अगर कंसीव करने में हो रही है परेशानी तो नाभि में डालें तेल की कुछ बूंदें, होते हैं ऐसे ही कई फायदे

अगर आपकी त्‍वचा ड्राई है या आपके पेट में दर्द रहता है या आपको मां बनने में आ रही हैं परेशानी तो नाभि में कुछ बूंदे तेल की लगाने से आप कई तरह की समस्‍याओं से निजात पा सकती है।

  • Pooja Sinha
  • Her Zindagi Editorial
  • Updated - 2018-02-09, 17:39 IST
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जब भी मेरे होंठ फटते हैं तो मेरी मां मुझे नाभि पर सरसों का तेल लगाने के लिए बोलती हैं। वह कहती हैं कि नाभि में रोजाना तेल लगाने से होठों का फटना तो दूर होता ही है साथ ही स्किन पर निखार भी आता है। लेकिन शायद मेरी मां यह नहीं जानती हैं कि यह स्किन के साथ-साथ मेरी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। ऐसा मुझे आयुर्वेदिक डॉक्‍टर शिल्‍पी ने बताया। आइए डॉक्‍टर शिल्‍पी से जानें कि कैसे नाभि में तेल डालने स्किन के साथ-साथ सेहत के लिए भी अच्‍छा होता है।

आयुर्वेद के अनुसार, नाभि एक शक्तिशाली बटन है जो कई आपकी शारीरिक कार्यों के उचित संचालन की कुंजी को पकड़कर रखती है। यही कारण है कि आपको जितना अपने बॉडी पार्ट का ध्‍यान रखना होता है उतना ही पेट के बटन पर ध्यान देना चाहिए। और इसका ध्यान रखने सबसे शानदार तरीका नियमित रूप से अपनी नाभि में तेल लगाना है। प्राकृतिक तेल, जिसमें दोनों essential और साथ ही carrier ऑयल शामिल है, विशेष रूप से इस उद्देश्य के लिए अच्छे हैं और बहुत सी आम बीमारियों के इलाज में हेल्‍प कर सकते हैं।

जी हां अगर आपकी त्‍वचा ड्राई है या आपके पेट में दर्द है या आपको मां बनने में आ रही हैं परेशानी तो नाभि में कुछ बूंदे तेल की लगाने से आप कई तरह की समस्‍याओं से निजात पा सकती है। आइए जानें नाभि पर तेल लगाने से आपकी हेल्‍थ को किस तरह के फायदे हो सकते हैं।

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प्रजनन क्षमता में सुधार

जैसा कि आप पहले से ही जानती हैं कि नाभि सीधे तौर पर आपकी प्रजनन क्षमता से संबंधित होती है। आखिरकार, गर्भ में बच्‍चे की नाल मां की नाभि से जो जुड़ी होती है। इस स्थान पर तेल लगाना आपकी प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है, चाहे आप पुरुष हो या महिला हों। नारियल, जैतून के तेल clary sage और अमरूद की पत्तियों से निकाले तेल की कुछ बूंदें नाभि पर डालकर मालिश करें। यह आपको आराम देने के साथ-साथ मासिक धर्म संबंधी समस्याओं के इलाज में मदद करते हैं। इससे आपका हार्मोन भी नियमित रहेगा और इस प्रकार गर्भधारण की संभावना बढ़ा जाएगी।

त्वचा को moisturize करें

क्‍या आपकी dry, flaky skin ने आप सुस्‍त और बेजान दिखाई देने लगती हैं? तो अपने moisturizer को छोड़कर नाभि में थोड़ा से तेल से मालिश करें। यह आसान सा उपाय आपकी स्किन को नर्म और कोमल बनाने में मदद करता है। नाभि में तेल लगाने से आपकी आस-पास के हिस्‍से की त्‍वचा की ड्राईनेस काफी हद तक कम कर सकता है। इसके लिए आप ऑलिव और नारियल का तेल इस्‍तेमाल कर सकती हैं। बस थोड़ा सा अपनी हथेली में लेकर नाभि पर डालें और पेट पर रगड़ें। शॉवर से बाहर आने के बाद आपकी स्किन स्‍मूथ हो जाएगी

