Maa Durga ke 9 Swaroop 2025: चैत्र नवरात्रि के दौरान करें मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा, जानें सभी का महत्व

Chaitra Navratri 2025: हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। आइए इस लेख में विस्तार से नवरात्रि के नौ दिनों के महत्व के बारे में जानते हैं। 
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हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन मां दुर्गा की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। साथ ही मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा भी 9 दिनों तक पूरे विधि-विधान के साथ की जाती है। साथ ही चैत्र नवरात्रि के दिन से हिंदू नववर्ष का आरंभ भी होने जा रहा है। इसलिए यह दिन बेहद सौभाग्यशाली माना जा रहा है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से मां दुर्गा के 9 स्वरूपों के बारे में जानते हैं।

मां शैलपुत्री

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शैलपुत्री मां दुर्गा के पहले रूप का नाम है। पर्वतराज हिमालय की पुत्री होने की वजह से इनका नाम शैलपुत्री पड़ा। मां शैलपुत्री का वाहन बैल है और इनके दाएं हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का फूल है।

मां ब्रह्मचारिणी

मां दुर्गा के दूसरे रूप का नाम ब्रह्मचारिणी है। ब्रह्मचारिणी का अर्थ है तपस्या करने वाली। मां दुर्गा के इस रूप में वह तपस्विनी के रूप में नजर आती हैं और उनके दाएं हाथ में माला और बाएं हाथ में कमंडल होता है।

मां चन्द्रघण्टा

मां दुर्गा के तीसरे रूप का नाम चन्द्रघण्टा है। मां दुर्गा के इस रूप में उनके माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र नजर आता है। यही वजह है कि इन्हें चन्द्रघण्टा कहा जाता है। मां दुर्गा के इस रूप में उनकी दस भुजाएं हैं और ये सिंह पर सवार हैं।

मां कुष्माण्डा

मां दुर्गा के चौथे रूप का नाम कुष्माण्डा है। माना जाता है कि जब सृष्टि नहीं थी तो कुष्माण्डा मां ने ही अपनी मुस्कान से ब्रह्मांड की रचना की थी। मां कूष्मांडा सिंह पर सवार हैं और इनकी आठ भुजाएं हैं।

मां स्कंदमाता

मां दुर्गा के पांचवें रूप का नाम स्कंदमाता है। स्कंदमाता का अर्थ है स्कंद की माता। स्कंदमाता मां दुर्गा के पुत्र कार्तिकेय की माता हैं। मां स्कंदमाता शेर पर सवार हैं और इनकी चार भुजाएं हैं।

मां कात्यायनी

मां दुर्गा के छठे रूप का नाम कात्यायनी है। माना जाता है कि कात्यायन ऋषि ने मां दुर्गा को अपनी पुत्री के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। मां दुर्गा ने उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें पुत्री के रूप में जन्म दिया। मां कात्यायनी का वाहन सिंह है और इनकी चार भुजाएं हैं।

मां कालरात्रि

मां दुर्गा के सातवें रूप का नाम कालरात्रि है। मां दुर्गा के इस रूप में उनका रंग काला है और बाल बिखरे हुए हैं। मां कालरात्रि का वाहन गधा है और इनकी चार भुजाएं हैं।

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मां महागौरी

मां दुर्गा के आठवें रूप का नाम महागौरी है। मां दुर्गा के इस रूप में उनका रंग अत्यंत गोरा है और वह शांत मुद्रा में नजर आती हैं। मां महागौरी का वाहन बैल है और इनकी चार भुजाएं हैं।

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मां सिद्धिदात्री

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मां दुर्गा के नौवें रूप का नाम सिद्धिदात्री है। मां दुर्गा के इस रूप में वह सभी सिद्धियों को देने वाली देवी के रूप में जानी जाती हैं। मां सिद्धिदात्री कमल के फूल पर विराजमान हैं और इनकी चार भुजाएं हैं।

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Image Credit- HerZindagi

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