अगले जन्म में सिर्फ भीम की ही क्यों पत्नी बनना चाहती थीं द्रौपदी?

महाभारत के दो महत्वपूर्ण पात्रों द्रौपदी और भीम से जुड़ी एक बात कही जाती है कि द्रौपदी जब अपने अंतिम समय में थी तब उन्होंने श्री कृष्ण के सामने यह इच्छा रखी थी कि वह अगले जन्म में सिर्फ ओर सिर्फ पांचों पांडवों में से भीम की ही पत्नी बनना चाहती हैं।
What is the relationship between Draupadi and Bhima

महाभारत से जुड़े ऐसे कई रहस्य हैं जो आज भी एक गुत्थी बने हुए हैं। वहीं, कुछ ऐसी बातें भी हैं जो महाभारत के पात्रों से जुड़ी हुई हैं और आज के समय में किसी न किसी रूप में सामने आती रहती हैं। इसी कड़ी में महाभारत के दो महत्वपूर्ण पात्रों द्रौपदी और भीम से जुड़ी एक बात कही जाती है कि द्रौपदी जब अपने अंतिम समय में थी तब उन्होंने श्री कृष्ण के सामने यह इच्छा रखी थी कि वह अगले जन्म में सिर्फ ओर सिर्फ पांचों पांडवों में से भीम की ही पत्नी बनना चाहती हैं। जब हमने इस बारे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से पूछा तो उन्होंने हमें इस घटना को विस्तार से बताया। आइये जानते हैं।

क्यों भीम को ही अगले जन्म में पति बनाना चाहती थीं द्रौपदी?

महाभारत के अनुसार, द्रौपदी को स्वयंवर में जीतकर अर्जुन लाये थे और माता कुंती के वचनों के कारण द्रौपदी को पांचों पांडवों की पत्नी बनना पड़ा था। इसी कारण से उनका नाम पांचाली पड़ा।

Did Arjun love Draupadi more than Subhadra

हालांकि महाभारत में ऐसी घटनाएं हैं जो यह दर्शाती हैं कि सभी पांडवों में से सिर्फ एक भीम ही ऐसे थे जो द्रौपदी को सबसे अधिक प्रेम करते थे। जब भीम ने अन्य तीन विवाह भी किये थे तब भी।

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जब वनवास के दौरान पांडवों के साथ द्रौपदी भी थीं तब, जब भी कभी द्रौपदी के सम्मान पर आंच आती थी उस समय भीम ही सबसे पहले द्रौपदी की रक्षा के लिए तैयार रहते थे और दुष्ट का संहार करते थे।

जब द्रौपदी को युद्धिष्ठिर द्वारा जुए में दाव पर लगाने की घटना हुई थी तब भी दुर्योधन ही थे जिन्होंने सबसे पहले इसका विरोध किया था। उस समय भीम अपने भाई के खिलाफ तक चले गए थे।

वहीं, जब दुर्योधन के भाई दुशासन ने द्रौपदी को भरी सभा में बालों से पकड़ कर घसीटा था और द्रौपदी का चीर हरण करने की कोशिश की थी। तब भी भीम ने दुर्योधन और दुशासन के वध की प्रतिज्ञा ली थी।

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इसके अलावा, एक प्रतिज्ञा द्रौपदी ने भी ली थी कि वह तब तक अपने केशों को यानि कि बालों को नहीं बांधेंगी जब तक कि वह दुर्योधन और दुशासन के रक्त से अपने बाल धो नहीं लेती हैं।

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भीम ने ही इस प्रतिज्ञा को पूरा करने में द्रौपदी की सहायता की थी। भीम न ही दुशासन का वध कर उसका सीना चीरकर रक्त निकाला था और उस रक्त से द्रौपदी के बाल धोए थे।

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर क्यों द्रौपदी सिर्फ भीम की पत्नी अपने अगले जन्म में बनना चाहती थीं।

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image credit: meta ai, herzindagi

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