इन छोटी-छोटी गलतियों के कारण महिलाओं में बढ़ता है दिल की बीमारी का खतरा

कई बार हमारी कुछ गलतियां हमें दिल की बीमारी के खतरे तक ले आती हैं। कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर के के अग्रवाल से जानिए क्या गलतियां नहीं करनी चाहिए। 

heart diseases and symptoms in women

महिलाओं के लिए दिल की बीमारी का रिस्क पुरुषों के मुकाबले कम होता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि उन्हें दिल की बीमारी का खतरा होता ही नहीं है। महिलाओं में अक्सर इसके संकेत जल्दी नहीं दिखते हैं और उनके बॉडी फंक्शन्स के कारण ऐसा हो सकता है कि ये कई बार खतरनाक स्थिति में पहुंचने तक न दिखें। खासतौर पर ऐसा तब होता है जब डॉक्टर सिर्फ सामान्य हार्ट अटैक के लक्षणों की जांच कर रहा हो।

ऐसे में हमने कुछ समय पहले हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉक्टर के के अग्रवाल से बात की थी और ये जानने की कोशिश की थी कि महिलाओं की कौन सी आदतें या गलतियां दिल की बीमारी का कारण बन सकती हैं। उन्होंने हमें कई सुझाव दिए थे जो यकीनन आपके काम आ सकते हैं।

'वैसे तो दुनिया भर में 60% से ज्यादा महिलाओं को लगता है कि उनके लिए ब्रेस्ट कैंसर सबसे बड़ा खतरा है, लेकिन असल कैंसर से भी 6 गुना ज्यादा दिल की बीमारी घातक साबित हो सकती है। अमेरिका जैसे देश में दिल की बीमारी महिलाओं की मौत का सबसे बड़ा कारण है। महिलाओं को दिल की बीमारी के लक्षण पुरुषों की तुलना में अलग होते हैं और उनका पता लगाना मुश्किल है। इसलिए ये पता लगाना जरूरी है कि महिलाओ की किन गलतियों के कारण आखिर उन्हें ये समस्या हो सकती है।'

नोट: डॉक्टर के के अग्रवाल हाल ही में कोविड-19 के कारण एक्सपायर हो गए हैं। इस स्टोरी पर उनका कोट पहले लिया गया था।

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1. तनाव को हल्के में न लें

महिलाओं के जीवन में तनाव होना कोई अचरज की बात नहीं है और कई रिसर्च में ये सामने आया है कि तनावपूर्ण घटनाओं से महिलाओं में दिल की बीमारी का रिस्क भी बढ़ जाता है। तनाव के कारण हाई ब्लड प्रेशर, खराब खान-पान, शराब-सिगरेट का सेवल आदि शुरू हो जाता है और ये सब आदतें दिल को और नुकसान पहुंचाती हैं। अगर कोई पहले से ही हाइपर टेंशन झेल रहा हो तो ये बहुत खतरानक होगा।

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2. गर्भनिरोधक गोलियां लेना और स्मोकिंग करना

स्मोकिंग करना या किसी भी तरह का धुंआ दिल के लिए बहुत खतरनाक है, लेकिन जब आप नियमित तौर पर स्मोकिंग करती हैं और इसके साथ गर्भनिरोधक गोलियां भी लेती हैं तो हार्ट अटैक से लेकर स्ट्रोक तक का खतरा बढ़ जाता है। अगर 35 साल से ऊपर की महिला है तो उसे तो ये बिलकुल नहीं करना चाहिए। कई मामलों में गर्भनिरोधक गोलियां हार्ट डिजीज के खतरे को 80% तक बढ़ा देती हैं।

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3. शराब का अधिक सेवन

शराब का ज्यादा सेवन हार्ट डिजीज के जोखिम को बढ़ा सकता है।अगर कोई महिला रोज़ाना शराब पीती भी है तो उसे एक गिलास से ज्यादा नहीं पीनी चाहिए। शराब के अत्यधिक सेवन से महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल लेवल का बढ़ना और मोटापा जैसे दिल की बीमारी के सभी अहम रिस्क फैक्टर हो सकते हैं, तो कोशिश करें कि शराब का सेवन कम करें और हो सके तो छोड़ दें।

4. एक्सरसाइज की कमी

दिल की सेहत ठीक रखने के लिए ये जरूरी है कि सही समय पर सही एक्सरसाइज की जाए। वर्कआउट के मामले में कई महिलाएं थोड़ा आलस कर जाती हैं और ये दिल की बीमारी का कारण बन सकता है। अगर आपको लगता है कि एक्सरसाइज जरूरी नहीं है तो फिर से सोचिए.. क्या आप अपने शरीर के हिसाब से पर्याप्त फिजिकल एक्टिविटीज कर रही हैं? तेज़ पैदल चलने से लेकर कार्डियो और स्विमिंग तक आप अपने लिए एक्सरसाइज का कोई भी तरीका चुन सकती हैं। अगर आपके पेट में चर्बी ज्यादा है तो भी ये दिल की बीमारी का कारण बन सकता है। इसलिए एक्सरसाइज जरूर करें।

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5. ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को अनदेखा करना

अगर आप ये चाहती हैं कि आपके दिल का स्वास्थ्य ठीक रहे तो किसी भी हालत में अपने वाइटल साइन्स को इग्नोर न करें। अपने ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच करें और उन्हें नॉर्मल रखने की कोशिश करें। अगर बार-बार बीपी बढ़ रहा है तो आप उसे कंट्रोल करने के लिए नेचुरल तरीकों का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। बीपी को नेचुरल तरीकों से कंट्रोल करना तब सही होगा जब ये बहुत ज्यादा फ्लक्चुएट न होता हो। अगर ये बहुत ज्यादा बढ़ा या घटा हुआ है तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

6. महिलाओं का लक्षणों को न जनना

महिलाओं में दिल की बीमारी के लक्षण पुरुषों की तुलना में अलग होते हैं और लगभग 64% महिलाओं को ये पता भी नहीं होता है कि उनके शरीर में दिल की बीमारी का कोई लक्षण भी दिख रहा है या नहीं। ज्यादातर महिलाओं को दिल का दौरा पड़ने पर सीने में दर्द का अनुभव नहीं होता है, बल्कि वह अत्यधिक थकान, अधिक पसीना, सांस की कमी, गर्दन और कंधे में दर्द का अनुभव करती हैं। हालांकि, ये कई बार घातक नहीं होता, लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि लंबे समय तक ऐसे लक्षणों को इग्नोर करने के कारण समस्या बढ़ जाए।

7. अपने डॉक्टर से सवाल न करना

कई बार डॉक्टर से महिलाएं अपनी ही सेहत के बारे में ज्यादा कुछ नहीं पूछती हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए। अगर आपके घर में किसी को हार्ट डिजीज की समस्या रही है या फिर आपको कुछ भी अलग तरह के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो आप डॉक्टर से सवाल कर सकती हैं।

आपकी सेहत आपके हाथ है और इसलिए ये जरूरी है कि आप अपना ख्याल रखें। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें और ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।

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