bhanu saptami 2025 surya arghya ka mahatva

Bhanu Saptami 2025 Surya Arghya: भानु सप्तमी के दिन सूर्य को अर्घ्य देते समय न करें ये गलतियां

ऐसा माना जाता है कि भानु सप्तमी के दिन सूर्य को अर्घ्य देने से तेज, यश, आरोग्य और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। हालांकि, भानु सप्तमी के दिन सूर्य को अर्घ्य देने के कुछ नियम भी हैं। 
Editorial
Updated:- 2025-05-01, 17:00 IST

भानु सप्तमी भगवान सूर्य को समर्पित है। वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि के दिन भानु सप्तमी मनाई जाती है। इस दिन सूर्य देव की पूजा और उन्हें अर्घ्य देने का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन सूर्य को अर्घ्य देने से तेज, यश, आरोग्य और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। भानु सप्तमी के दिन सूर्य को अर्घ्य देने के कुछ नियम भी हैं। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि भानु सप्तमी के दिन सूर्य को अर्घ्य देते समय भूल से भी कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए। आइये जानते हैं।

भानु सप्तमी 2025 के दिन सूर्य को अर्घ्य देने के नियम

अगर आप भानु सप्तमी के दिन सुबह सूर्य देव को जल चढ़ा रहे हैं तो ध्यान रखें कि ब्रह्म मुहूर्त में ही सूर्य देव को जल अर्पित करें। सूर्योदय के बाद या फिर दोपहर में अर्घ्य देने का कोई लाभ नहीं है। जो लोग अर्घ्य देंगे वो कम से कम भानु सप्तमी के दिन मांस न खाएं तो उचित होगा।

bhanu saptami 2025 pr kya hain surya ko jal dene ke niyam

एक बार भानु सप्तमी के दिन से अगर आपने अर्घ्य देना शुरू कर दिया है तो इस नियम को कभी भी तोड़ना नहीं चाहिए। अगर आप कभी सही समय पर अर्घ्य देना भूल जाएं, तो सूर्य देव से माफी मांगते हुए जल में थोड़ी रोली डालकर चढ़ाएं। इससे पूजा खंडन का दोष नहीं लगता है।

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भानु सप्तमी के दिन बासी जल का इस्तेमाल सूर्य को अर्घ्य देने के लिए न करें। अर्घ्य देते समय आपको सूर्य देव के मंत्र 'ऊं घृणि सूर्याय नमः' का सात बार जाप ज़रूर करना चाहिए। अगर आपको यह मंत्र याद नहीं तो आप सूर्य देव के 12 नामों का जाप कर सकते हैं। यह शुभ होगा।

भानु सप्तमी के दिन पूर्व दिशा की ओर मुख करके ही सूर्य देव को जल चढ़ाएं। अगर हो सके तो जल में कुमकुम और लाल फूल ज़रूर डालें। अगर ये चीजें न हों, तो कम से कम जल में चावल ज़रूर डालें। जल के लिए तांबे के धातु का लोटा उपयोग में लाएं और उस पर कलावा बांधने।

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अर्घ्य देने के बाद सूर्य देव का ध्यान करते हुए उनके चारों ओर घूमना चाहिए। यह ध्यान रखें कि जब आप सूर्य देव को जल चढ़ा रहे हों, तो जल की बूंदें आपके पैरों पर न गिरें। भानु सप्तमी के दिन सूर्य अर्घ्य के बाद आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ अवश्य करें। इससे सूर्य कृपा बरसेगी।

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सूर्य देव को अर्घ्य देते समय किस रंग के वस्त्र धारण करें?
सूर्य देव को अर्घ्य देते समय लाल या नारंगी रंग के वस्त्र धारण करना शुभ होता है।
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