घर में वास्तु दोष का होना कई प्रकार के गंभीर संकटों को पैदा करता है। इसी कारण से वास्तु दोष का निवारण बिना देरी किये कर लेना चाहिए। हालांकि वास्तु शास्त्र में यह बताया गया है कि वास्तु दोष का हल निकालने से पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि वह कौन सा वास्तु दोष है। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि वास्तु दोष पंच तत्वों के माध्यम से उत्पन्न होता है। इन्हीं में से एक है वायु कोण दोष। आइये जानते हैं कि क्या होता है वायु कोण दोष, कब लगता है यह दोष और कैसा होता है इसका प्रभाव।
क्या होता है वायु कोण दोष? (Kya Hota Hai Vayu Kon Dosha?)
वायु कोण दोष वास्तु दोष का ही एक भाग है जो वायु तत्व यानी कि हवा के कारण पैदा होता है। हवा से जुड़ा वास्तु अगर घर में सही न हो तो वायु दोष बनने लगता है।
कब लगता है वायु कोण दोष? (Kab Lagta Hai Vayu Kon Dosha?)
किसी घर में जब हवा के बहने का संतुलन बिगड़ जाता है। यानी कि हवा के बहने की दिशा गलत है या हवा बहने के माध्यम गलत होते हैं तब वायु कोण दोष लगता है।
सरसल शब्दों में कहें तो दरवाजों और खिड़की के माध्यम से हवा का प्रवाह घर में होता है। ऐसे में दरवाजों या खिड़कियों का गलत दिशा होना भी वायु कोण दोष को जन्म देता है।
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क्या है वायु कोण दोष का प्रभाव? (Kaisa Hota Hai Vayu Kon Dosha Ka Prabhav?)
वायु कोण दोष के कारण परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने लगती हैं जिनमें तनाव, नींद की कमी या तीव्र शरीरिक कमजोरी विशेष रूप से मानी जाती है।
आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर क्या होता है वायु कोण दोष, घर में यह कब लगता है, क्या है इसके लक्षण और प्रभाव। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
image credit: herzindagi
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