हर तरह के बुखार का रामबाण इलाज है ये आयुर्वेदिक नुस्‍खा

बुखार कंट्रोल करने के लिए जरूरी नहीं कि हम पेरासिटेमॉल ही लें, नॉर्मल बुखार को कम करने या दूर करने के कई अच्छे उपाय आयर्वेद के पास है।

  • Pooja Sinha
  • Her Zindagi Editorial
  • Updated - 2018-12-03, 15:37 IST
fever ayurvedic remedy main

बुखार कभी भी किसी को भी हो सकता है। बुखार हमारी बॉडी की रक्षा के लिए आता है क्योंकि शरीर का तापमान बढ़ने से बैक्टीरिया और वायरस की ग्रोथ कम हो जाती है। जिनका इम्युन सिस्टम अच्छा होता है, उन्हें इंफेक्शन कम होता हैं इसीलिए उन्हें बुखार भी कम आता है और जिनका कमजोर होता है, उन्हें बार-बार आता है। आयुर्वेद में इम्युनिटी को ओज कहा जाता है। बुखार आमतौर पर जाने में तीन से चार दिन का समय लेता ही है। बुखार आते ही कई महिलाएं तुरंत डॉक्टर के पास चली जाती हैं। लेकिन हमें हमेशा बुखार के कारण का इलाज करना चाहिए ना कि केवल बुखार कम करने का। लेकिन कई बार बुखार बहुत ज्यादा बढ़ने पर घातक हो जाता है इसलिए बुखार को कंट्रोल करना भी जरूरी है।

एक्‍सपर्ट आयुर्वेद फिजिशियन डॉक्‍टर अबरार मुल्तानी का कहना हैं कि ''बुखार आने पर तापमान को 100°F से कम रखना जरूरी है, लेकिन जरूरी नहीं है कि इसे हम पेरासिटेमॉल से ही कंट्रोल करें, वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में नॉर्मल बुखार को कम करने या दूर करने के कई अच्छे उपाय आयर्वेद के पास है। आयुर्वेद के पास बुखार कम करने का एक बहुत ही सटीक उपाय है।'' आइए जानें कौन से है ये तरीके।

fever ayurvedic remedy inside

सामग्री

  • पिपली चूर्ण
  • कुटकी चूर्ण
  • कंटकारी चूर्ण
  • पुष्कर मूल चूर्ण
  • तुलसी के पत्ते का चूर्ण

इस्‍तेमाल का तरीका

  • यह सभी दवाई चूर्ण 2-2 चम्मच लेकर मिक्स कर लीजिए।
  • यह सभी चूर्ण बहुत ही आसानी से पंसारी या जड़ी बूटी विक्रेता के यहां मिल जाएंगे।
  • इस पाउडर को एक डिब्बी में रख लें।
  • अब इसे सुबह, दोपहर और शाम को आधा आधा चम्मच लेकर शहद मिलाकर खाना है।
  • यह उपाय आपको बुखार के पूरी तरह से ठीक होने तक दिन में 3 बार खाना है।
  • यह पाउडर बना कर 6 महीने तक रखा जा सकता है।

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अगर आपको यह नुस्खा कठिन लग रहा है तो इसे नुस्खे को भी आजमाया जा सकता है। यह थोड़ा आसान है तथा बाजार में आसानी से मिल जाता है और सबसे अच्‍छी बात इस नुस्‍खे के कोई साइड इफेक्‍ट भी नहीं है-

  • महासुदर्शन काढ़ा 10ML
  • दशमूल काढ़ा 10 ML
  • इन दोनों चीजों को मिलाकर सुबह-शाम बुखार के पूरी तरह से ठीक होने तक लेना है।

अगर आपको भी बुखार आता हैं तो आप भी इस आयुर्वेदिक नुस्‍खे को ट्राई कर सकती हैं। इससे आपका बुखार भी कम होगा और आपको किसी तरह का कोई साइड इफेक्‍ट भी नही होगा।

All image courtesy: Shutterstock.com

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