गंदगी को हटाये

हम अक्सर नहाते समय नाभि को साफ करना भूल जाते हैं! लेकिन यह वास्तव में शर्मनाक है। क्‍योंकि वास्‍तव में आपकी बॉडी के ऊपरी हिस्‍से की गंदगी आपकी नाभि में जमा हो जाती है। इसलिए आपको इसे नियमित रूप से साफ करना चाहिए। एक कॉटन का टुकड़ा लें और जोजोबा, कुसुम और अंगूर बीज जैसे हल्का तेलों का प्रयोग करके नाभि पर लगाएं। ये तेल मृत त्वचा और गंदगी को ढीला कर देंगे जिससे गंदगी को हटाने में आसानी होगी। लेकिन ध्‍यान रहें कि कॉटन को अधिक ज़ोर लगाकर ना रगड़े इससे दर्द या चोट लगने का जोखिम रहेगा। इसकी बजाय, अपनी नाभि को धीरे-धीरे साफ करें।

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Infections का इलाज

क्योंकि नाभि गंदी हो सकती है इसलिए यह कीटाणुओं और बैक्टीरिया के लिए सही स्थान बन सकता है। फलस्‍वरूप कोई भी इंफेक्‍शन आसानी से विकसित हो सकता है अगर आपकी नाभि में लंबे समय तक नमी रहती है तो इंफेक्‍शन होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसा तब भी हो सकता है जब आपको कोई कट या चोट लगी हो और वो अभी तक ठीक नहीं हुई है। लेकिन सही तेलों का इस्‍तेमाल करके आप इंफेक्‍शन को ख़त्म कर सकती हैं। इसके टी ट्री आयल का विकल्प सबसे अच्छा है क्योंकि इसमें शक्तिशाली antibacterial और antifungal गुण हैं। दूसरा विकल्प सरसों का तेल है जो बैक्टीरिया से लड़ने वाली क्षमता होती है। उपयोग करने के लिए, एक चम्मच नारियल का तेल और किसी भी एंटी-बैक्टीरियल की तीन बूंदों को मिक्स करें। इंफेक्‍शन ठीक होने तक दिन में एक या दो बार अपने नाभि पर इसे लगाएं।

पीरियड्स पेन से छुटकारा

पीरियड का पेन शायद सबसे खराब प्रकार के दर्द में से एक है क्योंकि यह आपके रोजाना के काम को बाधित करता है। यहां तक कि कई बार इतना दर्द होता है कि जीना मुहाल हो जाता है। इस समस्‍या से बचने के लिए आप अपनी नाभि में सही तेलों का इस्‍तेमाल करें। सबसे अच्छा विकल्प पेपरमिंट, क्लारी सेज और अदरक जैसे आवश्यक तेल हैं क्‍योंकि इसमें दर्द निवारक गुण मौजूद होते हैं। आप इन तेलों में से किसी के साथ धीरे-धीरे अपने पेट के आसपास मालिश करें।

पेट में दर्द दूर करें

अगर आप पेट में दर्द से परेशान हैं और इसके लिए दवा नहीं लेना चाहती हैं तो आप कुछ राहत पाने के लिए नाभि में तेल लगा सकती हैं। यह पेट में दर्द को कम करने के साथ-साथ अपच, दस्त और food poisoning को दूर करने में हेल्‍प करता है। इसके लिए पेपरमिंट या अदरक जैसे आवश्‍यक तेल ले सकती हैं। लेकिन, इस इस्‍तेमाल करने से पहले सुनिश्चित करें कि आप इन्‍हें carrier oil जैसे बादाम के तेल या जैतून का तेल के साथ पतला करें।

नवल चक्र को कंट्रोल करें

आयुर्वेद में, नवल चक्र एनर्जी और कल्पना का एक प्रमुख स्रोत है। यह आपके सबसे बड़े सपनों, कल्पनाओं और लक्ष्यों का घर है। यदि आप अपनी रचनात्मकता से जुड़ना चाहती हैं तो आपको अपने नवल चक्र को संतुलित रखना भी आवश्यक है। आयुर्वेद के अनुसार, आप नवल को संतुलित करने के लिए सफेद सरसों के तेल से आराम दे सकती हैं। अपने नाभि पर कुछ बूंदें डालें और मालिश करें। Rosewood, sandalwood जैसे आवश्यक तेलों को और भी अधिक लाभ पाने के लिए उपयोग कर सकती हैं। अपनी रचनात्मक एनर्जी को को बढ़ाने के लिए इसका हफ्ते में एक बार इस्‍तेमाल करना काफी रहता है।

सुनिश्चित करें कि आप सही उद्देश्यों के लिए सही तेल का उपयोग करें ताकि आप अच्‍छे परिणाम पा सकें। साथ ही, उन्हें इस्तेमाल करने से पहले essential oils को carrier oils के साथ पतला कर लें, क्योंकि यह काफी strong होते हैं और एलर्जी पैदा कर सकते हैं।

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