दोस्तों के साथ घूमना-फिरना हम सभी को पसंद होता है। इसके लिए हम अक्सर कहीं न कहीं जाने का प्लान बाते रहते हैं। वहीं आजकल अपने शहर से बाहर जाने के लिए हम साथ में अपने माता-पिता के आलावा करीबी दोस्तों को ले जाना पसंद करते हैं। ऐसे ही एक किस्सा मेरे पास भी है। मेरी पहली ट्रिप का, जहां मैंने न केवल 3 दिन खुद की मर्जी से जिए और अपने कुछ दोस्तों के साथ मौज-मस्ती भी की।
मेरी पहली ट्रिप मेरे दोस्तों के साथ में कोटा के लिए थी, जहां मैं अपनी एक फ्रेंड से भी मिलने के लिए गई थी। हालांकि, वहां कुछ ऐसा खास घूमने के लिए नहीं था। लेकिन जिनके साथ में मैं गई थी वे लोग मेरे लिए खास हैं।
सबसे पहले तो हमने वहां बेहद खूबसूरत सेंट्रल पार्क में काफी वक्त बिताया। वे कोई मामूली पार्क नहीं था, बल्कि फैमिली से लेकर दोस्तों तक के साथ में इस पार्क को एक्स्प्लोर किया जा सकता है। इसके बाद में हमने अगले वर्ल्ड और वंडर देखा। इस तरह के पार्क आजकल हर जगह हर शहर में आपको देखने को मिल जाएंगे, लेकिन यादें और साथ बिताये हुए मस्ती के वो पल हम सभी को कई सालों तक याद रहेंगे।
पता है, यह ट्रिप बिल्कुल भी प्लान नहीं थी और बार-बार लग रहा था कि घर वापिस कैसे जाएंगे या इसके बाद अब क्या करें?
लेकिन कहते हैं न एडवेंचर का मजा ही कुछ न प्लान करने पर ही आता है। ठीक ऐसा ही हुआ और समय के साथ-साथ में हमने साथ काफी खूबसूरत यादें बनाई। कोटा में अगले दिन हमने मूवी देखी और इसके बाद हम पास के ही मॉल में गए। वहां हमने काफी सारी फन एक्टिविटीज की। इसके बाद वहीं हमें पता पड़ा कि वापिस जाने की जिस ट्रेन की टिकेट को हमने बुक किया था वो कैंसिल हो गई हैं। अब यह जानकर तो मानों पहले तो आया अब क्या होगा?
लेकिन फिर किसी तरह से हमने इसका भी हल निकाल ही लिया और गिरते-पड़ते थके हुए अपने-अपने घर को निकल ही गये। इसी तरह से आगे भी मैं प्लान न की हुई ट्रिप्स पर जाना जरूर पसंद करूंगी और अगला किस्सा जरूर शेयर करूंगी।
- नम्रता उपाध्याय, 18
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