आषाढ़ अमावस्या इस साल 25 जून, बुधवार को पड़ रही है। आषाढ़ अमावस्या के दिन जहां एक ओर भगवान शिव की पूजा का विधान है क्योंकि वह अमावस्या के देव माने जाते हैं तो वहीं, इस दिन पितरों का तर्पण करने का भी खासा महत्व है। ऐसा माना जाता है कि आषाढ़ अमावस्या के दिन पितृ तर्पण करने से पितृ दोष दूर होता है और पितरों की कृपा बरसती है, लेकिन अगर किसी कारण से आप आषाढ़ अमावस्या के दिन पितृ तर्पण न कर सकें तो ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स द्वारा बताये गए समाधान के अनुसार, आप आषाढ़ अमावस्या के दिन इन 5 जगहों पर दीपक जला लें। इससे पितरों की नाराजगी और उनका क्रोध दूर होगा।
पीपल के पेड़ के नीचे: पीपल के पेड़ को त्रिदेवों ब्रह्मा, विष्णु, महेश का निवास स्थान माना जाता है और इसमें पितरों का भी वास माना गया है। आषाढ़ अमावस्या के दिन शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे आटे का या तिल के तेल का दीपक जलाना बहुत पुण्यकारी होता है। दीपक जलाने के बाद पीपल की परिक्रमा भी करनी चाहिए। ऐसा करने से पितर प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
घर की दक्षिण दिशा में: दक्षिण दिशा को पितरों की दिशा माना जाता है। आषाढ़ अमावस्या के दिन शाम के समय घर की दक्षिण दिशा में तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने से पितरों को शांति मिलती है और वे प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं। इससे घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।
यह भी पढ़ें: कब है आषाढ़ अमावस्या 2025? जानें पूजा से लेकर राहु काल तक का समय और महत्व
घर के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में: ईशान कोण को देवी-देवताओं का स्थान माना जाता है। आषाढ़ अमावस्या के दिन घर के ईशान कोण में घी का दीपक जलाना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है और घर में सुख-शांति का वास होता है।
रसोई घर में: आषाढ़ अमावस्या की रात को रसोई घर में घी का दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने से मां अन्नपूर्णा की कृपा बनी रहती है, जिससे घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती और बरकत बनी रहती है। यह उपाय घर में आर्थिक संपन्नता लाने में भी सहायक माना जाता है।
यह भी पढ़ें: Shiv Ji Ke Upay: शनिवार के दिन शिव जी से जुड़े करें ये उपाय, बनी रहेगी सुख-समृद्धि
पवित्र नदी के पास: अगर आपके घर के पास कोई नदी, तालाब या कुआं है तो आषाढ़ अमावस्या के दिन वहां दीपक जरूर जलाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इससे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। अगर ऐसी कोई जगह आसपास न हो, तो आप अपने घर के आंगन या छत पर भी पानी से भरे पात्र के पास दीपक जला सकते हैं।
अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
image credit: herzindagi
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।