संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को दूर्वा इस विधि से चढ़ाएं, सभी काम होंगे सफल

हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी का व्रत भगवान गणेश को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि पूरे विधि-विधान के साथ बप्पा को दुर्वा चढ़ाया जाए तो व्यक्ति को लाभ हो सकता है। अब ऐसे में भगवान गणेश को दूर्वा किस विधि से चढ़ाने से लाभ हो सकता है। इसके बारे में इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
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हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी का व्रत भगवान गणेश को समर्पित एक महत्वपूर्ण व्रत है। यह व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। वहीं संकष्टी का अर्थ है सभी संकटों को हरने वाला। इसलिए ऐसी मान्यता है कि संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति के सभी दुख दूर हो सकते हैं और जीवन में खुशियों का आगमन होता है। साथ ही अगर आपके काम बनते-बनते बिगड़ रहे हैं तो संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखने से भाग्योदय हो सकता है। वहीं भगवान गणेश को दूर्वा बेहद प्रिय है। इसलिए संकष्टी चतुर्थी के दिन उन्हें दूर्वा विधि-विधान से चढ़ाएं। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को दूर्वा किस विधि से चढ़ाएं?

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दूर्वा को हमेशा जोड़ों में चढ़ाया जाता है। आमतौर पर 22 दूर्वा को एक साथ जोड़कर 11 जोड़े तैयार किए जाते हैं। मान्यता है कि भगवान गणेश को 11 जोड़े दूर्वा चढ़ाने से विशेष लाभ मिलता है। कुछ लोग विषम संख्या में दूर्वा चढ़ाते हैं, जैसे 3, 5, 7 या 21 कोंपलें। इसी हिसाब से दूर्वा भी भगवान गणेश को चढ़ाएं।
गणेश जी को दूर्वा अर्पित करते समय अनामिका, मध्यमा और अंगूठे की सहायता से इसे चढ़ाएं। इसे मृग मुद्रा भी कहते हैं।
आप दूर्वा को गणेश जी के कानों के आसपास रख सकते हैं या उनके मस्तक पर चढ़ा सकते हैं।
ध्यान रखें कि दूर्वा का अग्र भाग आपकी ओर हो।
दूर्वा चढ़ाने के दौरान भगवान गणेश के मंत्रों का जाप विशेष रूप से करें।
'इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः'
'ओम् गं गणपतये नमः'
'ओम् एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्'
दूर्वा चढ़ाने के बाद भगवान गणेश की आरती जरूर करें।

संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ाने का महत्व

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भगवान गणेश को 'विघ्नहर्ता' कहा जाता है, जिसका अर्थ है बाधाओं को दूर करने वाले। दूर्वा को पवित्र और शुद्ध माना जाता है और इसे चढ़ाने से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं और कठिनाइयां दूर होती हैं। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मकता को बढ़ाती है। दूर्वा चढ़ाने से घर में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन होता है। दूर्वा चढ़ाने से आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है।

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Image Credit- HerZindagi

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