माता दुर्गा की इस विधि से की गई पूजा हो सकती है विशेष फलदायी, यहां जानें पूजन सामग्री समेत अन्य बातें

किसी भी पूजा की पूर्णता तभी मानी जाती है जब उसमें सही सामग्री का इस्तेमाल किया गया हो और पूजन पूरे विधि-विधान के साथ किया गया हो। अगर आप भी माता दुर्गा की पूजा करती हैं, तो उनकी पूजा में इस्तेमाल होने वाली सामग्री और पूजा की सही विधि के बारे में यहां जरूर पढ़ें।
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माता दुर्गा को शक्ति की देवी और सृष्टि की पालनहार माना जाता है। माता असुरों के संहार करने वाली हैं और धर्म की रक्षा हेतु धरती पर उनका प्राकट्य हुआ है। माता की विधि पूर्वक की गई पूजा भक्तों के लिए फलदायी होती है। माता दुर्गा की शक्ति और समृद्धि तो प्रदान करती है, साथ ही जीवन के कष्टों को भी दूर करती है। वैसे तो माता दुर्गा की पूजा नवरात्रि के नौ दिनों में विशेष रूप से की जाती है, लेकिन आम दिनों में भी माता का पूजन आपके जीवन में समृद्धि लाने में मदद करता है। माता की कृपा से और उनके विधि पूर्वक किए गए पूजन से भक्तों की सभी परेशानियां दूर हो सकती हैं और उन्हें जीवन में सफलता प्राप्त होती है।

किसी भी दिन या समय माता दुर्गा की पूजा विश्वास और श्रद्धा के साथ करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। वहीं पूजा में कुछ विशेष सामग्रियों का इस्तेमाल भी किया जाता है, जिससे पूजा को पूर्ण सफलता मिले। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें माता दुर्गा की पूजा विधि और उसमें इस्तेमाल होने वाली सामग्री की सम्पूर्ण लिस्ट के बारे में यहां विस्तार से।

माता दुर्गा की पूजा के लिए सामग्री

Mata Durga pujan samagri

माता दुर्गा के पूजन में कुछ विशेष प्रकार की सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है, जिसके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए। आइए यहां जानें दुर्गा पूजा की पूर्ण सामग्री लिस्ट-

1. माता दुर्गा की तस्वीर या मूर्ति- माता की तस्वीर या मूर्ति उस स्थान पर स्थापित की जाती है जहां उनका पूजन करना हो।
2. आम की लकड़ी की चौकी- माता की चौकी हमेशा शुद्ध लकसी की बनी होती है। यदि आप पूजन के लिए आम की लकड़ी की चौकी इस्तेमाल करें तो ज्यादा शुभ मानी जाती है।
3. लाल कपड़ा- जिस चौकी पर माता दुर्गा की मूर्ति स्थापित की जाती है उस पर लाल कपड़ा बिछाना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है। आप इसके स्थान पर पीला कपड़ा भी बिछा सकती हैं।
4. लाल चुनरी- माता दुर्गा के पूजन में लाल चुनरी चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है।
5. लाल चूड़ियां- मां दुर्गा के श्रृंगार में लाल चूड़ियों को सबसे शुभ माना जाता है। पूजन के बाद आप इन चूड़ियों में से एक-एक अपने हाथ में प्रसाद की तरह पहलन सकती हैं।
6. सिंदूर- मां दुर्गा के मस्तक पर लाल सिंदूर का टीका लगाया जाता है। यह सिंदूर माता के मस्तक पर लगाने के बाद स्वयं को भी लगाएं।
7. नारियल- मां दुर्गा की पूजा में एक अहम सामग्री के रूप में नारियल चढ़ाया जाता है। यदि आप कलश की स्थापना न भी करें तब भी आप माता की मूर्ति के पास नारियल में चुनरी बांधकर रख सकती हैं।
8. मिट्टी या पीतल का कलश- पूजा से पूर्व कलश की स्थापना की जाती है, इसे पूजा के पूर्णता के लिए स्थापित किया जाता है। आप इसके लिए मिट्टी या पीतल के कलश में जल भरकर रख सकती हैं।
9. पूजा की बाती- पूजा की बत्ती का इस्तेमाल दीपक प्रज्वलित करने और माता की आरती के लिए दीपक जलाने के लिए किया जाता है। यदि आप नवरात्रि के लिए अखंड ज्योति बना रही हैं तब सबसे अच्छी बत्ती कलावा या मौली की होती है।
10. धूप बत्ती- माता के पूजन के समय धूप बत्ती प्रज्ज्वलित करने से इसकी खुशबू पूरे वातावरण में फ़ैल जाती है जो आस-पास के पूरे वातावरण को शुद्ध करती है।
11. माचिस-माचिस का इस्तेमाल दीपक या धूप जलाने में किया जाता है।
12. चावल- चावल यानी अक्षत का इस्तेमाल किसी भी पूजा की शुभता बनाए रखने के लिए किया जाता है। आप भी माता दुर्गा की पूजा में अक्षत का इस्तेमाल करें।
13. लौंग- माता दुर्गा को हमेशा लौंग जोड़े में चढ़ाई जाती है। पूजन से पूर्व माता को लौंग चढ़ाएं और पूजा की पूर्णता को कामना करें।
14.कपूर- कपूर से की गई माता दुर्गा की आरती बहुत शुभ मानी जाती है। कपूर के धुंए से आस-पास की कोई भी नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
15. फूल और फूल माला- माता दुर्गा को पूजन में लाल फूल चढ़ाएं और फूलों से बनी माला अर्पित करें। इससे पूजा को पूर्ण करने में आसानी होती है। इसके साथ ही आप भोग में फल अर्पित करें।
16. बताशे- मां दुर्गा की पूजा में बताशे जरूर चढ़ाए जाते हैं, आप किसी भी भोग के साथ बताशे भी माता को अवश्य अर्पित करें।
17. पान और सुपारी- पान और सुपारी को पूजन के लिए बहुत शुभ माना जाता है। आप माता दुर्गा के पूजन में भी इस सामग्रियों को अवश्य चढ़ाएं।
18. श्रृंगार का सामान- माता दुर्गा को श्रृंगार का सामान चढ़ाना बहुत शुभ होता है। ऐसा माना जाता है कि यदि सुहागिन महिलाएं माता दुर्गा को श्रृंगार की सामग्री चढ़ाती हैं तो उन्हें अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है।
19. हवन कुंड और हवन सामग्री- यदि संभव हो तो आपको पूजन के समापन के बाद हवन अवश्य करना चाहिए। इसके लिए हवन सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है और जिस जगह पर हवन होता है वहां हवन कुंड स्थापित किया जाता है।
20- दही और पंचमेवा- प्रसाद बनाते समय आपको दही से पंचामृत तैयार करना चाहिए और उसमें पंच मेवा मिलाना चाहिए।

