Pradosh Vrat 2025 List: जुलाई के महीने में कब-कब पड़ रहे हैं प्रदोष व्रत? दिसंबर तक की सही तिथियों और शुभ मुहूर्त की यहां लें पूरी जानकारी

भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त करने के लिए भक्तगण हर महीने प्रदोष व्रत रखते हैं। यह पवित्र व्रत प्रत्येक माह की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है और चूंकि हर महीने में दो त्रयोदशी तिथियां होती हैं, इसलिए साल में कुल 24 प्रदोष व्रत पड़ते हैं।
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हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का खास महत्व है। यह व्रत हर महीने की तेरहवीं तारीख (त्रयोदशी) को भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करके उनकी कृपा पाने के लिए रखा जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो भक्त इस दिन पूरी श्रद्धा से पूजा करते हैं, उन्हें अच्छे फल मिलते हैं। यह व्रत दुखों को दूर करने, अच्छी सेहत और सुख-शांति पाने के लिए बहुत शुभ माना जाता है।

इस दिन खास तरीके से पूजा की जाती है, जैसे शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, फूल और दूसरी पूजा की चीजें चढ़ाना। अप्रैल के महीने में प्रदोष व्रत कब है और साल 2025 में बाकी महीनों में यह व्रत कब-कब पड़ेगा, इसकी पूरी जानकारी नीचे दी गई है।

वैसे तो प्रदोष व्रत महीने की तेरहवीं तिथि को ही रखा जाता है, लेकिन कभी-कभी अगर बारहवीं तिथि को ही प्रदोष काल मिल जाता है, तो उसी दिन व्रत रखना ज्यादा अच्छा माना जाता है। आइए ज्योतिषी पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानते हैं कि साल 2025 में प्रदोष व्रत की सही तारीखें और पूजा का शुभ समय क्या है।

मई से अगस्त 2025 प्रदोष व्रत तिथियां

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मई से अगस्त 2025 तक की अवधि में आने वाले प्रदोष व्रत में शुक्र, शनि, रवि, सोम, भौम और बुध प्रदोष व्रत विशेष रूप से मनाए जाएंगे। प्रत्येक प्रदोष व्रत के दिन, भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना प्रदोष काल में करने का विधान है।

इस व्रत का पालन करने से न केवल भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि जीवन की विभिन्न समस्याओं का समाधान भी मिल सकता है। आइए आपको बताते हैओं मई से अगस्त 2025 तक पड़ने वाले प्रदोष व्रत की तिथियां और पूजा के शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तार से-

प्रदोष व्रत तिथि प्रदोष व्रत पूजा शुभ मुहूर्त
9 मई, शुक्रवार, शुक्र प्रदोष व्रत शाम 07:13 से रात्रि 09:16 तक
24 मई, शनिवार, शनि प्रदोष व्रत शाम 07:23 से रात्रि 09:23 तक
8 जून, रविवार, रवि प्रदोष व्रत शाम 07:32 से रात्रि 09:29 तक
23 जून ,सोमवार, सोम प्रदोष व्रत शाम 07:37 से रात्रि 09:33
8 जुलाई, मंगलवार, भौम प्रदोष व्रत शाम 07:36 से रात्रि 09:34
22 जुलाई, मंगलवार, भौम प्रदोष व्रत शाम 07:31 से रात्रि 09:31 तक
6 अगस्त, बुधवार, बुध प्रदोष व्रत शाम 07:19 से रात्रि 09:24 तक
20 अगस्त ,बुधवार,बुध प्रदोष व्रत शाम 07:05 से रात्रि 09:14 तक

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सितंबर से दिसंबर 2025 प्रदोष व्रत तिथियां

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सितंबर से दिसंबर 2025 तक की प्रदोष व्रत तिथियों और शुभ मुहूर्त की जानकारी से आप अपनी पूजा को प्रभावी बना सकते हैं और भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। आइए यहां जानें इन चार महीनों की अवधि में पड़ने वाले प्रदोष व्रत की तिथियों और शुभ मुहूर्त के बारे में-

