प्रेग्नेंसी के दौरान मां और होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य को जांचने के लिए कई तरह के टेस्ट्स किए जाते हैं। खास तरह के टेस्ट्स को मैटरनल मार्कर टेस्ट्स कहा जाता है। यह विकसित होते बच्चे में जिनेटिक और जन्मजात विकार की जांच करने में मदद करते हैं। आमतौर पर ये टेस्ट्स विकसित होते बच्चे में किसी तरह की क्रोमोसोमल असामान्यताओं की संभावना को जांचने के लिए किए जाते हैं। यह असामान्यताएं बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास पर असर डाल सकती हैं। मां और बच्चे दोनों के लिए मैटरनल स्क्रीनिंग टेस्ट्स क्यों जरूरी है? आइए इस वीडियो के माध्यम से एक्सपर्ट से विस्तार में जानें।