साउथ फिल्म 'पुष्पा-2' ने रिलीज के साथ ही कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए। जैसा कि हम सभी को पता है कि मूवी के रिलीज से पहले सेंसर बोर्ड द्वाराइसे चेक किया जाता है और इसके अप्रूवल के बाद सिनेमाघरों में फिल्में आती हैं। बता दें अल्लू अजुर्न की फिल्म पुष्पा-2 को बोर्ड की तरफ से U/A सर्टिफिकेट मिला। अब ऐसे में क्या आपने कभी सोचा कि आखिर फिल्म के शुरुआत में जारी किए गए सर्टिफिकेट पर लिखे अल्फाबेट का क्या मतलब होता है और किस प्रकार से तय किया जाता है कि किस मूवी को कौन सा अल्फाबेट दिया जाएगा। इस लेख में आज हम आपको इन अल्फाबेट के बारे में बताने के साथ ही उसका मतलब भी बताएंगे।
फिल्म में कहां लिखा होता है यह अल्फाबेट
हालांकि में रिलीज हुई फिल्म 'पुष्पा-2' ने देश-विदेश में धमाल मचा रखा है। बता दें सेंसर बोर्ड ने पुष्पा 2 को दी हरी झंडी यानी U/A सर्टिफिकेट दिया। अब अगर आप सोच रहें हैं, कि यह हमें कैसे पता चलता है, तो बता दें कि फिल्म के शुरुआत में एक प्रकार का पेज जिसे सर्टिफिकेट के नाम से जाना जाता है। इसे सेंसर बोर्ड द्वारा फिल्म को दिया जाता है। ऐसे में अगर आप गौर करें तो इस पेज पर किनारे पर U, A और UA अल्फाबेट हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषा में लिखा हुए दिख जाता है।
क्या होता है UA अल्फाबेट का मतलब?
फिल्म के शुरुआत में दिख रहे पेज के दाहिने ओर हिंदी और अंग्रेजी में UA/अव लिखा हुई दिखाई देता है, तो इसका मतलब यह है कि इसे बड़े और बच्चे दोनों देख सकते हैं। हालांकि अगर आपकी उम्र 12 साल से कम है, तो ऐसे में अभिभावकों के साथ ही देखें।
क्या होता है U अल्फाबेट का मतलब?
अगर आपको फिल्म के सर्टिफिकेट में U/अ लिखा हुआ नजर आता है, तो इसका मतलब यह है कि इसे सभी आयु वर्ग के लोग देख सकते हैं। साथ ही इसका मतलब है कि इसमें किसी प्रकार की गाली-गलौच, हिंसा और अश्लील सामग्री आदि के बारे में नहीं दिखाया गया है।
सर्टिफिकेट पर लिखे A अल्फाबेट का क्या होता है मतलब?
फिल्म के सर्टिफिकेट पर अगर आपको A/व अल्फाबेट लिखा हुआ दिखाई दें, तो इसका अर्थ है कि इसे केवल अडल्ट लोग ही देख सकते हैं। इसमें अंग प्रदर्शन, खून-खराबा, हिंसा और अश्लील भाषा से जुड़े दृश्य देखने को मिल सकते हैं।
फिल्म को कब दिया जाता है S अल्फाबेट?
सेंसर बोर्ड द्वारा अगर किसी फिल्म को S अल्फाबेट दिया जाता है, तो इसका मतलब है कि उसे केवल एक विशेष वर्ग जैसे डॉक्टर, वैज्ञानिक इत्यादि के लिए बनाया गया है। ऐसी फिल्मों को किसी भी जगह और किसी भी वर्ग को नहीं दिखाया जा सकता है।
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Image credit-herzindagi, jagran
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