रवेश करते समय घर की महिलाओं को नारियल फोड़कर अंदर ले जाना चाहिए।
- नए घर में प्रवेश करते समय "ॐ" मंत्र का जाप करें।
- पूजा घर में गंगाजल से छिड़काव करें।
- गंगाजल से छिड़काव करने के बाद भगवान गणेश का ध्यान करें।
- इस दौरान कीर्तन करना बेहद शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है। इससे सौभाग्य में वृद्धि हो सकती है।
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Image Credit - herzindagi
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