क्या शनि की साढ़े साती में सोना नहीं पहनना चाहिए?

शनि की साढ़े साती को कई राशियों के लिए प्रतिकूल माना जाता है और इस दौरान हमें ऐसे काम न करने की साल्ह दी जाती है जिससे शनि का कोई भी नकारात्मक प्रभाव हो सके। 

can we wear gold in sade sati as per astrology

ज्योतिष मानव जीवन पर आकाशीय प्रभावों को समझने की एक प्रणाली है। सदियों से हम ज्योतिष की भविष्यवाणी पर विश्वास करते चले आए हैं और उसके नियमों का पालन हमारे जीवन में समृद्धि लाने में मदद करता है।

ऐसा माना जाता है कि यदि आप इसकी बातों का पालन करती हैं तो आपके जीवन में संपन्नता आती है और इनका पालन न करने से इसके प्रतिकूल प्रभाव होते हैं। कई ज्योतिष घटनाओं के बीच एक है शनि की साढ़े साती।

मान्यता यह है कि जिस व्यक्ति की राशि पर भी शनि की साढ़े साती होती है उसके जीवन में इसके अनुकूल और प्रतिकूल दोनों तरह के प्रभाव होते हैं। वहीं शनि की साढ़े साती के लिए कई ज्योतिषीय नियम भी बनाए गए हैं, जिनके पालन से इसका असर जीवन में कम होता है। शनि साढ़े साती कई लोगों के लिए काफी महत्व और रखती है। शनि की साढ़े साती में सोना या चांदी जैसी धातुओं का भी विशेष महत्व है। आइए ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से जानें कि क्या शनि साढ़े साती के दौरान सोना धारण करना ठीक है?

क्या होती है शनि की साढ़े साती

shani sade sati effects

शनि साढ़े साती किसी व्यक्ति के जन्म के चंद्रमा से 12वें, 1 और 2 घरों के माध्यम से शनि ग्रह के राशि में प्रवेश करने की वजह से आती है। शनि का किसी भी राशि में प्रवेश होने के बाद वो कम से कम साढ़े सात साल तक उसी राशि में रहते हैं।

शनिदेव को हमेशा से एक ऐसे देवता के रूप में पूजा जाता रहा है जो आपके जीवन में अनुकूल और प्रतिकूल दोनों तरह के परिणाम दिखाते हैं। जहां एक तरफ शनि की नजर को शुभ नहीं माना जाता है, वहीं जिस राशि पर ये प्रसन्न होते हैं उनका कल्याण निश्चित होता है।

साढ़े साती के तीन चरण होते हैं जिनमें से पहला चरण ढाई साल का होता है, दूसरा भी इतनी ही अवधि का और तीसरा भी ढाई साल का ही होता है। शनि की साढ़े साती में कोई एक चरण किसी व्यक्ति के लिए नकारात्मक प्रभाव देता है, जिसमें व्यक्ति को आर्थिक हानि, सेहत से जुड़ी समस्याएं और अन्य परेशानियां होती हैं। वहीं कुछ लोगों के लिए शनि की साढ़े साती के सभी चरण अनुकूल भी हो सकते हैं।

इसे जरूर पढ़ें: Shani Saade Sati: जीवन में कितनी बार आती है शनिदेव की साढ़े साती?

क्या शनि की साढ़े साती में सोना पहनना चाहिए

can we wear gold in sade sati

ज्योतिष की मानें तो आपको शनि की साढ़े साती के दौरान सोना धातु न पहनने की सलाह दी जाती है। इसका एक बड़ा कारण यह है कि सोना हमेशा से ही सूर्य की धातु माना जाता है। इसका मतलब यह है कि सूर्य को मजबूत करने के लिए सोना धातु को शुभ माना जाता है।

वहीं जब हम सूर्य और शनि के रिश्ते की बात करते हैं तो इनके बीच पिता और पुत्र का रिश्ता है। मान्यता है कि सूर्यदेव के पुत्र शनिदेव हैं और एक मान्यता के अनुसार पिता और पुत्र के बीच शत्रुता है। ऐसे में जब सोना सूर्यदेव की धातु है तो यदि आप शनि की साढ़े साती के दौरान इसे धारण करते हैं तो आपके जीवन में इसके नकारात्मक प्रभाव होने लगते हैं और साढ़े साती का भी दुष्प्रभाव हो सकता है।

शनि की साढ़े साती के चरण क्या होते हैं

मान्यता है कि शनि की साढ़े साती में तीन चरण होते हैं। इसका पहला चरण तब होता है जब शनि जन्म के चंद्रमा से 12वें घर में गोचर करता है, जो नुकसान, अलगाव और आत्मनिरीक्षण से संबंधित चुनौतियों का संकेत देता है।

दूसरा चरण तब सामने आता है जब शनि पहले घर में प्रवेश करता है, जो पहचान, आत्म-अभिव्यक्ति और व्यक्तिगत विकास से संबंधित मुद्दों पर प्रकाश डालता है। साढ़े साती का अंतिम चरण तब होता है जब शनि वित्त, परिवार और मूल्यों के मामलों पर ध्यान केंद्रित करते हुए दूसरे घर में प्रवेश करते हैं।

शनि की साढ़े साती के दौरान सोना पहनने से क्या होता है?

gold in sade sati

ऐसा माना जाता है कि यदि आप शनि की साढ़े साती के दौरान सोना पहनते हैं तो आपको ज्यादा गुस्सा आ सकता है, क्योंकि आपके भीतर सूर्य की ऊर्जा का गमन हो सकता है। इसकी वजह से आपके बनते काम भी बिगड़ सकते हैं।

कई बार आप कोई निर्णय ज्यादा उत्तेजना में ले सकते हैं जिसकी वजह से आपको इसके नुकसान हो सकते हैं। साढ़े साती के दौरान शनि ग्रह गोचर के आपके जीवन में प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकते हैं और इसका नकारात्मक प्रभाव आपके जीवन को भी प्रभावित कर सकता है।

इसे जरूर पढ़ें: क्या शनि की साढ़े साती के साथ ही लगती है ढैय्या?

शनि की साढ़े साती में कौन सी धातु पहनना शुभ होता है

अगर आपकी कुंडली में शनि की साढ़े साती है तो आप इससे निजात पाने के लिए लोहे का छल्ला धारण कर सकते हैं। लोहे को शनि देव की धातु माना जाता है इसे धारण करने से शनि का आपके जीवन में किसी भी तरह का बुरा प्रभाव नहीं होता है।

लोहे के छल्ले को धारण करने से राहु और केतु के दुष्प्रभावों को भी कम किया जा सकता है। इसके अलावा आप चांदी धातु भी धारण कर सकते हैं। चांदी को चंद्रमा की धातु माना जाता है और यदि आप साढ़े साती के दौरान चांदी धारण करते हैं तो इसका असर कम हो सकता है और आपका मन शांति रहता है।

यहां बताए कारणों की वजह से आपको शनि की साढ़े साती के दौरान कुछ धातुएं न पहनने की सलाह दी जाती है और कुछ धातुएं शुभ मानी जाती हैं।

आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें

आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Images:Freepik.com

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP