हनुमान जयंती का खास पर्व आने वाला है। इस दिन हिंदू धर्म में भगवान हनुमान जन्म का उत्सव मनाया जाता है। हनुमान जयंती के अवसर पर भगवान हनुमान जी की खास विधि से पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन हनुमान जी को स्नान करवा कर उन्हें सिंदूर और घी का चोला चढ़ाया जाता है। कुमकुम, चंदन और फूल अर्पित करने के साथ-साथ उन्हें पीपल, पान, तुलसी और आंकड़े के पत्तों से माला भी बनाकर चढ़ाया जाता है। हनुमान जी को इन मालाओं को अर्पित करने का विशेष लाभ मिलता है, चलिए इस लेख में इन मालाओं के बारे में थोड़ा और जान लें।
पान के पत्तों का माला
किसी भी शुभ कार्यों में पान के पत्ते का विशेष महत्व है। लगभग सभी पूजा-अनुष्ठानों में पान के पत्तों का उपयोग किया जाता है। संस्कृत भाषा में पान के पत्ते को तांबूल कहा गया है, इसकी उत्पत्ति समुद्र मंथन के साथ हुआ है इसलिए इसे और भी ज्यादा पवित्र माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पान के पत्ते की माला बनाकर उसमें राम-राम लिखकर हनुमान जी को चढ़ाने से जीवन में चल रही तमाम तरह के बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
आंकड़े के पत्तों की माला
आंकड़े का फूल भगवान शिव को बहुत प्रिय है, वहीं इसके पत्ते से बनी माला हनुमान जी को बहुत प्रिय है। मान्यता है कि हनुमान जी को आंकड़े के पत्तों में राम-राम लिखकर माला बनाकर हनुमान जी को चढ़ाने से जीवन में चल रही परेशानी और बाधाओं से मुक्ति मिलती है। हनुमान जी को राम नाम बहुत प्रिय है और जब आप उन्हें आंकड़े के पत्ते में सिंदूर से राम नाम लिखकर माला पहनाते हैं, तो हनुमान जी भक्त के ऊपर अपनी कृपा बनाए रखते हैं।
इसे भी पढ़ें: Ram Navami 2024: इस साल रामनवमी पर बन रहा है विशेष संयोग, इन राशियों पर होगी प्रभु श्री राम की विशेष कृपा
तुलसी के पत्तों की माला
तुलसी का पत्ता भगवान विष्णु को ही नहीं हनुमान जी को बहुत प्रिय है। ऐसे में यदि आप उन्हें तुलसी के पत्ते और मंजरी से माला बनाकर पहनाते हैं, तो हनुमान जी अपने भक्तों पर सदैव अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं। हनुमान जी को तुलसी-पत्र और मंजरी बहुत पसंद है, इसलिए आप हनुमान जयंती के दिन बजरंगबली की विशेष कृपा पाने के लिए तुलसी की माला जरूर चढ़ाएं।
पीपल के पत्तों की माला
पीपल के पत्तों में सिंदूर से राम नाम लिखकर हनुमान जी को माला चढ़ाने से जीवन में रुके हुए काम बनने लगते हैं। भगवान हनुमान जी को पीपल के पत्तों की माला (पीपल के पत्तों का उपाय) चढ़ाने से जीवन के सभी कष्ट, बाधा और रोग दूर होती है। हनुमान जयंती के अलावा आप शनिवार और मंगलवार के दिन पीपल के पत्तों की माला अर्पित कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: Chaitra Navratri Jawara Visarjan Vidhi 2024: नवरात्रि में जवारे विसर्जन कब करें, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व
आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें-
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Image Credit: Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों