हिन्दू धर्म में ज्येष्ठ पूर्णिमा का बहुत महत्व है। इस पूर्णिमा को वट पूर्णिमा भी कहा जाता है। ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है। साथ ही, इस दिन चंद्रमा की पूजा भी की जाती है। इसके अलावा, वट पूर्णिमा व्रत के दौरान बरगद की आराधना करना भी बहुत शुभ माना जाता है। ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन कुछ विशेष मंत्रों का जाप अगर शाम के समय किया जाए तो इससे कई लाभ मिल सकते हैं। ऐसे में आइये जानते हैं ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से कि ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन कौन से मंत्रों का जाप करना चाहिए और क्या हैं उससे मिलने वाले लाभ।
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन करें भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप
'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः' यह भगवान विष्णु का सबसे प्रसिद्ध और शक्तिशाली मंत्र है। ज्येष्ठ पूर्णिमा पर इस मंत्र का जाप करने से भगवान विष्णु की असीम कृपा प्राप्त होती है। इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है, सभी प्रकार के संकट दूर होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग खुलता है। यह मंत्र मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा भी प्रदान करता है।
'ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नमः' ह मंत्र भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी दोनों के लिए है। इसका जाप करने से सौभाग्य में वृद्धि होती है और जीवन में धन, वैभव और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। यह परिवार में खुशहाली और स्थिरता लाता है।
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ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन करें मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप
'ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नमः' यह माता महालक्ष्मी का एक शक्तिशाली मंत्र है। ज्येष्ठ पूर्णिमा पर इस मंत्र का जाप करने से आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं और धन आगमन के नए रास्ते खुलते हैं। यह जीवन में समृद्धि और वैभव लाता है।
'या रक्ताम्बुजवासिनी विलासिनी चण्डांशु तेजस्विनी। या रक्ता रुधिराम्बरा हरिसखी या श्री मनोल्हादिनी॥ या रत्नाकरमन्थनात्प्रगटिता विष्णोस्वया गेहिनी। सा मां पातु मनोरमा भगवती लक्ष्मीश्च पद्मावती ॥' यह एक विस्तृत लक्ष्मी स्तोत्र है जिसका जाप करने से घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है। यह मंत्र माता लक्ष्मी की कृपा से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता दिलाता है।
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ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन करें चंद्रमा के मंत्रों का जाप
'ॐ सों सोमाय नमः' या 'ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः' ज्येष्ठ पूर्णिमा पर चंद्रमा अपनी पूर्ण कला में होता है और इस दिन चंद्रमा के मंत्रों का जाप करने से मन शांत होता है, मानसिक तनाव दूर होता है और चंद्र ग्रह के दुष्प्रभाव कम होते हैं। यह कुंडली में चंद्रमा को मजबूत करता है जिससे व्यक्ति को भावनात्मक स्थिरता और शांति मिलती है। विवाहित महिलाएं अपने पति के अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु के लिए भी इन मंत्रों का जाप कर सकती हैं।
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