नए वर्ष के आगमन के साथ ही सभी के मन में यह जानने की उत्सुकताजाग जाती है कि आने वाला वर्ष उनके लिए क्यानया लाने वाला है। इसके साथ ही लोगों को यह जानने का मन भी होता है कि बीते वर्ष उन्हें जो संघर्ष करना पड़ा है, वह कहीं इस वर्ष भी तो उनके भाग्यमें नहीं लिखा है। खासतौर पार्टनर के साथ संबंधों के लेकर आपके मन में जो भी सवाल हैं, उन्हें जानने के लिए आप इस वर्ष 2025 का प्रेम एवं विवाह राशिफल पढ़ सकते हैं। छिंदवाड़ा निवासी पंडित एंव ज्योतिषाचार्यसौरभ त्रिपाठी द्वारा बताए गए इस राशिफल में आपको पता चलेगा कि यह वर्ष आपके लिए प्रेम और विवाह के संदर्भ क्या नया लेकर आया है।
मेष राशि (Aries):
2025 की शुरुआत से लेकर 29 मार्च तक शनि की नीच दृष्टि आपके प्रेम और वैवाहिक जीवन में तनाव और उलझन पैदा कर सकती है। इस दौरान आपको रिश्तों में कुछ समझ की कमी और मतभेदों का सामना हो सकता है। अगर आप किसी रिश्ते में हैं, तो विचारों और भावनाओं को सही तरीके से मिलाना जरूरी होगा। मार्च के बाद शनि का असर कम होगा, लेकिन फिर भी कुछ समस्याएं हो सकती हैं। विवाह के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि अप्रत्याशित समस्याएं आ सकती हैं। हालांकि, वर्ष के अंत तक स्थिति में सुधार हो सकता है।
उपाय:
शनिवार को हनुमान जी की पूजा करें और "ॐ हं हनुमते नमः" का जाप करें, इससे रिश्तों में सामंजस्य बनेगा।
वृष राशि (Taurus):
वृष राशि के जातकों के लिए 2025 में प्रेम जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव रहेंगे। वर्ष की शुरुआत में शनि की तृतीय दृष्टि आपके प्रेम जीवन को प्रभावित करेगी, जिससे अच्छे मौके तो मिलेंगे, लेकिन कुछ समस्याएं भी आ सकती हैं। 28 जनवरी से 30 मई तक शुक्र का मीन राशि में गोचर होने से प्रेम संबंधों में सुधार होगा और आपका साथी आपको समझने लगेगा। हालांकि, 14 सितंबर से 8 अक्टूबर तक रिश्तों में आर्थिक समस्याएं और तनाव बढ़ सकते हैं। इस समय आपको अपने शब्दों और व्यवहार पर ध्यान देना चाहिए।
उपाय:
वृष राशि के जातकों को प्रेम जीवन में स्थिरता लाने के लिए शुक्रवार को व्रत रखें और "ॐ शुक्राय नमः" का जाप करें।
मिथुन राशि (Gemini):
2025 में मिथुन राशि वालों के लिए प्रेम जीवन में चुनौतियां और अवसर दोनों होंगे। वर्ष की शुरुआत में गुरु के बारहवें भाव में गोचर के कारण रिश्तों में दूरी और असमंजस हो सकता है। अगर आप किसी रिश्ते में हैं, तो इस समय धैर्य और समझदारी से काम लेना जरूरी होगा। जनवरी से अप्रैल के बीच मंगल का गोचर आपके रिश्तों में तनाव और गुस्से को बढ़ा सकता है, जिससे छोटी-छोटी बातों पर तकरार हो सकती है।
11 फरवरी से 27 फरवरी के बीच बुध का गोचर आपके प्रेम जीवन में सकारात्मकता लाएगा, जिससे टूटते रिश्ते फिर से जुड़ सकते हैं। लेकिन 27 फरवरी से 6 मई तक बुध का मीन राशि में नीच स्थान पर होने से रिश्तों में रुकावट और गलतफहमियां हो सकती हैं। इस दौरान अपनी बात साफ-साफ और समझदारी से कहें।
6 जून से 22 जून और 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक बुध का स्वराशि में गोचर रिश्तों में स्थिरता और गहराई लाएगा। अविवाहित जातकों को इस समय शादी या रिश्ते का प्रस्ताव मिल सकता है। नवंबर और दिसंबर के अंत में शत्रु आपके प्रेम जीवन में बाधाएं डाल सकते हैं, इसलिए सावधान रहें।
उपाय:
मिथुन राशि के जातकों को अपने रिश्तों में सुधार लाने के लिए बुधवार को व्रत रखें और "ॐ बुधाय नमः" का जाप करें।
कर्क राशि (Cancer):
2025 कर्क राशि के जातकों के लिए प्रेम जीवन में संघर्ष और संतुलन का समय रहेगा। वर्ष की शुरुआत शनि की ढैय्या के प्रभाव से होगी, जो 29 मार्च तक प्रेम संबंधों में अस्थिरता और मतभेद ला सकती है। इस दौरान छोटी-छोटी बातों पर तकरार हो सकती है, इसलिए आपको अपने साथी के साथ धैर्य और समझदारी से काम लेना होगा।
20 जनवरी तक और फिर 2 अप्रैल से 6 जून तक मंगल का गोचर कर्क राशि में होने से रिश्तों में उतार-चढ़ाव आएगा। इस दौरान अपने साथी से संवाद में स्पष्टता रखें और क्रोध पर नियंत्रण रखें। मार्च के अंत तक शनि की ढैय्या खत्म होने से स्थिति में सुधार हो सकता है। 5 दिसंबर के बाद गुरु का गोचर रिश्तों में फिर से तनाव उत्पन्न कर सकता है, इसलिए इस समय अपनी भावनाओं को साथी के साथ साझा करें।
उपाय:
कर्क राशि के जातकों को प्रेम जीवन में सुधार के लिए सोमवार को शिव जी की पूजा करें और "ॐ सोमाय नमः" का जाप करें।
सिंह राशि (Leo):
सिंह राशि के जातकों के लिए 2025 में प्रेम जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव रहेंगे। वर्ष के शुरुआत से 29 मार्च तक शनि की शत्रु सप्तम दृष्टि के कारण आपके रिश्तों में तनाव और गलतफहमियां हो सकती हैं। इस समय संदेह और दूरी की स्थिति बन सकती है, इसलिए आपको धैर्य और समझदारी से काम लेना होगा।
12 फरवरी से 13 मार्च तक सूर्य की शुभ दृष्टि से आपके प्रेम जीवन में सुधार होगा। इस दौरान आपके और आपके साथी के बीच सामंजस्य और प्यार बढ़ेगा। यह समय अविवाहित जातकों के लिए अच्छा हो सकता है, क्योंकि नए रिश्ते की शुरुआत हो सकती है।
18 मई के बाद केतु के गोचर से रिश्तों में तनाव आ सकता है। इस समय अपने साथी के साथ संवाद में पारदर्शिता बनाए रखें और अनावश्यक विवादों से बचें। 17 अक्टूबर से 16 नवंबर तक सूर्य के गोचर से भी कठिनाइयां आ सकती हैं, जैसे कि गुप्त शत्रु आपके संबंधों को प्रभावित कर सकते हैं। हालांकि, आत्मविश्वास और मेहनत से आप इन समस्याओं को सुलझा सकते हैं।
उपाय:
सिंह राशि के जातकों को अपने प्रेम जीवन में सुधार के लिए रविवार को सूर्यदेव की पूजा करनी चाहिए और "ॐ सूर्याय नमः" का जाप करना चाहिए।
कन्या राशि (Virgo):
कन्या राशि के जातकों के लिए 2025 का वर्ष प्रेम जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव लेकर आएगा। वर्ष की शुरुआत से लेकर 18 मई तक केतु के प्रभाव से रिश्तों में तनाव और गलतफहमियां हो सकती हैं। इस दौरान आपको अपने साथी के साथ मनमुटाव और विवादों का सामना करना पड़ सकता है। रिश्तों में अविश्वास और दरारें आ सकती हैं।
21 जनवरी से 2 अप्रैल तक मंगल के प्रभाव से मानसिक तनाव और उत्तेजना बढ़ सकती है। इस समय आपको अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना होगा और शांति से संवाद करना होगा, ताकि समस्याओं से बाहर निकल सकें। अप्रैल-मई में स्थिति में सुधार हो सकता है, लेकिन इस दौरान आत्मविश्वास बनाए रखना जरूरी होगा।
उपाय:
कन्या राशि के जातकों को प्रेम जीवन में स्थिरता लाने के लिए शुक्रवार को देवी लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए और "ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः" का जाप करना चाहिए।
तुला राशि (Libra):
तुला राशि के जातकों के लिए 2025 में प्रेम जीवन में उतार-चढ़ाव रहेंगे। वर्ष की शुरुआत से 20 जनवरी तक और फिर 2 अप्रैल से 6 जून तक मंगल की चतुर्थ दृष्टि के कारण आपके रिश्तों में ऊर्जा और उत्साह रहेगा। यह समय आपके प्रेम संबंधों को मजबूत कर सकता है, लेकिन इसके लिए आपको अपनी भावनाओं को सही तरीके से व्यक्त करना होगा। इस दौरान संयम और धैर्य रखना जरूरी होगा, ताकि किसी भी अनावश्यक विवाद से बच सकें।
2 मार्च से 12 अप्रैल तक शुक्र का वक्री होना आपके प्रेम जीवन में गलतफहमियां और अस्थिरता ला सकता है। इस समय आपको अपने साथी से खुलकर संवाद करने की जरूरत होगी। 13 अप्रैल से 14 मई तक सूर्य की नीच दृष्टि के कारण रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है। इस समय अपने साथी के दृष्टिकोण को समझने और आपसी संवाद पर ध्यान देना महत्वपूर्ण होगा।
सितंबर और अक्टूबर के महीनों में शुक्र का नीचस्थ होने से आर्थिक समस्याएं या अन्य व्यावहारिक मुद्दे उत्पन्न हो सकते हैं, लेकिन अगर आप संयमित और समझदार रहते हैं, तो यह समय आसानी से निकल जाएगा।
उपाय:
तुला राशि के जातकों को अपने प्रेम जीवन में सुधार के लिए शुक्रवार को देवी लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए और "ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः" का जाप करना चाहिए।
वृश्चिक राशि (Scorpio):
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए 2025 का वर्ष मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। वर्ष की शुरुआत से 29 मार्च तक शनि की ढैय्या का प्रभाव आपके रिश्तों में तनाव और अनिश्चितता ला सकता है। इस समय आपको अपने साथी से पारदर्शिता और अच्छे संवाद की आवश्यकता होगी। 21 जनवरी तक और फिर 2 अप्रैल से 6 जून तक मंगल का नीचस्थ होना रिश्तों में गलतफहमियां और तनाव बढ़ा सकता है।
हालांकि, 14 मई तक गुरु की शुभ दृष्टि आपके रिश्तों में स्थिरता और सकारात्मकता लाएगी। यह समय नए संबंधों की शुरुआत के लिए अच्छा रहेगा और विवाहित जातकों को संतान सुख का भी योग है। 6 जून से 28 जुलाई तक मंगल के स्वगृही दृष्टि से रिश्तों में विश्वास और गहराई बढ़ेगी। अक्टूबर से दिसंबर तक मंगल के अस्त होने से आपका प्रेम जीवन और भी मधुर हो जाएगा, और जो लोग सच्चे प्रेम की तलाश में हैं, उन्हें सफलता मिल सकती है।
उपाय:
वृश्चिक राशि के जातकों को प्रेम जीवन में सफलता पाने के लिए मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए और "ॐ हं हनुमते नमः" का जाप करना चाहिए।
धनु राशि (Sagittarius):
2025 में धनु राशि के जातकों के प्रेम जीवन में उतार-चढ़ाव रहेगा। वर्ष की शुरुआत से 14 मई तक गुरु के षष्ठ भाव में होने से रिश्तों में कुछ मुश्किलें आ सकती हैं। इस दौरान आपके और आपके साथी के बीच गलतफहमियां हो सकती हैं, इसलिए संयम और धैर्य से काम लेना जरूरी होगा।
29 मार्च से शनि की ढैय्या का प्रभाव भी रिश्तों में तनाव बढ़ा सकता है। लेकिन 14 मई से गुरु की सप्तम दृष्टि प्रेम जीवन में स्थिरता लाएगी। इस समय सिंगल लोगों के लिए नए रिश्ते की शुरुआत हो सकती है। 18 अक्टूबर से 5 दिसंबर तक गुरु के उच्च स्थान कर्क राशि में गोचर से दांपत्य जीवन में मधुरता और समझदारी बढ़ेगी। यह समय विवाहित और प्रेम संबंधों में जुड़े लोगों के लिए विशेष रूप से अच्छा रहेगा।
उपाय:
धनु राशि के जातकों को प्रेम जीवन में शांति और सुख के लिए बृहस्पतिवार को पीले फूलों और मिठाई का भोग ग्रहण करना चाहिए और "ॐ बृं बृहस्पतये नमः" का जाप करना चाहिए।
मकर राशि (Capricorn):
2025 में मकर राशि के जातकों के प्रेम जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव रहेंगे। वर्ष की शुरुआत से 14 मई तक गुरु की नीच दृष्टि से रिश्तों में गलतफहमियां और तनाव बढ़ सकते हैं। इस दौरान आपको अपने साथी के साथ संचार में पारदर्शिता बनाए रखना जरूरी होगा। 14 मई से 14 जून तक सूर्य के पंचम भाव में होने से अहंकार और क्रोध की भावना रिश्तों में पैदा हो सकती है, जिससे दूर रहने की कोशिश करें।
20 अगस्त से 14 सितंबर तक शुक्र की सप्तम दृष्टि से रिश्तों में नई ऊर्जा आएगी, और अविवाहित जातकों के लिए नए रिश्ते की शुरुआत का अच्छा समय रहेगा। 18 अक्टूबर से 5 दिसंबर तक गुरु की पुनः नीच सप्तम दृष्टि से दांपत्य जीवन में चुनौतियां आ सकती हैं। इस समय आपके धैर्य और समझदारी की परीक्षा होगी, इसलिए किसी भी स्थिति में शांति बनाए रखें।
उपाय:
मकर राशि के जातकों को प्रेम जीवन में स्थिरता पाने के लिए शनिवार को शनि देव की पूजा करनी चाहिए और "ॐ शं शनैश्चराय नमः" का जाप करना चाहिए।
कुंभ राशि (Aquarius):
2025 में कुंभ राशि के जातकों के प्रेम जीवन में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे। शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव पूरे वर्ष रहेगा, जिससे रिश्तों में तनाव और गलतफहमियां बढ़ सकती हैं। विशेषकर 20 जनवरी तक और 2 अप्रैल से 28 जुलाई के बीच मंगल की शत्रु दृष्टि से प्रेम संबंधों में विवाद और भावनात्मक अस्थिरता हो सकती है। इस दौरान आपको अपने साथी के साथ धैर्य और समझदारी से पेश आना होगा।
14 मई से 18 अक्टूबर के बीच गुरु की शुभ दृष्टि से रिश्तों में नई ऊर्जा आएगी। यह समय अविवाहित जातकों के लिए नए रिश्ते की शुरुआत या विवाह के लिए शुभ रहेगा। हालांकि, 16 सितंबर से 16 अक्टूबर तक सूर्य और शनि का समसप्तक योग रिश्तों में गलतफहमियां बढ़ा सकता है। इस दौरान आपको संवाद को सुधारने और अहंकार से बचने की कोशिश करनी चाहिए।
उपाय:
कुंभ राशि के जातकों को प्रेम जीवन में शांति और समृद्धि के लिए शनि मंत्र "ॐ शं शनैश्चराय नमः" का जाप करना चाहिए और शनिवार को पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाना चाहिए।
मीन राशि (Pisces):
2025 में मीन राशि के जातकों के लिए प्रेम जीवन में चुनौतियां और सकारात्मक पल दोनों होंगे। शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव पूरे वर्ष रहेगा, जिससे दांपत्य जीवन में तनाव और गलतफहमियां हो सकती हैं। विशेष रूप से वर्ष की शुरुआत से 18 मई तक राहु के मीन राशि में गोचर के कारण रिश्तों में दूरी या अविश्वास हो सकता है। इस समय आपको अपने साथी के साथ ईमानदारी से संवाद बनाए रखना जरूरी होगा।
6 जून से 13 सितंबर के बीच मंगल की दृष्टि से रिश्तों में नई ऊर्जा और स्थिरता आएगी। यह समय अविवाहित जातकों के लिए विवाह या नए रिश्ते की शुरुआत के लिए उपयुक्त रहेगा। 18 अक्टूबर से 5 दिसंबर तक गुरु की उच्चस्थ दृष्टि से प्रेम संबंधों में मजबूती आएगी और आप अपने साथी के साथ गहरी भावनात्मक समझ विकसित कर पाएंगे।
उपाय:
मीन राशि के जातकों को प्रेम जीवन में सुधार के लिए प्रत्येक शुक्रवार को केले के पौधे की पूजा करनी चाहिए और "ॐ गुरुं नमः" का जाप करना चाहिए।
सभी राशियों के लिए साल 2025 मिले-जुले संकेत लेकर आ रहा है। यहां बताए राशिफल के अनुसार आप अपने आने वाले समय को अनुकूल बना सकते हैं।
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