should we keep lamp in plate or in hand during aarti

आरती के समय दीपक हाथ में रखना चाहिए या थाली में?

Aarti Karne Ke Niyam: शास्त्रों में आरती करने से जुड़े कुछ नियम बताए गए हैं, इन्हीं में से एक यह भी है कि आरती करते समय दीपक को कहां रखा जाए हाथ में या थाली में। आइये जानते हैं इस बारे में।
Editorial
Updated:- 2025-11-12, 14:03 IST

भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म में आरती का विशेष महत्व है। यह पूजा का एक ऐसा हिस्सा है जिसमें भक्तगण दीपक जलाकर भगवान की स्तुति करते हैं और अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं। दीपक की लौ को साक्षात अग्नि तत्व और दिव्य ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों में आरती करने से जुड़े कुछ नियम बताए गए हैं, इन्हीं में से एक यह भी है कि आरती करते समय दीपक को कहां रखा जाए हाथ में या थाली में। आइये जानते हैं इस बारे में वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से।

आरती करते समय दीपक हाथ में रखें या थाली में?

आरती का मुख्य उद्देश्य दीपक को घुमाते हुए भगवान के विभिन्न अंगों की वंदना करना होता है। जब आप भगवान की प्रतिमा या मूर्ति के सामने खड़े होकर आरती करते हैं तो परंपरा के अनुसार दीपक को थाली में रखकर ही उस थाली को दोनों हाथों से पकड़कर घुमाया जाता है।

aarti ke samay diya thali mein rakhna chahiye ya hath mein

शुद्ध रूप से केवल दीपक को हाथ से पकड़ना कम प्रचलित है क्योंकि आरती की थाली में दीपक के अलावा कपूर, फूल और घंटी भी होती है जिन्हें एक साथ ईष्ट को समर्पित किया जाता है। हाथ में थाली पकड़कर आरती करने से दीपक की लौ भगवान के चरणों से लेकर मुखमंडल तक ले जाई जाती है।

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यह क्रिया देवता के प्रति पूर्ण समर्पण और सेवा का भाव दर्शाती है। आरती समाप्त होने के बाद दीपक को हमेशा एक सुरक्षित स्थान पर जिसे आरती की थाली कहा जाता है, उस पर रखा जाता है। आरती समाप्त होने के तुरंत बाद दीपक को जमीन पर नहीं रखा जाता।

इसे थाली में या किसी ऊंचे, साफ आसन पर रखना सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है ताकि आग लगने का खतरा न हो। साथ ही, यह शुद्धता बनाए रखने के लिए भी आवश्यक है क्योंकि दीपक अग्नि देवता का प्रतीक है। दीपक की लौ से ही सकारात्मकता का प्रवाह बढ़ता है।

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आरती पूरी होने के बाद, भक्तगण दीपक की लौ या थाली पर हाथ फेरकर अपनी आंखों और सिर पर लगाते हैं जिसे आरती लेना कहा जाता है। इस समय दीपक का थाली में सुरक्षित रखा होना आवश्यक होता है ताकि सभी आसानी से आरती ले सकें।

aarti ke samay diya plate mein rakhna chahiye ya hath mein

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FAQ
आरती किस दिशा में घुमानी चाहिए?
आरती हमेशा घड़ी की सुई की दिशा में यानी दक्षिणावर्त घुमानी चाहिए।
आरती करते समय आंखें बंद रखें या खुली?
आरती करते समय आंखें खुली रखनी चाहिए ताकि आप भगवान की छवि और ज्योति को देख सकें।
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