Ghar Mein Mandir Rakhna Sahi ya Galat: आज के समय में हर किसी के घर में मंदिर जरूर मिलेगा। आपके भी घर में मंदिर अवश्य होगा। हालांकि ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में मंदिर रखने से जुड़े कई नियम बताये गये हैं और इन नियमों का पालन आवश्यक भी माना गया है। हां, मगर सभी नियमों का पालन हो सके यह जरूरी नहीं। आपके घर में भी मंदिर होगा, लेकिन सभी उससे जुड़ी सभी बातों का ध्यान रख पाना संभव नहीं है। वहीं, शास्त्रों में इस बात का उल्लेख मिलता है कि घर में मंदिर होना ही नहीं चाहिए। अब इस बात का क्या अर्थ है और इसके पीछे का क्या तर्क है ये आज हम जानेंगे। तो चलिए ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से जानते हैं कि घर में मंदिर होना कितना सही या कितना गलत है।
क्या घर में मंदिर रखना गलत है?
शास्त्रों में ऐसा वर्णन मिलता है कि पहले के समय में घरों में मंदिर रखे जाने का विधान ही नहीं था। पहले के समय में सिर्फ घर के आसपास जो मंदिर हुआ करता था उसी में सब दर्शनों के लिए जाया करते थे।
ऐसा इसलिए क्योंकि यह नियम है कि मंदिर में भगवान की प्रतिमा की स्थापना होती है। ऐसे में मंदिर हमेशा ऊंचे स्थान पर होना चाहिए। मंदिर के सामने व्यक्ति के पैर नहीं पड़ने चाहिए। यह गलत माना जाता है।
यह भी पढ़ें:क्या होता है शिवलिंग का असली अर्थ?
सरल शब्दों में कहें तो मंदिर की ऊंचाई और मंदिर में स्थापित भगवान की प्रतिमा की ऊंचाई व्यक्ति के कद से ऊंची होनी चाहिए ताकि जब भी कोई भक्त भगवान को देखे तो वह मस्तक ऊंचा करके देखे।
इसके अलावा, ऐसा भी माना जाता था कि घर में मंदिर की स्थापना करना गलत नहीं है लेकिन घर का मंदिर ज्यादा बड़ा नहीं ला सकते हैं ऐसे में वह मस्तक से ऊंचा तो दूर बल्कि पैरों के सामने पड़ता है।
यह भी पढ़ें:इन मंदिरों में की जाती है राक्षसों की पूजा, जानें कारण
मंदिर या मंदिर में स्थापित भगवान अगर पैरों के सामने पड़ें तो यह उनके अपमान के समान माना गया है। साथ ही, मंदिर में पूजा-पाठ के दौरान रखी जाने वाली शुद्धता का घर में पालन कर पाना बहुत कठिन है। \
इसी कारण से घर में मंदिर रखने का पहले कोई भी नियम नहीं था। हलानाकी अब सबके घर में मंदिर होता है तो ऐसे में यह जरूरी है कि नियमों की अनदेखी न की जाए और भक्तिभाव से पूजा दोष रहित पूरी हो।
आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर घर में मंदिर रखना चाहिए या नहीं और क्या है इसके पीछे का शास्त्रोक्त एवं धार्मिक तर्क। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
image credit: herzindagi
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों