चैत्र नवरात्रि के दौरान कन्या पूजन को विशेष माना जाता है। पूरे नौ दिन माता के विभिन्न स्वरूपों का पूजन करने के बाद नवमी तिथि के दिन कन्या पूजन करने का विधान है। मान्यता है कि नवरात्रि में कन्या पूजन के बिना पूजा अधूरी होती है और इसका पूर्ण फल नहीं मिलता है।
पूजन के दौरान 2 से 8 वर्ष की कन्याओं को आमंत्रित किया जाता है और साथ में एक लंगूर को आमंत्रण दिया जाता है। कन्याओं को विधि-विधान से आसन पर बैठाकर उन्हें उनकी पसंद का भोज कराया जाता है और उपहार में उनकी पसंद की वस्तुएं दी जाती हैं।
इस साल चैत्र नवरात्रि का आरंभ 22 मार्च से हो रहा है और नवमी तिथि 30 मार्च को होगी और इसी दिन कन्या पूजन किया जाएगा। इस दिन यदि आप अपनी राशि के अनुसार पूजन करती हैं तो आपके लिए शुभ होगा। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी जी से जानें इस दिन राशि के अनुसार कैसे पूजन करना आपके लिए फलदायी होगा।