Pitru Paksha 2024: तर्पण और पिंडदान में क्या होता है अंतर?

शास्त्रों में यह बताया गया है कि पितरों के निमित्त तर्पण या पिंडदान करते समय नियमों का ध्यान रखना भी जरूरी है। हालांकि अक्सर लोग तर्पण और पिंडदान से जुड़ी गलतियां कर बैठते हैं।
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पितृपक्ष के दौरान तर्पण या पिंडदान करना पितरों को मोक्ष दिलाता है एवं इस कर्म को करने वाले व्यक्ति को पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि पितरों के निमित्त तर्पण या पिंडदान करते समय नियमों का ध्यान रखना भी जरूरी है। हालांकि अक्सर लोग तर्पण और पिंडदान से जुड़ी गलतियां कर बैठते हैं क्योंकि ज्यादातर लोगों को यह पता ही नहीं होता है कि तर्पण और पिंडदान में अंतर क्या है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि कैसे पिंडदान से अलग होता है तर्पण।

क्या होता है तर्पण?

tarpan aur pind daan mein kya hai antar

जब जल, दूध, तिल और कुश का पितरों के निमित्त अर्पण किया जाता है, उसे तर्पण कहते हैं। शास्त्रों में बताया गया हैं कि जब अंगूठे के माध्यम से पितरों को जल देते हैं तब उस विधि को तर्पण कहते हैं। पितृ पक्ष के दौरान तर्पण करने से पितृ शांत और संतुष्ट हो जाते हैं।

तर्पण पितरों के अलावा, ऋषियों को तृप्त करने के लिए भी किया जाता है। यहां तक कि देवताओं के लिए भी तर्पण होता है। हालांकि देवताओं के लिए तर्पण विधि भिन्न है लेकिन उस विधि को तर्पण की कहते हैं। देवताओं को तर्पण तर्जनी उंगली से दिए जाने का विधान है।

क्या होता है पिंडदान?

tarpan aur pind daan kaise hain alag alag

पिंडदान के माध्यम से पितरों को भोजन कराया जाता है। पिंडदान को सबसे सरल मार्ग माना जाता है पितरों को शांत करने हेतु और उनकी कृपा पाने हेतु। पिंडदान करने से ही पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और पिशाच योनी में भटक रहे पितरों को भी मुक्ति मिलती है।

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सरसल शब्दों में कहें तो पिंडदान वो विधि है जिसके माध्यम से पितरों को श्रद्धांजलि दी जाती है। शास्त्रों में ऐसा वर्णन मिलता है कि जिस भी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके परिवार वालों ने पिंडदान नहीं किया, उस व्यक्ति की आत्मा बहुत कष्ट भोगती है और उसे शांति नहीं मिलती।

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर क्या होता है पिंड दान और क्या तर्पण एवं कैसे ये दोनों कर्म अलग-अलग हैं। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi

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