हम सभी यह बात जानते हैं कि आंखों में कोई भी समस्या होने पर कितनी परेशानी झेलनी पड़ती है, लेकिन हम कभी भी अपनी आंखों की सही और रोजाना देखभाल नहीं करते हैं। इतना ही नहीं, जलन और खुजली होने पर हम आंखों को रगड़ने लगते हैं। हालांकि, इससे तुरंत राहत का अहसास होता है, लेकिन यह आपकी आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है।
आज हम आपके लिए एक आसान उपाय लेकर आए हैं, जो आंखों की परेशानियों से राहत दिला सकता है। जी हां, हम नेत्र शुद्धि के बारे में बात कर रहे हैं। इसे कुछ लोग नेत्र नेति या आई वॉश के नाम से भी जानते हैं। इसकी जानकारी योग एक्सपर्ट जूही कपूर ने शेयर की हैं। आइए इसे करने के तरीके और फायदों के बारे में जानें-
एक्सपर्ट का कहना है, ''नेत्र शुद्धि आंखों को साफ करने का प्राचीन तरीका है। यह अद्भुत क्लीनिंग तकनीक 100 प्रतिशत नेचुरल और केमिकल-फ्री है, जो आंखों की जलन और थकान दूर करती है और आंखों को तरोताजा रखती है। इसमें इस्तेमाल होने वाले कप आंखों से गंदगी, जलन और अन्य कणों को बाहर निकालते हैं, जिससे आंखें साफ होती हैं और दृष्टि तेज होती है। साथ ही, इससे आंखों को आराम मिलता है और मजबूती आती है।''
नेत्र शुद्धि की विधि
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- दो नेति कप लें
- इसमें साफ पानी डालें।
- फिर गुलाब जल की 2 बूंदें डालें।
- आंखों को नेति कप में डुबोएं और सक्शन बनाएं
- फिर आई बॉल्स को क्लॉकवाइज और एंटी-क्लॉकवाइज घुमाएं।
- 10-15 बार आंखें झपकाएं।
- ऐसा 10 राउंड में करें।
- फिर नेति कप को हटा दें।
- रिलैक्स के लिए आंखों के आस-पास मालिश करें।
नेत्र शुद्धि के फायदे
आंखों की सफाई
इस क्रिया को करने से आंखों की सफाई होती है और दृष्टि में सुधार होता है। एक्सपर्ट का कहना है कि ''यह क्रिया टियर डक्ट्स को साफ करके आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ाती है।''
आंखों को मिलता है आराम
दिन-भर लैपटॉप और मोबाइल को देखकर आंखें थक जाती है। इस क्रिया को करने से आंखों को आराम मिलता है। साथ ही, यह थकी या सूजी हुई आंखों, आंखों में जलन, आंखों का लाल होना और आंखों से पानी आने जैसी समस्याओं में उपयोगी है।
माइग्रेन में राहत
आंखों की समस्याओं या तनावग्रस्त आंखों के कारण सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या होती है, लेकिन इस क्रिया को करने से आपको राहत मिलती है।
रात में आती है अच्छी नींद
इसे करने से रात को अच्छी नींद आती है, क्योंकि नेत्र नेति से आंखों को आराम मिलता है। दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि आंखों को पानी से साफ करने के दौरान उनका वर्कआउट होता है, जिससे आंखों को रिलैक्स महसूस होता है।
डार्क सर्कल्स होते हैं कम
इसे करने से आंखों और ऑप्टिक नर्वस में ब्लड की आपूर्ति बढ़ जाती है। ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने से डार्क सर्कल्स कम होते हैं।
सावधानी
अगर आपको आंखों से जुड़ी कोई भी समस्या है, तो इसे करने से बचें-
- आंख की सर्जरी
- आंखों में दर्द
- ग्लूकोमा
- रेटिनल डिटैचमेंट (यह एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें आंखों का पर्दा फट जाता है और रेटिना आंखों की पिछली परत से अलग हो जाता है।)
आप भी आंखों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन, इसे शुरुआत में किसी एक्सपर्ट की निगरानी में करें। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो, तो इसे लाइक और फेसबुक पर शेयर जरूर करें। इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
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Image Credit: Shutterstock & Instagram(@theyoginiworld)
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