आपके घर का फर्नीचर ऊर्जा को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसा माना जाता है घर में मौजूद हर एक चीज मुख्य रूप से आपका फर्नीचर जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक पहलू लाने में मदद करता है। कई बार हम बाजार से कोई ऐसा फर्नीचर ले आता हैं जो देखने में आकर्षक तो लगता है, लेकिन वास्तव में ये किसी के द्वारा पहले इस्तेमाल किया हुआ होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, पुराने फर्नीचर के कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं जो घर के लिए सद्भाव, स्वास्थ्य और समृद्धि को प्रभावित करते हैं। आपको हमेशा से ही फर्नीचर के रूप में नई चीजें लाने की ही सलाह दी जाती है और ऐसा कहा जाता है कि नए किसी भी सामान में ऐसी ऊर्जा होती है जो घर की अन्य चीजों को भी बेहतर बनाए रखने में मदद करती है।
यही नहीं पुरानी चीजों के दुष्प्रभाव से आपके घर में अशांति रह सकती है और आपसी झगड़े हो सकते हैं। आइए वास्तु एक्सपर्ट डॉ मधु कोटिया से जानें इसके बारे में कि यदि आप घर के लिए पुराना या किसी और के द्वारा इस्तेमाल किया गया फर्नीचर खरीदते हैं तो आपको इसके कौन से दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
पुराना फर्नीचर बुरी ऊर्जाओं को समेटे रहता है
पुराने फर्नीचर में अक्सर अपने पिछले मालिकों की भावनाएं समाहित होती हैं। ये ऊर्जाएं चाहे सकारात्मक हों या नकारात्मक, आपके घर की आभा को प्रभावित कर सकती हैं। यदि वह फर्नीचर किसी ऐसे घर का हिस्सा रहा है जिसमें वित्तीय नुकसान, स्वास्थ्य समस्याएं या संघर्ष का अनुभव हुआ है, तो ऐसी ऊर्जाएं आपके घर में भी उस फर्नीचर के माध्यम से स्थानांतरित हो सकती हैं और आपके घर के ऊर्जा संतुलन को बाधित कर सकती हैं।
नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है पुराना फर्नीचर
ऐसा माना जाता है कि पुराना फर्नीचर अक्सर अपने पिछले मालिकों और उस वातावरण की ऊर्जा को वहन करता है जिसमें इसका उपयोग किया गया था। अगर पहले रखे स्थान पर फर्नीचर नकारात्मक घटनाओं, विवादों या तनाव वाले स्थान का हिस्सा था, तो यह उन कंपनों को नए स्थान पर भी बनाए रख सकता है। सुनने में भले ही आपको थोड़ा अटपटा लगे, लेकिन पुराना फर्नीचर कई बार आपके लिए नकारात्मक ऊर्जा का स्रोत हो सकता है और इसके माध्यम से आपके घर में किसी दूसरे की नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश कर सकती है। जब आपके घर में ऐसा कोई फर्नीचर रखा जाता है, तो यह सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बाधित कर सकता है, जिससे शांति और सद्भाव में कमी आ सकती है।
पुराना फर्नीचर स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है
जो फर्नीचर पुराना या खराब रखरखाव वाला है, उसमें एलर्जी के बैक्टीरिया धूल और कीड़े हो सकते हैं। कई बार पुराने फर्नीचर में खटमल हो जाते हैं और जब आप ऐसा कोई फर्नीचर घर ले आते हैं तो वो खटमल आपके घर में भी आ सकते हैं। फिर भी शारीरिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं से परे, वास्तु का मानना है कि इससे घर में नकारात्मक कंपन बढ़ता है। परिवार के सदस्यों को अस्पष्टीकृत स्वास्थ्य समस्याएं, थकान या तनाव का अनुभव हो सकता है।
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पुराना फर्नीचर घर की आर्थिक स्थिति को प्रभावित करता है
वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर में रखा टूटा-फूटा या खराब स्थिति वाला फर्नीचर नकारात्मक ऊर्जा का कारण बनता है और आर्थिक स्थिरता को प्रभावित कर सकता है। ऐसा फर्नीचर न केवल घर की सुंदरता को कम करता है, बल्कि यह समृद्धि और सुख-शांति के प्रवाह में भी बाधा उत्पन्न कर सकता है। पुराना और क्षतिग्रस्त फर्नीचर अक्सर वित्तीय अस्थिरता का प्रतीक माना जाता है। यह घर में धन की कमी, अनावश्यक खर्च, और अप्रत्याशित आर्थिक समस्याओं का कारण बन सकता है। विशेष रूप से यदि वह फर्नीचर खराब स्थिति में हो या लंबे समय से उपयोग में न आ रहा हो, तो यह घर के ऊर्जा चक्र को असंतुलित कर सकता है।
घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने और आर्थिक समृद्धि के लिए पुराने और टूटे हुए फर्नीचर को या तो मरम्मत करवाना चाहिए या हटा देना चाहिए। वास्तु विशेषज्ञ मानते हैं कि ऐसा करने से घर में शुद्ध और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है, जो आर्थिक उन्नति और खुशहाली के लिए अनुकूल होता है। इसलिए, घर की ऊर्जा को संतुलित रखने के लिए फर्नीचर की स्थिति पर ध्यान देना जरूरी है।
पुराना फर्नीचर घर के रिश्ते में तनाव का कारण बन सकता है
अशांत वातावरण से जुड़ा पुराना फर्नीचर पारस्परिक संबंधों को प्रभावित कर सकता है। उदाहरण के लिए, जिस घर में बार-बार बहस होती है, उसका बिस्तर परिवार के सदस्यों के बीच गलतफहमी और झगड़े का कारण बन सकता है। कई बार पुराना फर्नीचर आपके रिश्तों में तनाव का कारण भी बन सकता है। खासतौर पर यदि आप अपने सोने के स्थान पर पुराना फर्नीचर रखते हैं तो आपके वैवाहिक जीवन में भी तनाव आ सकते हैं। आपके जीवनसाथी के साथ संबंध खराब हो सकते हैं।
प्रतिकूल ऊर्जा की आभा वाला पुराना फर्नीचर आपकी प्रगति को भी अवरुद्ध कर सकता है। यह करियर के विकास को प्रभावित कर सकता है, शैक्षिक गतिविधियों में बाधा उत्पन्न कर सकता है, या आपके लक्ष्यों को प्राप्त करने में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
इन्हीं कारणों से आपको घर पर पुराना फर्नीचर न रखने की सलाह दी जाती है और आप जब भी घर के लिए कोई भी सामान खरीदें तो कोशिश करें कि नया सामान ही लें।
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