कहानी में अब तक - नेहा हैरान थी कि बिना इंटरव्यू के बस एक फॉर्म भरने पर उसे जॉब मिल गई थी। लेकिन इससे भी ज्यादा टेंशन उसे, उस एड्रेस से हो रही थी, जो उसे कंपनी की तरफ से भेजा गया था, अब आगे..
सब कुछ भूलकर नेहा ने कैब बुक की और सीधा ऑफिस पहुंच गई। जैसे ही वह कैब से उतरी, उसके तो जैसे होश उड़ गए थे। ऑफिस की बिल्डिंग देखकर उसके पैर कांपने लगे थे।। नेहा को ऐसे हाल में देखकर कैब ड्राइवर ने कहा, तुम यहां इतनी दूर नौकरी करने क्यों आई हो। क्या तुम्हें इस जगह के बारे में कुछ नहीं पता है। कैब ड्राइवर के ऐसा कहने में नेहा हैरान रह गई। उसने उससे पूछा, क्यों अंकल इस जगह में क्या दिक्कत है? इस ऑफिस की ऐसी कौन सी बात है जो मुझे नहीं पता।नेहा की बात सुनकर कैब ड्राइवर ने गाड़ी स्टार्ट की और जाते हुए कहा, यहां काम करने के बारे में मत सोचो, जितना जल्दी हो सके यहां से चली जाओ।
नेहा बहुत डर रही थी, वह ऑफिस की बिल्डिंग देख कर इसलिए हैरान थी, क्योंकि यही वो बिल्डिंग थी जिसे उसने रात सपने में देखा था, यह पर ही उसके साथ कुछ बुरा होने वाला था, लेकिन तभी उसकी नींद खुल गई।
डरने के बाद भी नेहा ने हार नहीं मानी, उसे किसी भी हाल में ये नौकरी करनी थी, उसने सोचा कि अगर वह 3 महीने यहां काम कर लेगी, तो दूसरी जगह उसे नौकरी मिलना आसान हो जाएगा। उसने गहरी सांस ली और बिल्डिंग में घुसी। जैसे ही वह बिल्डिंग में घुसी उसे सब कुछ जाना पहचाना लग रहा था। उसने सोचा शायद ये उसे सपने की वजह से लग रहा है। बिना रिसेप्शन पर मिले, वह लिफ्ट में घुसी और उसने 20वें फ्लोर का बटन प्रेस किया। बटन प्रेस करते ही वह सोचने लगी, उसने ऐसा क्यों किया। उसे तो पता ही नहीं कि उसे कहां जाना है, तो फिर उसने ऐसा क्यों किया। देखते ही देखते 20वा फ्लोर आ गया। उसने देखा कि वह उसी कंपनी के फ्लोर पर थी जहां उसे जाना था।
नेहा को लगा कि शायद लिंकडिन पर उन्होंने फ्लोर मेंशन किया था, उसने पढ़ा था लेकिन वह भूल गई है। वह चेक करने ही जा रही थी, तभी उसे एक लड़की धक्का मारते हुए आगे चली गई। धक्का लगने की वजह से नेहा का समान फर्श पर गिर गया, सामान गिरने के बाद भी लड़की ने उसे मुड़कर नहीं देखा और ना ही सोरी कहा।
ये बहुत अजीब था, नेहा को बहुत गुस्सा आ रहा था, लेकिन उसने मन में कहा कि इसे तो मैं बाद में देखूंगी, अभी मुझे अपने काम के पहले दिन को अच्छा बनाना है।वह सामना उठा रही थी कि तभी उसका सामान उठाने के लिए एक लड़का आया।। लड़के ने नेहा से पूछा। क्या तुम्हारा नाम नेहा है, आज तुम्हारा पहला दिन है न, लड़के की बात सुनकर नेहा ने मुस्कुरा कर हां कहा।
