श्रीफल चढ़ाने और फोड़ने में क्या है अंतर, ज्योतिष से जानें

सनातन धर्म में सभी शुभ कार्यों में नारियल का विशेष उपयोग किया जाता है। इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। 

 
Nariyal Astro tips by expert

(difference between offering and breaking coconut) हिंदू धर्म में नारियल के बिना किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत नहीं होती है। मंदिरों में नारियल फोड़ने और चढ़ाने की परंपरा प्राचीन समय से चली आ रही है। इसे श्रीफल भी कहा जाता है। नारियल धार्मिक महत्ता के साथ-साथ औषधी गुणों के लिए भी जाना जाता है। इसलिए किसी भी पूजा और अनुष्ठान में बिना भगवान गणेश और माता लक्ष्मी के आशीर्वाद बिना संपन्न नहीं माना जाता है।

वहीं भगवान गणेश की उपस्थिति को दिखाने के लिए सुपारी रखा जाता है और माता लक्ष्मी की मौजूदगी के लिए नारियल रखते हैं। नारियल को सभी फलों में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि भगवान विष्णु पर पृथ्वी पर अवतरित होते समय माता लक्ष्मी नारियल का वृक्ष और कामधेनु को अपने साथ पृथ्वी पर लाए थे। इसलिए इसका विशेष महत्व है। अब ऐसे में सवाल यह है कि श्रीफल चढ़ाने और फोड़ने में क्या अंतर है। इसके बारे में जानना जरूरी है।

आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

त्रिदेव का नारियल में होता है वास

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नारियल के पेड़ को कल्पवृक्ष कहा जाता है, जिसमें त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु (भगवान विष्णु मंत्र) और महेश का वास होता है। नारियल पर बनी हुई तीन आंखों की तुला भगवान शिव के त्रिनेत्र से की गई है। इसलिए नारियल को बेहद शुभ माना जाता है। वहीं पूजा-पाठ में इसका प्रयोग खासकर किया जाता है। सभी विवाह में कलश के ऊपर नारियल की पूजा की जाती है।

सभी शुभ कार्यों में होता है नारियल का प्रयोग

किसी भी धार्मिक अनुष्ठान में नारियल का इस्तेमाल खासकर किया जाता है। इसे सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। नारियल सभी देवी-देवताओं को बेहद प्रिय है। इसे अर्पित करने से व्यक्ति को अक्षय फल की प्राप्ति हो सकती है।

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जानें श्रीफल फोड़ने का महत्व

नारियल को श्रीफल कहा जाता है। यह भगवान को बेहद प्रिय है। इसके बाहरी सतह को अहं का प्रतीक माना जाता है और अंदर सफेद और नर्म वाले सतह को शांति का प्रतीक माना जाता है। इसलिए नारियल फोड़ने का अर्थ है कि हम अपने अहंकार को भगवान के श्री कमलचरणों में त्याग रहे हैं। वहीं नारियल में बने तीन निशान यश, वैभव और समृद्धि को दर्शाता है। वहीं नारियल को फोड़ने से व्यक्ति को किसी भी काम में बाधाओं का सामना नहीं करना पड़ता है और परिवार के ऊपर सदैव माता लक्ष्मी की कृपा भई बनी रहती है।

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जानें श्रीफल चढ़ाने का महत्व

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श्रीफल की पूजा करना बेहद लाभकारी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि घर में नारियल रखकर उसकी पूजा करने से माता लक्ष्मी (माता लक्ष्मी मंत्र) का वास होता है और उनकी कृपा भी प्राप्त होती है। साथ ही मन्नत पूरी करते समय भगवान को नारियल विशेष चढ़ाया जाता है।

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Image Credit- Freepik

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