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माता दुर्गा की पूजा विधि

puja vidhi of mata durga

माता दुर्गा की पूजा विधि-विधान से करना बहुत शुभ माना जाता है। आइए आपको बताते हैं मां दुर्गा की पूजा विधि के बारे में यहां विस्तार से-

  • किसी भी अन्य पूजा-पाठ की ही तरह आप माता दुर्गा की पूजा के लिए भी सबसे पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और घर के मंदिर की अच्छी तरह से सफाई करें।
  • मां दुर्गा की मूर्ति को अच्छी तरह से स्नान कराएं और गंगाजल से शुद्ध करके लाल या पीले वस्त्रों से सुसज्जित करें।
  • एक चौकी में लाल कपड़ा बिछाकर माता दुर्गा की मूर्ति या प्रतिमा स्थापित करें।
  • माता की चौकी के सामने आप एक कलश में जल भरकर उसमें आम के पत्ते और नारियल रखें और उस कलश के ऊपर दीपक जलाएं।
  • माता को लाल फूल, अक्षत और सिंदूर अर्पित करें और दुर्गा सप्तशती का पाठ शुद्ध मन से करें।
  • आप माता दुर्गा के कुछ विशेष मंत्रों का जाप करें जो आपके लिए शुभ हो सकते हैं और मन को पवित्र रखने में मदद कर सकते हैं।
  • माता दुर्गा के मंत्रों का जाप करने के साथ आपको दुर्गा चालीसा का पाठ भी नियमित रूप से करना चाहिए।
  • यदि आप संपूर्ण दुर्गा सप्तशती का पाठ करने में असमर्थ हैं तो कम से कम दुर्गा कवच का पाठ अवश्य करें। ये पाठ भी आपको पूर्ण फल प्रदान करता है और किसी भी बाधा से जल्द ही बाहर निकलने में मदद करता है।
  • माता का पूजन समाप्त करने के बाद नैवेद्य जिसमें मिठाई, फल या पंचामृत शामिल हो, अर्पित करें और यह प्रसाद माता को ग्रहण करने की विनती करें।
  • पूजन के बाद लौंग और कपूर जलाकर मां दुर्गा की आरती करें और आरती के बाद सभी भक्तजनों प्रसाद का वितरण करें।

माता दुर्गा की पूजा का महत्व

significance of mata durga puja

ऐसी मान्यता है कि माता दुर्गा की पूजा आपके आस-पास मौजूद किसी भी नकारात्मक शक्ति से छुटकारा पाने के लिए और शत्रुओं का विनाश करने की इच्छा से की जाती है। माता के पूजन से घर का वातावरण शुद्ध होता है और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। वैसे नियमित ही माता दुर्गा का पूजन करना चाहिए, लेकिन यदि आप विशेष रूप से शुक्रवार, किसी भी महीने की अष्टमी तिथि को या नवरात्रि के नौ दिनों में माता दुर्गा की पूजा करती हैं तो इससे आपके जीवन में बहुत से लाभ हो सकते हैं। मां दुर्गा की कृपा से जीवन में आने वाली समस्त बाधाओं का नाश हो सकता है।

माता दुर्गा भक्त जनों की सभी आर्थिक समस्याओं को भी दूर करती हैं और उनके पूजन से अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है। यदि कोई भक्त माता दुर्गा की पूजा नियम से करता है, तो उसके जीवन की सभी समस्याएं दूर होने लगती हैं और उसे मां का विशेष आशीर्वाद मिलता है।

यदि आप यहां बताई सामग्री का इस्तेमाल करते हुए माता दुर्गा की पूजा विधि-विधान के साथ करेंगी तो आपके जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहेगी। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

Images: freepik.com

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