तुलसी माला पहनने के अलग-अलग महत्व और फायदे हैं। हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को दैवीय पौधा माना जाता है और इसकी नियम से पूजा करने का विधान होता है। यह एक पवित्र पौधा है जिससे घर तो पवित्र रहता ही है, साथ ही सेहत की दृष्टि से भी तुलसी को अमृत के समान माना जाता है।
तुलसी के पौधे का आध्यात्मिक महत्व भी बहुत ज्यादा है। इस पौधे की नियमित पूजा करने से घर में सुख समृद्धि बनी रहती है। तुलसी की पूजा के साथ इसकी लकड़ियों से बनी माला पहनने का भी विशेष महत्व है और इसे धारण करने वाले व्यक्ति के जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहती है।
जहां एक तरफ तुलसी की माला को बहुत लाभकारी माना जाता है वहीं इसे धारण करने के नियम भी हैं। इन नियमों में इसे पहनने का शुभ दिन भी होता है और ज्योतिष में इसे धारण करने के लिए विशेष दिन बताए गए हैं। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया जी से जानें कि तुलसी की माला आपको किन शुभ दिनों में धारण करनी चाहिए जिससे इसके शुभ फल प्राप्त हो सकें।
तुलसी के पौधे का ज्योतिष महत्व
तुलसी के पौधे को हिंदू धर्म में एक पवित्र पौधे के रूप में पूजनीय माना जाता है। इसे देवी लक्ष्मी का अवतार कहा जाता है और इसमें शक्तिशाली आध्यात्मिक और उपचार के गुण मौजूद होते हैं। तुलसी माला पहनना परमात्मा से जुड़ने और सुरक्षा और आशीर्वाद पाने का एक तरीका होता है।
तुलसी माला धारण करने के ज्योतिषीय प्रभाव
तुलसी की माला पहनने से व्यक्ति के मन मस्तिष्क को शांत रहने में मदद मिलती है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। तुलसी की माला भगवान विष्णु की भक्ति का प्रतीक मानी जाती है।
इससे आपका मन शांत रहता है और आत्म शुद्धि मिलती है। इस माला को धारण करने से कई रोगों से मुक्ति मिलती है। शास्त्रों के अलावा ज्योतिष शास्त्र में भी तुलसी माला को महत्वपूर्ण माना गया है। इस माला को पहनने से बुध और बृहस्पति गृह मजबूत होते हैं। इससे पहनने कई बस्तु दोषों से छुटकारा मिलता है।
किस समय पहननी चाहिए तुलसी की माला
तुलसी माला पहनने का सबसे शुभ समय प्रदोष काल होता है। प्रदोष काल रात्रि के पहले और दोपहर के बाद का समय होता है। विशेष रूप से सूर्यास्त से पहले के आखिरी 2.5 घंटों के दौरान का समय तुलसी की माला धारण करने का शुभ समय माना जाता है।
यह समय आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए विशेष रूप से शक्तिशाली माना जाता है और इस अवधि के दौरान तुलसी माला पहनने से इसके सुरक्षात्मक और शुद्धिकरण गुणों में वृद्धि होती है।
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शुभ मुहूर्त में ही धारण करें तुलसी की माला
ज्योतिष शास्त्र विभिन्न गतिविधियों के लिए एक शुभ मुहूर्त या अनुकूल समय के चयन पर महत्वपूर्ण जोर देता है। तुलसी माला पहनने के लिए मुहूर्त चुनने में व्यक्ति की जन्म कुंडली पर सबसे अनुकूल समय निर्धारित करने के लिए एक ज्योतिषी से परामर्श करना शामिल है।
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किस दिन धारण करें तुलसी की माला
अगर आप रामा तुलसी की माला धारण करते हैं तो आपको इसे केवल सोमवार, गुरुवार या बुधवार को ही पहनना चाहिए। तुलसी की माला धारण करने से पहले आपको इसे गंगाजल से शुद्ध करना चाहिए और इसे प्रदोष काल में धारण करना चाहिए।
यदि आप इसे शुभ दिनों में ही धारण करते हैं तो ये आपके लिए कई तरह से लाभकारी होता है। तुलसी की माला रविवार और अमावस्या के दिन धारण नहीं करनी चाहिए।
तुलसी की माला धारण करने के नियम
- यदि आप तुलसी की माला धारण करती हैं तो उसे शुद्धता से ही पहनना चाहिए। इसे धारण करने के बाद सात्विक भोजन करना चाहिए।
- तुलसी माला धारण करने के बाद अपने विचार शुद्ध रखने चाहिए। यदि आपके विचार शुद्ध नहीं होते हैं तो इस माला का पूर्ण लाभ नहीं मिलता है।
- गर्भावस्था के दौरान ये माला धारण नहीं करनी चाहिए।
यदि आप तुलसी की माला धारण करते हैं तो आपको यहां बताई विशेष बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए जिससे घर की समृद्धि बनी रहे।
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