क्या पिता को राखी बांध सकती है बेटी? जानें इसका धार्मिक महत्व

रक्षाबंधन का त्योहार हर किसी के लिए खास होता है। इस दिन हर कोई अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र को बांधती हैं। लेकिन कुछ बेटियां होती हैं, जो अपने पिता की कलाई पर भी राखी बांधती हैं। आइए आर्टिकल में जानते हैं इसका क्या धार्मिक महत्व होता है।
image

रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के प्रेम और रक्षा के वचन का प्रतीक माना जाता है। आमतौर पर इस दिन बहन अपने भाई को राखी बांधती है और उसकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती है, जबकि भाई बहन को रक्षा का वचन देता है। लेकिन कई सारी बेटियां होती हैं। अपने पिता को भी राखी बांधती है। इसके पीछे क्या है कारण और धार्मिक महत्व क्या है। आपके साथ आर्टिकल में शेयर करते हैं।

बेटी पिता को क्यों बांधती है राखी

ऐसा अक्सर कहा जाता है कि राखी का त्योहार सबसे खास होता है। इस दिन किसी व्यक्ति की कलाई सूनी नहीं रहनी चाहिए। इसलिए अगर पिता की बहन घर पर राखी बांधने नहीं आती है, तो वो रस्म बेटी से कराई जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि बेटी घर की लक्ष्मी कही जाती है, और लक्ष्मी से इस रस्म को करवाने से उनके जीवन की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं। इसलिए यह रक्षा का धागा पिता अपनी बेटी से बंधवा सकते हैं।

1 - 2025-07-30T173903.382

बेटी के पिता को राखी बांधने के पीछे का धार्मिक महत्व क्या है?

  • शास्त्रों में रक्षासूत्र बांधने की परंपरा केवल भाई-बहन तक सीमित नहीं रही है। प्राचीन काल में यह एक ऐसा सूत्र था जिसे रक्षा के उद्देश्य से किसी भी प्रियजन या शुभ व्यक्ति को बांधा जाता था। पुराणों में इस बात का उल्लेख है कि द्रौपदी ने श्रीकृष्ण को राखी बांधी थी, जो उनके भाई नहीं थे, लेकिन उन्होंने उनकी रक्षा का वचन निभाया।
  • कुछ स्थानों पर महिलाएं अपने गुरु, पिता या यहां तक कि राजा को भी राखी बांधती थीं, ताकि वे उन्हें जीवन में सुरक्षा और आशीर्वाद दें।
  • इसलिए धार्मिक दृष्टिकोण से यह परंपरा गलत नहीं मानी जाती, बल्कि यह दर्शाता है कि रक्षा का वचन सिर्फ खून के रिश्ते तक सीमित नहीं होता।
2 - 2025-07-30T173905.954

पिता के हाथों में राखी बांधने का महत्व

  • आज की बेटियां न केवल अपने भाइयों को बल्कि अपने पिता, दादा या यहां तक कि पिता समान रिश्तों को भी राखी बांध रही हैं। यह परंपरा परिवार में स्नेह और एकजुटता को बढ़ावा देती है।
  • कुछ बेटियां यह मानती हैं कि उनके जीवन में सबसे पहली और सबसे सशक्त रक्षा कवच उनके पिता ही होते हैं।
  • कई परिवारों में यह एक भावनात्मक परंपरा बन चुकी है, जिसमें बेटी अपने पापा को राखी बांधकर उनका आशीर्वाद लेती है।

रक्षाबंधन प्रेम, सुरक्षा और विश्वास का रिश्ता होता है। यदि बेटी अपने पिता को राखी बांधती है, तो यह न केवल एक सुंदर भाव है, बल्कि उन रिश्तों की गहराई को भी दर्शाता है, जो हमारी संस्कृति की जड़ें मजबूत करते हैं। इसलिए इस रक्षाबंधन आप अपने पिता को राखी बांध सकती हैं।

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ

Image Credit-Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP