हिंदू धर्म में स्वास्तिक का विशेष महत्व होता है। ऐसे में हर शुभ काम में स्वास्तिक जरूर बनाया जाता है। आज इस खबर में हम आपको बताएंगे कि उल्टा स्वास्तिक कब बनाया जाता है। इस बारे में हमें श्री हनुमत ज्योतिष संस्थान के संस्थापक ज्योतिर्विद अमित कुमार मिश्र बड़ागांव (डीह )वाराणसी ने जानकारी शेयर की है।
उल्टा स्वास्तिक कब बनाएं?
अगर आपके किसी काम में कठिनाई हो या बार-बार समस्या आ रही हो,तो आप उल्टा स्वास्तिक बना सकते हैं। ऐसा करने से आपकी समस्या का समाधान हो सकता है।
नकारात्मक ऊर्जा से कैसे बचें?
अगर आपको नकारात्मक ऊर्जा का अनुभव हो, तो आप मंदिर में उल्टा स्वास्तिक बना सकते हैं। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश हो सकता है।
मन्नत पूरा करने के लिए क्या करें?
अगर आपने कोई मन्नत मांगी हो और वह पूरी न हो रही हो, तो आप भगवान के मंदिर में उल्टा स्वास्तिक बना सकते है। ऐसा करने आपकी इच्छा पूरी हो सकती है।
सीधा स्वास्तिक कब बनता है?
जब आपकी मनोकामना पूरी हो जाए,तो मंदिर में जाएं और विधि -विधान से पूजा करें। इसकी बाद, जहां पर उल्टा स्वास्तिक बना हो, उसे हटाकर सीधा स्वास्तिक बना दें।
उल्टा स्वास्तिक कहां बनता है?
उल्टा स्वास्तिक बनाने का प्रचलन कम है। ऐसे में आप उल्टा स्वास्तिक उसी स्थान पर बनाएं, जहां इसे बनाने की मान्यता हो। जैसे - मंदिर में आप उल्टा स्वास्तिक बना सकते हैं।
स्वास्तिक का संबंध किससे होता है?
घर में स्वास्तिक बनाना शुभ होता है। स्वास्तिक का संबंध गणेश जी से माना जाता है। ऐसे में जब आप घर में इसे बनाते हैं, तो भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
माता लक्ष्मी कैसे प्रसन्न होती हैं?
घर में स्वास्तिक बनाने से माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। ऐसा करने से आपके घर में कभी-भी धन की कोई कमी नही होती है।
रुके हुए काम को शुरू करने के लिए आप उल्टा स्वास्तिक बना सकते हैं। खबर पसंद आई हो, तो शेयर करें। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए herzindagi.com से जुड़े रहें।