हिंदू धर्म में कई सारे तीज-त्योहार आते हैं। इस समय तो त्योहारों का ही सीजन शुरू होने वाला है। ऐसे में हर तिथि पर कोई न कोई व्रत होता ही है। आपको बता दें कि भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पड़ती है। इस दिन लोग ललिता सप्तमी का व्रत रखते हैं। इस साल भी राधा अष्टमी से पहले ललिता सप्तमी का व्रत रखा जाएगा। आइए पंडित जी से इसका सही दिन और महत्व की जानकारी जानते हैं। जिसे पंडित जन्मेश द्विवेदी जी ने हमारे साथ शेयर की है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि 29 अगस्त को रात 08 बजकर 21 मिनट पर शुरू हो रही है, जो 30 अगस्त को देर रात 10 बजकर 46 मिनट तक रहेगी। ऐसे में 30 अगस्त को ललिता सप्तमी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन शनिवार पड़ रहा है। जितने भी लोग इस सप्तमी पर व्रत करते हैं वो देवी ललिता की पूजा-अर्चना करेंगे। साथ ही, उनके नाम को लेकर व्रत धारण करेंगे। आपको बता दें कि इस व्रत को करने से आप राधा रानी के प्रिय बन सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यह तिथि उनकी प्रिय सखी ललिता की है।
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कथा के अनुसार देवी ललिता राधा रानी की सबसे प्रिय सखी में से एक थी। वहीं थी जिन्होंने राधा-कृष्ण के प्रेम को समझा। यही कारण है राधा अष्टमी से पहले ललिता सप्तमी मनाई जाती है। इस पूजा में कई सारे लोग राधा रानी और भगवान कृष्ण की पूजा होती है।
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