सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है और इस दौरान उनकी आराधना का विशेष महत्व होता है। शिव भक्त इस पवित्र महीने में तरह-तरह से महादेव को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं, और इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण शिवा मुट्ठी चढ़ाने का विधान है। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और माना जाता है कि इसे विधि-विधान से करने पर भगवान शिव अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। ऐसा माना जाता है कि शिवा मुट्ठी चढ़ाने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों को सुख-समृद्धि, धन-धान्य और आरोग्य का आशीर्वाद देते हैं। अब ऐसे में सावन महीने में शिवलिंग पर शिवा मुट्ठी किस विधि से चढ़ाना चाहिए। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
जानें क्या है शिवा मुट्ठी?
शिवा मुट्ठी का अर्थ है भगवान शिव को मुट्ठी भर विशेष अनाज अर्पित करने का विधान है। यह कोई साधारण मुट्ठी नहीं होती, बल्कि इसमें विभिन्न प्रकार के अनाज शामिल होते हैं, जिनमें से प्रत्येक का अपना विशेष महत्व है। मुख्य रूप से इसमें चावल, काले तिल, साबुत मूंग, जौ और गेहूं शामिल होते हैं। कुछ क्षेत्रों में मक्का या बाजरा भी शामिल किया जाता है। इन सभी अनाजों को एक साथ मिलाकर भगवान शिव को अर्पित किया जाता है।
शिवलिंग पर शिवा मुट्ठी कैसे चढ़ाएं?
शिवा मुट्ठी चढ़ाने का विधान बहुत सरल है। सावन के प्रत्येक सोमवार को स्नान आदि से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। घर के मंदिर में या शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करें। इसके बाद, उपर्युक्त अनाजों को साफ करके एक साफ बर्तन में रख लें। अपनी हथेली में इन सभी अनाजों को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में लें और ऊं नमः शिवाय मंत्र का जाप करते हुए श्रद्धापूर्वक शिवलिंग पर अर्पित करें। अपनी मनोकामना मन ही मन भगवान शिव से कहें। कुछ भक्त सावन के पहले सोमवार को चावल, दूसरे को तिल, तीसरे को मूंग, चौथे को जौ और यदि पांचवां सोमवार पड़े तो गेहूं अर्पित करते हैं, जबकि कई लोग सभी अनाजों को मिलाकर भी चढ़ाते हैं।
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शिवा मुट्ठी में कौन-कौन से अनाज होते हैं?
शिवा मुट्ठी में अलग-अलग तरह के अनाज होते हैं। जो मुट्ठी में करके भगवान शिव को चढ़ाएं जाते हैं।
- शिवा मुट्ठी में चावल अखंड सौभाग्य और धन-धान्य की प्राप्ति के लिए माना जाता है।
- शिवा मुट्ठी में काले तिल शनि दोष से मुक्ति और नकारात्मक ऊर्जा से बचाव के लिए होता है।
- शिवा मुट्ठी में साबुत मूंग वंश वृद्धि और संतान प्राप्ति के लिए उत्तम फलदायी माना जाता है।
- शिवा मुट्ठी में जौ कष्टों से मुक्ति और पापों के छुटकारा पाने के लिए शुभ माना जाता है।
- शिवा मुट्ठी में गेहूं ऐश्वर्य और मान-सम्मान की वृद्धि के लिए होता है।
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