3 सितंबर 2025 का दिन हिंदू पंचांग के अनुसार कई मायनों में खास है। आज के दिन परिवर्तिनी एकादशी है जिसे जलझूलनी एकादशी भी कहा जाता है। आज के दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। पंचांग के अनुसार, आज के दिन सूर्योदय से ही एकादशी तिथि का आरंभ होगा जो अगले दिन सुबह तक रहेगी जिससे व्रत और पूजा के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। साथ ही, आज के दिन कई शुभ मुहूर्त भी बन रहे हैं जिनमें आप धार्मिक कार्य कर सकते हैं। ऐसे में एमपी, छिंदवाड़ा के पंडित सौरभ त्रिपाठी द्वारा बताया गया आज का पंचांग देख सकते हैं।
तिथि | नक्षत्र | दिन/वार | योग | करण |
भाद्रपद शुक्ल एकादशी | ज्येष्ठा | बुधवार | आयुष्मान | वणिज |
प्रहर | समय |
सूर्योदय | सुबह 06:10 बजे |
सूर्यास्त | शाम 06:36 बजे |
चंद्रोदय | दोपहर 03:52 बजे |
चंद्रास्त | रात 03:00 बजे |
मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04:30 बजे से सुबह 05:15 बजे तक |
अभिजीत मुहूर्त | नहीं है |
अमृत काल | सुबह 06:05 बजे से दोपहर 07:46 बजे तक |
विजय मुहूर्त |
दोपहर 02:27 बजे से दोपहर 03:18 बजे तक |
गोधूलि मुहूर्त | शाम 06:40 बजे से शाम 07:03 बजे तक |
संध्या मुहूर्त | शाम 06:40 बजे से शाम 07:48 बजे तक |
मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
राहु काल | दोपहर 12:09 बजे से दोपहर 01:43 बजे तक |
गुलिक काल | सुबह 10:51 बजे से दोपहर 12:24 बजे तक |
यमगंड | सुबह 07:44 बजे से सुबह 09:18 बजे तक |
दुर्मुहूर्त | सुबह 11:44 बजे से दोपहर 12:34 बजे तक |
3 सितंबर 2025 का दिन धार्मिक दृष्टि से बहुत ही खास है क्योंकि इस दिन दो महत्वपूर्ण व्रत एक साथ पड़ रहे हैं: परिवर्तिनी एकादशी और बुधवार व्रत। परिवर्तिनी एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है जो चातुर्मास के दौरान अपनी शयन मुद्रा बदलते हैं। इस एकादशी को जलझूलनी एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन व्रत और पूजा करने से व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह व्रत जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाता है।
वहीं, बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें विघ्नहर्ता माना जाता है। इस दिन बुध ग्रह की शांति के लिए भी व्रत रखा जाता है। गणेश जी की पूजा करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं और ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि प्राप्त होती है। इस तरह, 3 सितंबर को इन दोनों व्रतों का एक साथ होना बहुत ही शुभ संयोग है। जो लोग ये दोनों व्रत रखते हैं, उन्हें भगवान विष्णु और भगवान गणेश दोनों का आशीर्वाद मिलता है, जिससे उनके जीवन में आने वाली हर रुकावट दूर होती है और उन्हें आध्यात्मिक और भौतिक दोनों तरह की सफलता मिलती है।
3 सितंबर 2025 का दिन परिवर्तिनी एकादशी और बुधवार व्रत के संयोग के कारण बहुत शुभ है। इस दिन आप इन दोनों व्रतों से जुड़े उपाय करके अपने जीवन में सुख और समृद्धि ला सकते हैं।
परिवर्तिनी एकादशी के लिए आप भगवान विष्णु को समर्पित एक उपाय कर सकते हैं। इस दिन सुबह स्नान के बाद भगवान विष्णु की पूजा करें और उन्हें तुलसी के पत्तों वाली खीर का भोग लगाएं। इसके बाद, इस खीर को प्रसाद के रूप में परिवार के सदस्यों और ज़रूरतमंदों में बांट दें। ऐसा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं, घर में धन और समृद्धि आती है और जीवन से सभी बाधाएं दूर होती हैं।
बुधवार के व्रत के लिए भगवान गणेश का एक सरल उपाय करें। इस दिन सुबह पूजा करते समय गणेश जी को दूर्वा घास की 21 गांठें अर्पित करें। साथ ही, उन्हें मोदक या लड्डू का भोग लगाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से गणेश जी भक्तों की सभी परेशानियां दूर करते हैं, बुद्धि और ज्ञान प्रदान करते हैं और जीवन में सफलता का मार्ग प्रशस्त करते हैं।
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