आज 31 मई 2025, शनिवार का दिन है। पंचांग के अनुसार, आज ज्येष्ठ माह की पंचमी तिथि और पुष्य नक्षत्र रहेगा। चंद्रमा कर्क राशि में संचार करेगा, जबकि सूर्य वृषभ राशि में रहेगा। आज रवि योग भी बन रहा है, जिसे शुभ कार्यों के लिए अच्छा माना जाता है। हालांकि, राहुकाल भी पड़ रहा है और इस दौरान किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से बचना चाहिए। आज कोई विशेष त्योहार नहीं है, लेकिन शनिवार होने के कारण न्याय के देवता शनि देव की पूजा करना लाभकारी रहेगा। शुक्र ग्रह भी आज मेष राशि में गोचर करेंगे। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि आज कई ऐसे शुभ मुहूर्त हैं जिनमें धन का निवेश करने जैसे निर्णय आप ले तो अच्छा रहेगा। ऐसे में आइये जानते हैं आज के पंचांग के बारे में विस्तार से।
आज का पंचांग 31 मई 2025
तिथि | नक्षत्र | दिन/वार | योग | करण |
ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष पंचमी | पुष्य | शनिवार | वृद्धि | बव, बालव, कौलव |
आज का सूर्य और चंद्रमा का समय (31 मई 2025)
प्रहार | समय |
सूर्योदय | सुबह 05:24 बजे |
सूर्यास्त | शाम 07:14 बजे |
चंद्रोदय | सुबह 09:41 बजे |
चंद्रास्त | रात 11:27 बजे |
आज का शुभ मुहूर्त और योग (31 मई 2025)
मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04:02 बजे से सुबह 04:43 बजे तक |
अभिजीत मुहूर्त | सुबह 11:51 बजे से दोपहर 12:47 बजे तक |
अमृत काल मुहूर्त | दोपहर 02:49 बजे से शाम 04:23 बजे तक |
विजय मुहूर्त | दोपहर 02:37 बजे से दोपहर 03:33 बजे तक |
गोधुली मुहूर्त | शाम 07:13 बजे से शाम 07:33 बजे तक |
संध्या मुहूर्त | शाम 07:14 बजे से रात 08:15 बजे तक |
रवि योग | रात 09:07 बजे से अगली सुबह 05:24 बजे (1 जून) |
आज का अशुभ मुहूर्त 31 मई 2025
मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
राहु काल | सुबह 08:51 बजे से सुबह 10:35 बजे तक |
गुलिक काल | सुबह 07:08 बजे से सुबह 08:51 बजे तक |
यमगंड | दोपहर 02:03 बजे से दोपहर 03:47 बजे तक |
दुर्मुहूर्त | सुबह 07:31 बजे से सुबह 08:24 बजे तक |
आज का पर्व और त्योहार (31 मई 2025)
आज, 31 मई 2025 को हिंदू पंचांग के अनुसार कोई बड़ा या प्रमुख व्रत-त्योहार नहीं है, लेकिन शनिवार होने के कारण आज शनिवार का व्रत रखा जाएगा और आज के दिन शनिदेव की पूजा भी करना शुभ रहेगा। जो लोग शनि देव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं या शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से प्रभावित हैं, वे इस दिन शनि मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना कर सकते हैं, सरसों का तेल चढ़ा सकते हैं, काले तिल और उड़द दाल का दान कर सकते हैं। शनिवार का व्रत शनिदेव के लिए रखने से मनोकामना की पूर्ति होती है।
आज का उपाय (31 मई 2025)
शनि मंदिर में पूजा: चूंकि यह शनिवार का दिन है, आप पास के किसी शनि मंदिर में जाकर शनि देव की पूजा कर सकते हैं। उन्हें सरसों का तेल चढ़ाएं, काले तिल, उड़द दाल, लोहा या काली वस्तुएं दान करें।
शनि चालीसा का पाठ: शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि चालीसा या दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है।
पीपल के पेड़ की पूजा: शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। पीपल के पेड़ की परिक्रमा करना भी लाभकारी होता है।
गरीबों और जरूरतमंदों की मदद: शनिवार को गरीबों और जरूरतमंदों को दान करना, खासकर काले कपड़े, भोजन या जूते-चप्पल, शनि देव को प्रसन्न करता है और उनके नकारात्मक प्रभावों को कम करता है।
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image credit: herzindagi
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