अहमदाबाद का Nature’s Toilet Café इंडिया का पहला टॉयलेट थीम वाला रेस्टोरेंट है। जहां पर आप टॉयलेट सीट में बैठकर खाना खाते हैं। रेस्टोरेंट में ग्राहकों के बैठने के लिए कोई चेयर नहीं है बल्कि चेयर की जगह यहां पर टॉयलेट सीट लगाई गई है। टॉयलेट वाले इस रेस्टोरेंट में यहां पर आपको 1950 के समय की भी टॉयलेट सीट देखने को मिलेंगीं। रेस्टोरेंट के अलावा यहां पर टॉयलेट पार्क भी है। इस रेस्टोरेंट का उद्देश्य सफाई कर्मचारियों के प्रति लोगों की इज्जत को और बढ़ाना ही नहीं बल्कि hygiene के बारे में भी लोगों में जागरुकता बढ़ाने के लिए ये रेस्टोरेंट डिज़ाइन किया गया है। अहमदाबाद के सफाई विद्यालय में ये रेस्टोरेंट बनाया गया है जो साबरमति आश्रम के पास है।
इस रेस्टोरेंट में वेजिटेरियन खाना सर्व किया जाता है। और यहां पर outdoor seating की भी सुविधा है। यहां पर लोग बिल्कुल देसी स्टाइल में हाथों से ही खाना खाते हैं। यहां आपको खाने के लिए पिज्जा से लेकर fries सब मिलेंगें। यहां की चाय, कॉफी, और हल्के फुल्के स्नैक्स भी लोगों को बहुत पसंद हैं।
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इस रेस्टोरेंट को जयेशभाई पटेल ने बनवाया है। इनका मानना है कि इस समाज में सफाई कर्मचारियों को भी बराबरी का दर्जा मिलना चाहिए और लोगों को उनके काम की इज्जत करनी आनी चाहिए। नेता, व्यापारी, NGO वाले कई तरह के लोग यहां पर अपनी मीटिंग भी करना पसंद करता है। यहां पर गार्डन में प्रोजेक्टर भी लगाए जाते हैं जहां पर लोग एक साथ बैठकर फिल्में देखते हैं। शाम के समय इस रेस्टोरेंट का नज़ारा देखने लायक होता है।
1967 में जयेशभाई पटेल के पिता ईश्वरभाई पटेल ने टॉयलेट गार्डन का विकास किया था जिससे से inspire होकर उनके बेटे ने ये थीम रेस्टोरेंट खोला है। ईश्वरभाई पटेल को Mr. Toilet of India के नाम से लोग याद करते हैं। सफाई विद्यालय की नींव भी उन्होंने ही रखी थी।
सफाई विद्यालय में सभी bathrooms के नाम भी अलग रखे गए हैं। यहां इलेक्ट्रिसिटी और कुकिंग के लिए bio-gas का इस्तेमाल किया जाता है जो waste से बनती है। वर्ल्ड बैंक ने भी इस low cost sanitation सफाई विद्यालय के लिए 5 लाख रुपये दिए थे।
Credits
Editor: Anand Sarpate
Producer: Rohit Chavan