प्रदोष व्रत तिथि प्रदोष व्रत पूजा शुभ मुहूर्त
5 सितंबर, शुक्रवार, शुक्र प्रदोष व्रत शाम 06:45 से रात्रि 09:01 तक
19 सितंबर, शुक्रवार, शुक्र प्रदोष व्रत शाम 06:26 से रात्रि 08:47 तक
4 अक्टूबर, शनिवार, शनि प्रदोष व्रत शाम 06:06 से रात्रि 08:34 तक
18 अक्टूबर, शनिवार, शनि प्रदोष व्रत शाम 05:49 से रात्रि 08:22 तक
3 नवंबर , सोमवार, सोम प्रदोष व्रत शाम 05:33 से रात्रि 08:12 तक
17 नवंबर, सोमवार, सोम प्रदोष व्रत शाम 05:24 से रात्रि 08:07 तक
2 दिसंबर, मंगलवार, भौम प्रदोष व्रत शाम 05:20 से रात्रि 08:06 तक
17 दिसंबर, बुधवार, बुध प्रदोष व्रत शाम 05:22 से रात्रि 08:10 तक

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जनवरी से अप्रैल 2025 प्रदोष व्रत तिथियां

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प्रदोष व्रत के दौरान भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इस दिन शिवलिंग का जलाभिषेक करना फलदायी होता है और शिव मंत्रों का जाप किया जाता है।

साल 2025 में जनवरी से अप्रैल तक अलग-अलग प्रदोष व्रत रखे जाएंगे। प्रदोष व्रत की शुरुआत 11 जनवरी, शनि प्रदोष व्रत से होगी। अगर आप भी जनवरी से अप्रैल 2025 तक आने वाले प्रदोष व्रत और उनके शुभ मुहूर्त की जानकारी लेना चाहते हैं तो इसके बारे में यहां पढ़ें।

प्रदोष व्रत तिथि प्रदोष व्रत पूजा शुभ मुहूर्त
11 जनवरी, शनिवार, शनि प्रदोष व्रत शाम 05:39 से रात्रि 08:25 तक
27 जनवरी, सोमवार, सोम प्रदोष व्रत शाम 05:54 से रात्रि 08:34 तक
9 फरवरी, रविवार, रवि प्रदोष व्रत शाम 07:25 से रात्रि 08:43 तक
25 फरवरी, मंगलवार, भौम प्रदोष व्रत शाम 06:20 से रात्रि 08:51 तक
11 मार्च, मंगलवार,भौम प्रदोष व्रत शाम 06:30 से रात्रि 08:56 तक

27 मार्च, बृहस्पतिवार, गुरु प्रदोष व्रत

शाम 06:42 से रात्रि 09:01 तक
10 अप्रैल, बृहस्पतिवार, गुरु प्रदोष व्रत शाम 06:52 से रात्रि 09:06 तक
25 अप्रैल, शुक्रवार, शुक्र प्रदोष व्रत शाम 07:02 से रात्रि 09:11 तक

जनवरी से दिसंबर तक 24 प्रदोष व्रत पड़ेंगे और इन सभी का अपना विशेष महत्व है। यहां दी गई जानकारी के अनुसार आप भी व्रत को सफलता से संपन्न कर सकते हैं।

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FAQ

  • प्रदोष व्रत के नियम क्या-क्या हैं?

    सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ़ कपड़े पहनें।तामसिक भोजन से बचना चाहिए।शराब, सिगरेट, और नशे की चीज़ों से बचना चाहिए।गुस्सा करने, झगड़ा करने, और झूठ बोलने से बचना चाहिए।शिवलिंग पर टूटा चावल और चंदन नहीं चढ़ाना चाहिए।
  • शाम को प्रदोष काल कितने बजे से शुरू होता है?

    प्रदोष काल संध्या के समय सूर्यास्त से लगभग 45 मिनट पहले शुरू हो जाता है। कहा जाता है कि प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। 
  • प्रदोष व्रत का पारण कब करना चाहिए?

    प्रदोष व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद किया जाता है। पारण फलाहार से करना उत्तम माना जाता है। 
  • प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल में ही क्यों की जाती है?

    प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल में इसलिए की जाती है क्योंकि इस समय में भगवान शिव सबसे ज्यादा प्रसन्न होते हैं और हसोन्मुख स्वरूप में रहते हैं। इस समय में की गई पूजा का फल चौगुना मिलता है और मनोकामना जल्दी पूरी होती है।