mangla gauri vrat  mahatva

Mangla Gauri Vrat 2024: कब से शुरू होगा मंगला गौरी व्रत? जानें क्यों माना जाता है सुहागिनों के लिए खास

शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि जहां एक ओर सावन में भगवान शिव की पूजा करने से मनवांछित वर की प्राप्ति होती है तो वहीं, सावन में पड़ने वाले मंगलवारों के दिन मंगला गौरी व्रत रख मां गौरी की पूजा से सुखी वैवाहिक जीवन मिलता है। 
Editorial
Updated:- 2024-07-04, 16:06 IST

हिन्दू धर्म में सुहागिन महिलओं से जुड़े कई व्रतों का उल्लेख मिलता है। यह सभी व्रत अपना-अपना महत्व समेटे हुए है और बहुत शुभ फलदायक माने जाते हैं। ठीक ऐसा ही एक व्रत है मंगला गौरी माता का जिसे मंगला गौरी व्रत के नाम से जाना जाता है। इस व्रत को सुहागिन महिलाएं सुखी वैवाहिक जीवन और संतान प्राप्ति के लिए रखती हैं। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि इस साल से हो रहा है मंगला गौरी व्रत का शुभारंभ और क्यों माना जाता है यह विवाहित महिलाओं के लिए इतना खास। 

मंगला गौरी व्रत 2024 कब से शुरू है? (Mangla Gauri Vrat 2024 Kab Se Shuru Hai?) 

mangla gauri vrat  ki tithi

पंचांग के अनुसार, सावन माह के हर मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। सावन का शुभारंभ इस साल 22 जुलाई, दिन सोमवार से हो रहा है। ऐसे में पहला मंगला गौरी व्रत 22 23 जुलाई, दिन मंगलवार को पड़ेगा। 

यह भी पढ़ें: विवाह में आ रही हैं अड़चनें तो मां पार्वती के इन मंत्रों का करें जाप, जल्द ही मिलेगा अच्छा वर

इस बार सावन में कुल 4 मंगला गौरी व्रत रखे जाएंगे। जहां एक ओर पहला व्रत 23 जुलाई को होगा तो वहीं, अन्य तीन व्रत 30 जुलाई, 6 अगस्त और 13 अगस्त को रखे जाएंगे। इन मंगलवारों पर मां गौरी की विधिवत पूजा होगी। 

मंगला गौरी व्रत 2024 का क्या है महत्व? (Mangla Gauri Vrat 2024 Ka Kya Mahatva Hai?)

mangla gauri vrat  ka muhurat

शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि जहां एक ओर सावन में भगवान शिव की पूजा करने से मनवांछित वर की प्राप्ति होती है तो वहीं, सावन में पड़ने वाले मंगलवारों के दिन मंगला गौरी व्रत रख मां गौरी की पूजा से सुखी वैवाहिक जीवन मिलता है।

यह भी पढ़ें: Goddess Parvati: जानिए क्यों माता पार्वती ने लिया था छिन्नमस्ता अवतार

मंगला गौरी व्रत का श्रद्धा से निर्वाहन करने वाली महिलाओं को अखंड सुहाग प्राप्त होता है। संतान प्राप्ति में आ रही बाधाएं दूर हो जाती हैं और संतान की रक्षा भी होती है। संतान को कोई भी बुरी नजर या नकारात्मक शक्ति प्रभावित नहीं कर पाती है।

 

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर कब से शुरू हो रहा है मंगला गौरी व्रत और क्या है इस व्रत का सुहागिन महिलाओं के लिए महत्व। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।  

image credit: herzindagi

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।

;