इसपर लड़के ने कहा कि आज मेरा भी पहला दिन है। मेरा टेबल तुम्हारे टेबल के साइड में लगाया गया है, मैंने वहीं पर तुम्हारा नाम पढ़ा था। मैं तुम्हारा सामना टेबल पर रख दूंगा, तुम सामने केबिन में HR से मिल लो।और हां लड़के ने कहा..मेरा नाम रोहन है, रोहन की बात सुनकर नेहा को अच्छा लगा, उसने मन में सोचा, चलो कुछ तो अच्छा हुआ, इसके बाद वह HR के कमरे में पहुंची। उसने दरवाज़ा नोक किया, तो अंदर से आवाज आई, तुम अन्दर आ सकती हो। नेहा अन्दर पहुंची तो HR का चेहरा बिल्डिंग के बाहर था। नेहा ने अपना नाम बताया और बोली कि आज उसका पहला दिन है। hR ने कहा, हां मैं जानता हूं, मैने ही तुम्हें यहां बुलाया है। HR ने एक बार भी नेहा की तरफ नहीं देखा और अपनी बात बोलता रहा।
HR ने कहा कि तुम यहां काम करने आई हो, ये ऑफिस है, यहां लड़कों के साथ हंस हंस कर बातें करना तुम्हें भारी पड़ सकता है। HR की बात नेहा को कुछ रास नहीं आई लेकिन फिर भी उसने सोरी बोलने हुए कहा कि वह आगे से इस बात का ध्यान रखेगी। इसके बाद HR ने उसे अपने डेस्क पर जाने को कहा, जैसे ही वह केबिन से बाहर निकली, रोहन बाहर ही खड़ा इंतजार कर रहा था। उसने नेहा से कहा कि चलो मैं तुम्हे छोड़ दिया हूं डेस्क तक। नेहा रोहन के साथ जाना तो नहीं चाहती थी, लेकिन उसे अभी ऑफिस के बारे में कुछ नहीं पता था, इसलिए वह रोहन के साथ चली गई।
जैसे ही नेहा डेस्क के पास पहुंची, वहां आस पास की सीट पर बैठे लोग उसे देखने लगे। ऐसा लग रहा था जैसे सबको सदमा लग गया है। हर कोई उसे घूर घूर कर देख रहा था।, रोहन को भी यह अजीब लग रहा था। उसने नेहा से धीरे से पूछा। क्या तुम इन लोगों को जानती हो क्या, ये तुम्हें ऐसे क्यों देख रहे हैं। नेहा ने कहा, नहीं मैं इन्हें नहीं जानती , मैं तो इस ऑफिस में भी पहली बार आई हूं, पता नहीं क्यों फिर भी लोग मुझे ऐसे घूर रहे हैं। नेहा को परेशान होता देख, रोहन ने कहा, जाने दो शायद तुम बहुत खूबसूरत हो, इसलिए इन्हें जलन हो रही है। चलो तुम काम खत्म कर लो फिर हम लंच पर चलेंगे। ये बोलकर रोहन अपने डेस्क पर चला गया।
लेकिन नेहा की नजर अपने डेस्क से नहीं हट रही थी। वह बार बार अपने डेस्क को देखे जा रही थी। ऐसा लग रहा था, जैसे वह उस डेस्क को जानती है, पहले भी वह यहां बैठी है..लेकिन उसे काम पर फोकस करना था, इसलिए उसने इन सब बातों को छोड़ कर काम करना शुरू किया। उसे अपने काम में चीजें समझ नहीं आ रही थी, इसलिए वह अपने डेस्क से उठकर एक लड़की से मदद लेने गई, लेकिन नेहा के पास आते ही लड़की घबरा गई, उसने उससे कहा कि रोहन से जाकर पूछ लो, हमने रोहन को तुम्हारे काम से जुड़ी सभी चीजें समझा दी है। लड़की का ऐसा बर्ताव देखकर नेहा गुस्से में रोहन के पास गई और बोलने लगी, पता नहीं यहां लोगों को मुझसे क्या दिक्कत है, न तो कोई सीधे मुंह बात करता है और न ही कोई मुझे काम बताता है। मैं यहां क्या सिर्फ खाली बैठने आई हूं।
तभी नेहा की टेबल पर रखा कांच का वास गिर जाता है, सब डर जाते हैं। नेहा और रोहन भी एक पल के लिए शांत होकर देखने लगते हैं। उन्हें समझ नहीं आता है कि आखिर यह अचानक कैसे गिर गया। फोटो में कौन था, जिसे देख कर नेहा डर गई थी। जानने के लिए इंतजार करें अगले एपिसोड का..
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