पीसीओएस यानि पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम, जो कि सेक्स हार्मोन में असंतुलन के कारण होती है। हार्मोन में जरा सा भी बदलाव पीरियड्स पर तुरंत असर डालता है। इस कंडीशन की वजह से ओवरी में छोटी छोटी सिस्ट बन जाती हैं और परेशानी खड़ी हो जाती है।
किशोरावस्था की दहलीज पर पहुंचते ही लड़कियों कई तरह के शारीरिक बदलावों से गुजरना पड़ता है। इसमें से एक पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम यानि पीसीओएस की समस्या है। आमतौर पर यह समस्या महिलाओं को प्रजनन की उम्र से लेकर मेनोपॉज तक प्रभावित करती है। अनचाहे बाल, लगातार बढ़ता वजन और अनियमित पीरियड्स आदि इसी बीमारी के लक्षण होते हैं, इसलिए इनकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए।
यूं तो मोटापा इस बीमारी की बहुत बड़ी वजह माना जाता है क्योंकि अत्यधिक चर्बी से एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा का बढ़ना ओवरी में सिस्ट बनाने के लिए जिम्मेदार माना जाता है और बहुत ज्यादा डाइट, एक्सरसाइज की कमी और अनियमित लाइफस्टाइल के कारण मोटापा बढ़ता है। लेकिन देखा जाता है कि जिन लड़कियों को पीसीओएस है, उनका वजन काफी तेजी के साथ बढने लगता है और फिर आसानी से घटने का नाम ही नहीं लेता। अगर आप भी पीसीओएस के कारण बढ़ते वजन से परेशान रहती हैं तो आज हम आपके लिए कुछ ऐसे टिप्स लेकर आये हैं जिनकी हेल्प से आप मोटापे को कम कर सकती हैं।
क्रैश डाइट ना करें
वजन कम करने के लिए कई महिलाएं क्रैश डाइट अपनाती हैं लेकिन क्या आप जानती हैं कि क्रैश डाइट करने से मोटापा पर कोई असर नहीं पड़ता है। इसके लिये आपको अपनी लाइफस्टाइल में पूरी तरह से बदलाव करने होंगे। क्रैश डाइट करने से आपकी मुश्किले बढेगी कम नहीं होगी। और कुछ महिलाओं को तो इससे वजन कम होने की जगह बढ़ने लगता है। इसके अलावा एक बार में भारी भोजन ना खाएं बल्कि दिनभर में छोटे-छोटे मील खाती रहें। दिनभर में 4-6 मील खाएं जिससे भूख ना लगे और इंसुलिन लेवल हमेशा मेंटेन रहें।
कैलोरी पर ध्यान रखें और प्रोटीन शामिल करें
अगर आप पीसीओएस के कारण बढ़ते वजन से परेशान हैं तो आपको पता होना चाहिये कि आपको दिनभर में कितनी कैलोरी लेनी हैं। इसके साथ ही आपको इस बात की जानकारी भी होनी चाहिए कि आपको अपनी डाइट में प्रोटीन को शमिल करना है। क्योंकि प्रोटीन खाने से पेट लंबे समय तक भरा और ब्लड शुगर और इंसुलिन लेवल कंट्रोल रहता है। साथ ही प्रोटीन डाइट से मसल्स बनती हैं।
स्ट्रेस दूर करें
शायद यह बात तो आप जानती ही होगी कि स्ट्रेस लेने से ही वजन बढता है। अगर आप स्ट्रेस नहीं लेंगी तो वजन मेंटेन रहेगा। स्ट्रेस लेने से इंसुलिन बढता है और इससे पीसीओएस की समस्या और भी बढ सकती है। आप चाहें तो योगा या मेडिटेशन से अपने दिमाग को शांत कर सकती हैं।
ग्रीन टी लें
वैसे तो यह बात आप जानती ही होगी कि ग्रीन टी वजन कम करने में कितनी मददगार होती हैं। पीसीओएस के कारण बढ़े हुए वजन को कम करने में भी यह बहुत फायदेमंद होती हैं। अगर आपको रात में काफी भूख लगती है तो आप ग्रीन टी लें जिससे आपकी भूख कम हो जायेगी और आप ओवरईटिंग करने से बच जायेगी। यह बॉडी में ग्लूकोज लेवल को भी मेंटेन करती है।
स्मोकिंग छोड़ दें
अगर आप स्मोकिंग करती हैं तो उसे तुरंत ही छोड़ दें क्योंकि आपकी बीमारी इससे काफी बढ सकती है। स्मोकिंग, इंसुलिन लेवल को बढाती है जिससे मोटापे को कम करने में परेशानी आती है।
रोज एक्सरसाइज करें
इससे फर्क नहीं पड़ता कि आपका वजन कितना है, लेकिन आपको रोजाना एक्सरसाइज करनी चाहिये। फिजिकल एक्टीविटी करने से आपको लंबे समय तक फायदा मिलेगा। रोजाना ब्रिस्क वॉकिंग करें या फिर स्विमिंग करें। इसके अलावा वेट ट्रेनिंग करने से आपकी मसल्स बनती हैं और मोटापा कम होता है। इससे लंबे समय तक वेट मेंटेन रहता है। शुरुआत आपको पुशअप्स से करनी चाहिए। आप चाहे तो योग की हेल्प से भी अपने बढ़ते वजन को कम कर सकती हैं। इसके लिए सूर्य नमस्कार आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा।
आराम करें
कहते हैं ना कोई भी समस्या पूरी नींद ना लेने से और ज्यादा बढ़ जाती हैं। जी हां अगर आपकी नींद खराब है और स्ट्रेस ज्यादा है तो आपकी बीमारी और ज्यादा बढ सकती है। अपने सोने और उठने का टाइम फिक्स रखें और सही नियम का पालन करें। दिनभर में अच्छी तरह से आराम करें। अगर आप पूरी नींद ले कर सोएंगी नहीं तो दूसरे दिन आपको थकान महसूस होगी।
इन टिप्स को अपनाकर आप पीसीओएस के कारण बढ़े हुए वजन को आसानी से कम कर सकती हैं।
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