'नीचा नगर' से लेकर 'मसान' तक, Cannes Film Festival में अवॉर्ड जीत चुकी हैं ये बॉलीवुड फिल्में

Cannes Film Festival का 78वां एडिशन 13 मई से शुरू हो चुका है और यह 24 मई तक चलने वाला है। इस फेस्टिवल में कई फिल्में प्रीमियर हो जाती हैं और उन्हें अवॉर्ड्स के लिए नॉमिनेट भी किया जाता है। चलिए, बॉलीवुड की उन बेहतरीन फिल्मों पर नजर डालते हैं जो इस इवेंट में अवॉर्ड्स जीत चुकी हैं।
image

कांस फिल्म फेस्टिवल (Cannes Film Festival) दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित फिल्म फेस्टिवल में से एक है। हर साल फ्रांस के कांस शहर में इसे ऑर्गेनाइज किया जाता है। इसकी शुरुआत साल 1946 में हुई थी। इस साल इसके 78वें एडिशन की शुरुआत 13 मई को हुई थी और 24 मई को इसका समापन होने जा रहा है। इस फेस्टिवल में अलग-अलग जॉनर और कैटेगरी की फिल्मों और डॉक्यूमेंट्रीज का प्रीमियर किया जाता है और उन्हें अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट भी किया जाता है। कई भारतीय फिल्मों को इस फेस्टिवल में अवॉर्ड्स मिल चुके हैं। चलिए, इनके बारे में जानते हैं।

नीचा नगर

कांस में दिखाई जाने वाली पहली भारतीय फिल्म 'नीचा नगर' थी। इस फिल्म ने इंडियन सिनेमा को इंटरनेशनल लेवल पर पहचान दिलवाई थी। यह फिल्म साल 1946 में रिलीज हुई थी। इसे चेतन आनंद ने डायरेक्ट किया था। इस फिल्म को कांस फिल्म फेस्टिवल में Palme d'Or (Golden Palm) से नवाजा गया था। इस फिल्म में एक गरीब इलाके की कहानी और उनके स्ट्रगल को दिखाया गया था।

मसान

विक्की कौशल, ऋचा चड्ढा और श्वेता त्रिपाठी की फिल्म मसान ने भी कान फिल्म फेस्टिवल 2015 में इंटरनेशनल जूरी ऑफ फिल्म क्रिटिक्स पुरस्कार और अन सर्टेन रिगार्ड सेक्शन में प्रॉमिसिंग फ्यूचर पुरस्कार जीता था। इस फिल्म को क्रिटिक्स ने भी काफी सराहा था। आप इसे नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो या यूट्यूब पर भी देख सकते हैं। यह फिल्म बनारस के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म में जातिवाद समेत कई सामाजिक कुरीतियों पर चोट की गई है।

सलाम बॉम्बे

मिर्जा नायर की फिल्म सलाम बॉम्बे को भी कांस फिल्म फेस्टिवल 1988 मं बेस्ट फीचर फिल्म का अवॉर्ड मिला था। इस फिल्म में मुंबई की स्लम लाइफ को दिखाया गया है। यह फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर मौजूद है। फिल्म में काफी सेंसिटिव टॉपिक को उठाया गया था और इसे उस साल ऑस्कर के लिए भी नॉमिनेट किया गया था।

ब्लैक फ्राइडे

अनुराग कश्यप की फिल्म ब्लैक फ्राइडे को साल 2004 में कांस में काफी तारीफे मिली थीं। हालांकि इसे कोई ऑफिशियल अवॉर्ड नहीं मिला था। फिल्म मुंबई बम धमाकों पर आधारित थी और इसे आप रियलिस्टिक सिनेमा का अच्छा उदाहरण मान सकते हैं।

यह भी पढ़ें- Cannes Film Festival 2025: न्यूडिटी बैन...ग्रांड आउटफिट्स पर रोक, जानें एक्ट्रेसेस के लिए इस साल कांस में क्या कुछ बदला है?


आपने इनमें से कौन सी फिल्म देखी है, हमें कमेंट्स में बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP