image

क्यों रखा जाता है Anant Chaturdashi का व्रत? जानें महत्व और तरीका

अनंत चतुर्दशी का व्रत इस साल 6 सितंबर को रखा जाएगा। लेकिन आखिर इस व्रत को क्यों किया जाता है। साथ ही, इसके क्या महत्व होते हैं आइए आर्टिकल में आपको बताते हैं, ताकि आप भी इसके बारे में सही जानकारी जान सके।
Editorial
Updated:- 2025-08-27, 17:36 IST

अनंत चतुर्दशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है और इसका हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। यह व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को रखा जाता है। इस साल यह व्रत 6 सितंबर को रखा जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु के अनंत रूपों की पूजा की जाती है। पंडित जन्मेश द्विवेदी जी ने बताया कि इस दिन व्रत करने से क्या लाभ होते हैं और इसकी महत्वता क्या है?

क्यों रखा जाता है अनंत चतुर्दशी का व्रत?

यह व्रत भगवान विष्णु के 'अनंत' स्वरूप को समर्पित है। अनंत का अर्थ है जिसका कोई अंत न हो। ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु ने सृष्टि की रक्षा के लिए अनेक रूप धारण किए, जिनमें से अनंत भी एक है। यह व्रत करके भक्त भगवान के आशीर्वाद से जीवन में आने वाली हर बाधा से मुक्ति पाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो व्यक्ति पूरी श्रद्धा और विधि-विधान से इस दिन व्रत रखता है, उसके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे जीवन में सुख-समृद्धि, धन, और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। यह व्रत मोक्ष प्राप्ति का भी एक साधन माना जाता है। इसलिए महिलाएं इस व्रत को रखती हैं और भगवान विष्णु की पूजा करती हैं।

1 - 2025-08-27T154300.312

अनंत चतुर्दशी व्रत की क्या है महत्वता?

पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस व्रत को रखने के पीछे भी एक कहानी है। ऐसा कहा जाता है कि, जब पांडव जुए में अपना सब कुछ हार गए थे और उन्हें वनवास जाना पड़ा था, तब भगवान श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर को इस व्रत को करने की सलाह दी थी। इस व्रत के प्रभाव से पांडवों को उनका खोया हुआ राज्य और वैभव वापस मिला था। इसलिए गणेशोत्सव समापन के दिन ही अनंत चतुर्दशी का व्रत रखा जाता है और व्रत किया जाता है।

3 - 2025-08-27T154302.414

इसे भी पढ़ें: क्यों मानी जाती है आषाढ़ चतुर्दशी विशेष? जानें इस साल कब पड़ रही है और क्या हैं इस दिन के उपाय

अनंत चतुर्दशी के व्रत को कैसे करें

  • इसके लिए सुबह स्नान किया जाता है।
  • फिर नए वस्त्र को धारण करके भगवान विष्णु जी के पास रखे धागे को अपने हाथों में अनंत सुख के लिए बांधा जाता है।
  • इसके बाद पूरे दिन निर्जला व्रत रखा जाता है।
  • शाम के समय कथा पढ़कर इस व्रत तारे देखकर खोलना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: आषाढ़ चतुर्दशी के दिन पितरों को प्रसन्न करने के लिए अपनाएं ये 5 आसान तरीके, बनने लगेंगे बिगड़े काम

इस प्रकार, अनंत चतुर्दशी का व्रत करके भक्त भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करते हैं और अपने जीवन को सुखमय बनाते हैं।

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आप आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिंदगी के साथ

Image Credit-  Freepik 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।

;