7 जून 2025 को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है, जिसे रामलक्ष्मण द्वादशी भी कहा जाता है। यह दिन शनिवार का है। इस दिन निर्जला एकादशी का पारण भी किया जाएगा, जो भगवान विष्णु की पूजा के लिए बहुत शुभ माना जाता है। पंचांग के अनुसार, इस दिन चित्रा नक्षत्र रहेगा और शुभ कार्यों के लिए अभिजीत मुहूर्त का भी निर्माण हो रहा है। इसके अलावा, आज राहुकाल भी है। ऐसे में अगर आप किसी भी शुभ काम के लिए जा रहे हैं विशेष तौर पर नौकरी के लिए तो ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स के माध्यम से पहले आज का पंचांग देख लें।
आज का पंचांग (7 जून 2025)
तिथि | नक्षत्र | दिन/वार | योग | करण |
ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष द्वादशी | चित्रा | शनिवार | वरीयान | बव |
आज का सूर्य और चंद्रमा का समय 7 जून 2025
प्रहार | समय |
सूर्योदय | सुबह 05:23 बजे |
सूर्यास्त | शाम 07:17 बजे |
चंद्रोदय | दोपहर 03:55 बजे |
चंद्रास्त | सुबह 02:57 बजे (8 जून) |
आज का शुभ मुहूर्त और योग (7 जून 2025)
मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04:02 बजे से सुबह 04:42 बजे तक |
अभिजीत मुहूर्त | सुबह 11:52 बजे से दोपहर 12:48 बजे तक |
अमृत काल मुहूर्त | रात 02:47 बजे से सुबह 04:35 बजे (8 जून) तक |
विजय मुहूर्त | दोपहर 02:39 बजे से दोपहर 03:35 बजे तक |
गोधूलि मुहूर्त | शाम 07:16 बजे से शाम 07:36 बजे तक |
निशिता मुहूर्त | मध्य रात्रि 12:00 बजे से 8 जून को 12:40 बजे तक |
द्विपुष्कर योग | सुबह 05:23 बजे से सुबह 09:40 बजे तक |
सर्वार्थ सिद्धि योग | सुबह 09:40 बजे से 8 जून को सुबह 05:23 बजे तक |
आज का अशुभ मुहूर्त (7 जून 2025)
मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
राहु काल | सुबह 08:51 बजे से सुबह 10:36 बजे तक |
गुलिक काल | सुबह 05:23 बजे से सुबह 07:07 बजे तक |
यमगंड | दोपहर 02:04 बजे से दोपहर 03:49 बजे तक |
दुर्मुहूर्त | सुबह 05:23 बजे से सुबह 06:18 बजे तक |
वर्ज्य | दोपहर 03:58 बजे से शाम 05:46 बजे तक |
आज का व्रत और त्योहार (7 जून 2025)
7 जून 2025 का दिन हिंदू धर्म के अनुसार कुछ खास व्रतों और त्योहारों से जुड़ा है। इस दिन मुख्य रूप से निर्जला एकादशी का पारण किया जाएगा और साथ ही रामलक्ष्मण द्वादशी भी मनाई जाएगी। ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को रामलक्ष्मण द्वादशी के रूप में जाना जाता है। इस दिन भगवान श्री राम और उनके भाई श्री लक्ष्मण की विशेष पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु के अवतार श्री राम और शेषनाग के अवतार श्री लक्ष्मण की पूजा करने से भक्तों को उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह दिन भगवान गोविंद विट्ठलनाथजी की उपासना के लिए भी शुभ माना जाता है।
आज का उपाय (7 जून 2025)
7 जून 2025 को शनिवार होने के कारण शनि देव से जुड़े कुछ उपायों को करना श्रेष्ठ रहेगा। आज के दिन काले तिल, काले चने, काली उड़द, सरसों का तेल, काले वस्त्र और लोहे की वस्तुएं दान करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन की बाधाएं दूर होती हैं। इस दिन शनि मंदिर जाकर भगवान शनि की पूजा करना और सरसों के तेल का दीपक जलाना विशेष फलदायी होता है। इससे शनि दोष का प्रभाव कम होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
आज के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना और सात बार परिक्रमा करना भी शुभ होता है। इससे आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसके अलावा, 'ॐ शं शनैश्चराय नमः' मंत्र का 108 बार जाप करना शनिदेव को प्रसन्न करने में सहायक रहेगा। आज के दिन को किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति की मदद करना, उन्हें भोजन या वस्त्र देना, शनि देव को अत्यंत प्रिय है। इससे पुण्य की प्राप्ति होती है और शनिदेव का आशीर्वाद मिलता है।
जिन लोगों ने निर्जला एकादशी का व्रत रखा है, उन्हें 7 जून को द्वादशी तिथि में सही मुहूर्त में पारण करना चाहिए। पारण के लिए सबसे पहले भगवान विष्णु की पूजा करें। पारण से पहले किसी ब्राह्मण या जरूरतमंद को जल और अन्न का दान करना बहुत शुभ होता है। इससे व्रत का पूरा फल मिलता है। भगवान विष्णु की पूजा करते समय तुलसी की मंजरी अर्पित करें। मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु को श्रीफल चढ़ाकर उसे किसी जरूरतमंद को दान कर दें। यह उपाय जीवन की बाधाओं को दूर करने और धन-धान्य की प्राप्ति में सहायक माना जाता है।
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