शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ 3 अक्टूबर, दिन गुरुवार से होगा। नौ दिनों तक चलने वाले इस पर्व में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। साथ ही, नवरात्रि के दौरान घरों में माता की चौकी भी लगाई जाती है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं नवरात्रि के दौरान माता की चौकी लगाने की विधि से लेकर दिशा तक से जुड़ी समस्त जरूरी बातें।
माता की चौकी कब लगानी चाहिए?
माता की चौकी नवरात्रि, दिवाली, राम नवमी और माघ पूर्णिमा के दिन घर में लगानी चाहिए। वहीं, विशेष रूप से नवरात्रि के दिन माता की चौकी प्रतिपदा तिथि पर ब्रह्म मुहूर्त या फिर अभिजीत मुहूर्त में लगानी चाहिए।
माता की चौकी कैसे लगानी चाहिए?
एक साफ-सुथरा और शांत स्थान चुनें। जहां पूजा का वातावरण बन सके, वह स्थान सर्वोत्तम है। फिर लकड़ी की चौकी लें। चौकी पर सुन्दर रंग का कपड़ा बिछाएं, जैसे लाल या पीला और उसे ताजे फूलों से सजाएं।
फिर माता रानी की तस्वीर या मूर्ति को चौकी के मध्य में रखें। प्रतिमा पर गंगाजल छिड़कें और माता को नए वस्त्र धारण कराएं। फिर माता का श्रृंगार करें। मां को फूल अर्पित करें और माला पहनाएं। चुनरी भी उढ़ाएं।
माता रानी के समक्ष धूप, दीप, नैवेद्य आदि जलाएं। फिर इसके बाद माता रानी को आम, केला, सेब आदि फल अर्पित करें। माता रानी को मिष्ठान और विशेष रूप से खीर का भोग अवश्य लगाएं। घी का दीपक जलाएं।
इसके बाद माता रानी के मंत्रों का जाप करें। इसके अलावा, माता की चौकी की स्थापना के बाद भजन या कीर्तन का आयोजन भी अवश्य करें। फिर आरती गाएं और प्रसाद सभी लोगों के बीच वितरित करना न भूलें।
माता की चौकी कहां लगानी चाहिए?
माता की चौकी के लिए सबसे श्रेष्ठ दिशा पूर्व है, लेकिन अगर आप किसी कारण से पूर्व दिशा में माता की चौकी नहीं रख सकते हैं तो उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा भी उत्तम मानी जाती है। इस दिशा में माता की चौकी रखें।
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माता की चौकी लगाने के नियम क्या हैं?
माता की चौकी लगाते समय शुद्धता का ध्यान रखें। पूजन सामग्री की हर एक वस्तु नई होनी चाहिए। किसी भी पुरानी वस्तु का इस्तेमाल न करें। चौकी लगाने के बाद रोजाना भजन-कीर्तन करें तभी फल मिलता है।
माता की चौकी लगाते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि अगर चौकी पर कलश स्थापना कर रहे हैं तो उसे माता की प्रतिमा के दाएं ओर रखें। रोजाना दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। पूजा स्थल खाली न छोड़ें।
माता की चौकी लगाने के लाभ क्या हैं?
माता की चौकी लगाने से व्यक्ति का आध्यात्म बढ़ता है जिससे भक्ति गहरी होती जाती है और यही भक्ति व्यक्ति को माता के समीप ले जाती है एवं उनके सानिध्य और क्रिप्स दृष्टि का भागी बनाती है।
माता की चौकी घर में लगाने से सकारात्मकता बढ़ती है और नकारात्मक ऊर्जा का संचार कम होने लगता है। यहान तक कि घर में मौजूद कैसा भी दोष दूर हो जाता है। पारिवारिक शांति की स्थापना होती है।
आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर नवरात्रि के दौरान घर में माता की चौकी कैसे, किस दिशा में, किस विधि से, किन नियमों के साथ रखनी चाहिए। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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