Masik Krishna Janmashtami Kab Hai 2024: 21 या 22 नवंबर कब मनाई जाएगी मासिक कृष्ण जन्माष्टमी, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का महत्व

पंचांग के अनुसार, हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत रखा जाता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि इस साल कब मनाया जाएगा कृष्ण जन्माष्टमी।
november masik krishna janmashtami 2024 kab hai shubh muhurat and significance

हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना विधिवत रूप से करने का विधान है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन जो साधक प्रेम और आस्था के साथ भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना करते हैं। उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। साथ ही भौतिक सुखों की भी प्राप्ति होती है। आपको बता दें, इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के साथ-साथ राधा रानी की पूजा-अर्चना करने का भी विधान है। अब ऐसे में इस साल मासिक कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर सभी लोगों को थोड़ा कन्फ्यूजन है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं ।

कब है मासिक कृष्ण जन्माष्टमी?

krishna janmashtami 2024

वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का आरंभ 22 नवंबर को शाम 06 बजकर 07 मिनट से हो रहा है और इसका समापन अगले दिन 23 नवंबर को शाम 07 बजकर 56 मिनट पर होगा। इसलिए उदया तिथि के आधार पर इस साल मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत 22 नवंबर शुक्रवार के दिन रखा जाएगा।

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त कब है?

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पूजा-अर्चना करने के लिए कई शुभ मुहूर्त हैं। इस मुहूर्त के हिसाब से ही आप भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना विधिवत रूप से करें।
अभिजीत मुहूर्त में पूजा - सुबह 11 बजकर 46 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 28 मिनट तक
विजय मुहूर्त में पूजा - दोपहर में 01 बजकर 53 मिनट से लेकर 02 बजकर 35 मिनट तक
अमृत काल में पूजा - दोपहर बाद 03 बजकर 27 से लेकर शाम 05 बजकर 10 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त में पूजा - शाम में 05 बजकर 22 मिनट से लेकर 05 बजकर 49 मिनट तक

इसे जरूर पढ़ें - भगवान श्रीकृष्ण को क्यों कहा जाता है मधुसूदन?

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पूजा का महत्व क्या है?

lord krishna

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन व्रत और पूजा करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन कान्हा की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती है और जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का भी आगमन होता है।

इसे जरूर पढ़ें - Shri Krishna: ये हैं श्री कृष्ण के वो 5 जिंदा सबूत जिन्हें वैज्ञानिकों ने भी स्वीकारा

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Image Credit- HerZindagi

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP